दुनिया में नदियों का विशेष महत्त्व है। वहीं, बात जब भारत की होती है, तो यह महत्त्व और बढ़ जाता है। क्योंकि, यहां नदियां सिर्फ सिंचाई, पीने के पानी व जलविद्युत परियोजनाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि यहां नदियों को मां का दर्जा दिया गया है।
भारत की प्रमुख नदियों की बात करें, तो इसमें यमुना नदी का नाम प्रमुख है, जो कि उत्तर भारत की प्रमुख नदी है। यह एक तरफ पीने के पानी के लिए उपयोगी है, तो दूसरी तरफ सिंचाई के लिए भी इसका अधिक महत्त्व है। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि भारत में यमुना कितने राज्यों से बहती है। यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
कहां से निकलती है यमुना
यमुना नदी के उद्गम की बात करें, तो यह उत्तराखंड में यमुनोत्री से निकलती है। इसके निकलने का प्रमुख स्थान बंदरपूछ है। यहां से यह ग्लेशियर से निकलती है।
कितनी लंबी है यमुना नदी
अब हम यह जान लेते हैं कि यमुना नदी की लंबाई कितनी है, तो आपको बता दें कि यमुना की कुल लंबाई कुल 1376 किलोमीटर है।
कितने राज्यों में बहती है यमुना
अब हम यह जान लेते हैं कि यमुना नदी कितने राज्यों में बहती है, तो आपको बता दें कि उत्तराखंड से निकलने के बाद यह हरियाणा व दिल्ली होते हुए उत्तर प्रदेश में प्रवेश करती है और यहां यह नदी गंगा नदी में मिल जाती है।
गंगा की प्रमुख सहायक नदी
यमुना नदी गंगा नदी की प्रमुख सहायक नदी है। साथ ही, यह गंगा की सबसे लंबी सहायक नदी है। यमुना नदी उत्तर प्रदेश में गंगा की समानांतर बहती है और यहां से बहते हुए यह प्रयागराज में जाकर मिल जाती है।
यमुना की प्रमुख सहायक नदियां
यमुना की प्रमुख सहायक नदियों की बात करें, तो यह चंबल, बेतवा, केन, छोटी सिंधु और सेंगर है।
यमुना के किनारे बसे प्रमुख शहर
यमुना नदी के किनारे बसे प्रमुख शहरों की बात करें, तो दिल्ली, मथुरा, आगरा, इटावा और प्रयागराज है।
ब्रज संस्कृति की महत्त्वपूर्ण नदी
ब्रज संस्कृति में यमुना नदी का महत्त्वपूर्ण स्थान है। यहां यमुना का धार्मिक, सांस्कृतिक और भावानात्मक रूप से अधिक महत्त्व है। उत्तर प्रदेश में हम वृंदावन, मथुरा और गोवर्धन में यमुना किनारे इसके सास्कृतिक महत्त्व देख सकते हैं।
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