क्रिकेट एक ऐसा खेल है, जिसका जादू देश-विदेश तक फैला हुआ है। भारत में इस खेल के करोड़ों प्रशंसक हैं, जिनके लिए क्रिकेट सिर्फ खेल तक सीमित नहीं है, बल्कि इससे उनकी भावनाएं जुड़ी हैं।
क्रिकेट में जितना महत्त्व खिलाड़ियों का होता है, उतना ही महत्त्व खेल पर नजर रखने वाले अंपायर का होता है। अंपायर गेंदबाज की गेंदबाजी से लेकर बल्लेबाज की बल्लेबाजी तक अपनी पैनी नजर रखता है।
वहीं, अंपायर का एक निर्णय पूरे खेल की रूपरेखा तक को बदलने का दम रखता है। ऐसे में इसमें कोई दो राय नहीं है कि क्रिकेट में अंपायर का महत्त्व बहुत अधिक है। बीते कुछ वर्षों में क्रेकट जगत में पुरुषों के साथ-साथ अब महिलाएं भी अंपायरिंग में हाथ आजमा रही हैं।
विशेषकर, महिला मैचों में हमें महिला अंपायर देखने को मिलती हैं। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि भारत की पहली महिला टेस्ट अंपायर कौन हैं, यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
कौन हैं पहली महिला टेस्ट अंपायर
भारत की महिला टेस्ट अंपायर की बात करें, तो यह वृंदा राठी हैं। उन्होंने डीवाई पाटिल स्टेडियम में भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए टेस्ट मैच में अंपायरिंग कर इतिहास रचा था।
कहां से हुई थी अंपायरिंग की शुरुआत
वृंदा राठी मुंबई की रहने वाली हैं। उनका शुरू से ही क्रिकेट की तरफ रूझान था। साल 2014 में मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन की तरफ से अंपायरिंग के लिए परीक्षा का आयोजन किया गया था, जिसमें राठी शामिल हुई और परीक्षा पास की। इसके बाद उन्होंने नवी मुंबई से ही अंपायरिंग शुरू की।
2018 में पास की BCCI परीक्षा
वृंदा राठी ने साल 2014 में मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन परीक्षा पास करने के बाद साल 2018 में बीसीसीआई परीक्षा पास की, जिसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। इसके बाद उन्होंने महिला वनडे से लेकर टी-20 मैचों में भी अंपायरिंग की।
कॉमनवेल्थ गेम्स में भी की अंपायरिंग
वृंदा राठी को साल 2020 में आईसीसी डेवलेपमेंट पैनल ऑफ अंपायर्स में प्रमोट किया। इसके बाद उन्होंने साल 2022 में कॉमनवेल्थ गेम्स में भी अंपायरिंग की। साल 2023 में नारायण जननी के साथ राठी ने भी पुरुषों के घरेलू मैच में ऑन फील्ड अंपायरिंग की। वह ऐसा करने वाली पहली महिला अंपायर बनीं। वहीं, उन्होंने गोवा-पुडुचेरी में भी रणजी ट्रॉफी में अंपायरिंग की थी।
एशियन गेम्स में भी की अंपायरिंग
वृंदा राठी ने चीन के हांगझू में एशियन गेम्स में अंपायरिंग की है। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में टी-20 मैचों में अंपायरिंग करने के साथ पहले वीमेंस लीग में भी अंपायरिंग कर रिकॉर्ड बनाया है। यही वजह है कि आज वृंदा राठी का नाम अंपायरिंग की दुनिया में टॉप में आता है।
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