भारत में वर्तमान में 28 राज्य और 8 केंद्र शासित प्रदेश हैं। इन सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की अपनी विशेषताएं हैं। वहीं, भारत के अलग-अलग हिस्सों में खनिजों का भंडार मौजूद है। इन खनिजों में लौह अयस्क प्रमुख खनिजों में शामिल है। भारत के अमूमन सभी घरों में आपको लौहे के उत्पाद देखने को मिल जाएंगे। ऐसे में क्या आप जानते हैं कि भारत का सबसे बड़ा लौह अयस्क उत्पादक राज्य कौन-सा है। यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
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भारत के किन राज्यों में होता है लौह अयस्क का उत्पादन
भारत के अलग-अलग राज्यों में लौह अयस्क का उत्पादन होता है। इसमें ओडिसा, कर्नाटक, झारखंड, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ प्रमुख राज्य हैं। साल 2021-22 में भारत में कुल 204035 टन लौह अयस्क का उत्पादन हुआ है।
भारत में सबसे बड़ा लौह अयस्क उत्पादक राज्य
भारत में सबसे बड़े लौह अयस्क उत्पादक राज्य की बात करें, तो यह ओडिसा है।
कितना करता है लौह अयस्क का उत्पादन
भारत में अकेला ओडिसा राज्य भारत के कुल आधे से अधिक लौह अयस्क का उत्पादन करता है। ओडिसा राज्य 53.75 फीसदी लौह अयस्क का उत्पादन करता है, जो कि 109675 टन है। यहां हैमेटाइट और मैग्नेटाइट श्रेणी का लौहा मिलता है। यहां लौह अयस्क वाले जिलों की बात करें, तो ये मयूरभंज, कटक, संभलपुर, सुंदरगढ़ और क्योंझार है।
भारत का दूसरा सबसे बड़ा लौह अयस्क उत्पादक राज्य
भारत के दूसरे सबसे बड़े लौह अयस्क उत्पादक राज्य की बात करें, तो यह कर्नाटक है, जो कि कुल 16.62 फीसदी लौह अयस्क का उत्पादन करता है। यहां बेल्लारी और चिकमंगलूर लौह अयस्क उत्पादन वाले जिले हैं। सबसे अधिक लौहे का भंडार यही मौजूद है, लेकिन सबसे अधिक उत्पादन ओडिसा में होता है।
भारत का तीसरा सबसे बड़ा लौह अयस्क उत्पादक राज्य
भारत के तीसरे सबसे बड़े लौह अयस्क उत्पादक राज्य की बात करें, तो यह छत्तीसगढ़ है, जो कि 15.84 फीसदी लौहा अयस्क का उत्पादन करता है। यहां के बस्तर और दुर्ग जिले लौह अयस्क उत्पादन के लिए जाने जाते हैं।
भारत का चौथा सबसे बड़ा लौह अयस्क उत्पादक राज्य
भारत का चौथा सबसे बड़ा लौह अयस्क उत्पादक राज्य झारखंड है, जो कि 10.14 फीसदी लौह अयस्क का उत्पादन करता है। यहां सिंहभूम और सासगंडा प्रमुख लौह अयस्क उत्पादक राज्य हैं।
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