Indian Railways: भारतीय रेलवे देश की जीवन रेखा भी कही जाती है। साथ ही यह खास व्यक्ति से लेकर आम व्यक्ति का रथ के रूप में भी जानी जाती है। वर्तमान में रेलवे 68 हजार किलोमीटर से अधिक का रनिंग रूट है। इसके साथ ही प्रतिदिन हजारों ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है, जिनसे करोड़ों यात्री अपनी मंजिलों तक का सफर तय कर रहे हैं।
आपने भी कभी-न-कभी ट्रेन में जरूर सफर किया होगा। यात्रियों की सुविधा के हिसाब से ट्रेन में स्लीपर कोच से लेकर एसी कोच तक की सुविधा होती है। हालांकि, क्या आपने कभी सोचा है कि पूरे कोच को ठंडा रखने के लिए एक कोच में कितने टन एसी की जरूरत पड़ती होगी। इस लेख के माध्यम से हम इस सवाल का जवाब जानेंगे।
Indian Railways: कोच में कहा लगा होता है AC
सबसे पहले हम यह जान लेते हैं कि आखिर कोच में किस जगह पर एसी को फिट किया जाता है। आपको बता दें कि एसी को ट्रेन के कोच के दरवाजे के ठीक ऊपर लगाया जाता है, जिसे हम Roof Mounted Packaged Unit(RMPU) के नाम से भी जानते हैं। आपने अक्सर देखा होगा कि एसी कोच में दरवाजे के ठीक ऊपर छत पर पंखे लगे रहते हैं। इसी जगह पर एसी को फिट किया जाता है।
Indian Railways: एक कोच में कितने AC होते हैं
अब सवाल है कि आखिर एक कोच को ठंडा रखने के लिए कितने एसी की जरूरत पड़ती है। आपको बता दें कि एक कोच में दो एसी लगे होते हैं। दोनों एसी कोच के दरवाजों के ऊपर होते हैं, जिसमें से एक एसी सबसे शुरुआत में और दूसरा एसी सबसे अंत में लगा रहता है।
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Indian Railways: कितने टन का होता है AC
अब हम यह जान लेते हैं कि एक कोच को ठंडा रखने के लिए कितने टन एसी की जरूरत होती है। AC कोच में एक AC 7 टन का होता है। ऐसे में दो AC लगे होने की वजह से एक कोच में 14 टन के AC कूलिंग करते हैं।
Indian Railways: कितनी बिजली पर चलते हैं AC
रेलवे कोच के AC को चलाने के लिए 415 वोल्ट की पावर की आवश्यकता होती है। वहीं, इन एसी को तीसरे फेज के अल्टरनेट करंट(AC) पर चलाया जाता है।
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