प्राचीन काल से लेकर आधुनिक काल तक भारतीय उपमहाद्वीप कई विदेशी यात्रियों के आगमन का गवाह रहा है और उनमें से कुछ यात्रियों के द्वारा बहुमूल्य यात्रावृतांतों की भी रचना की गई हैंl इन यात्रावृतांतों से हमें तत्कालीन सामाजिक, राजनीतिक एवं आर्थिक स्थिति को समझने में मदद मिलती हैl तत्कालीन लेखकों की लेखन के बारे में क्या धारणा थी, उसे जाने बिना इन यात्रावृतांतों को नहीं समझा जा सकता हैl यहां हम विजयनगर साम्राज्य के विभिन्न शासकों के शासनकाल के दौरान भारत आने वाले प्रसिद्ध यात्रियों का विवरण दे रहे हैंl
1. अबू अब्दुल्लाह/इब्नेबतूता
वह मोरक्को का रहने वाला थाl उसने अपने जीवन के तीस साल उत्तरी अफ्रीका, पश्चिमी अफ्रीका, दक्षिणी यूरोप, पूर्वी यूरोप, भारतीय उपमहाद्वीप, मध्य एशिया, दक्षिण पूर्व एशिया और पूर्वी चीन की यात्रा में बिताए थे. उसने अपनी किताब “रेहला” (तुहफाट-उल-नज़र फी गरीब उल-अम्सर वा अजीब-उल-असर) में “हरिहर प्रथम” के शासनकाल का वर्णन किया हैl
2. निकोलो डी कोंटी
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वह इटली का रहने वाला था. उसने देवराय द्वितीय के शासनकाल में विजयनगर साम्राज्य का दौरा किया था. उसने “ट्रेवल्स ऑफ निकोलो कोंटी” नामक पुस्तक में इस यात्रा का वर्णन किया हैl
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3. अब्दुर रज्जाक
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वह एक फारसी विद्वान और इतिहासकार था, जिसने देवराय द्वितीय के शासनकाल में तैमूर राजवंश के शासक शाहरूख के राजदूत के रूप में विजयनगर साम्राज्य का दौरा किया था. उसने अपने यात्रावृतांत “सदाइन वा मजमा उल बहरीन” में देवराय द्वितीय के शासनकाल का वर्णन किया हैl
4. अथानासिउस निकीतिन
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वह भारत की यात्रा पर आने वाला पहला रूसी यात्री और व्यापारी था. उसने अपनी यात्रावृतांत में मोहम्मद तृतीय के शासनकाल के दौरान बहमनी साम्राज्य की तत्कालीन स्थिति का वर्णन किया हैl
5. लुडोविको डी वर्थेमा
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वह इटली का रहने वाला थाl उसने अपनी यात्रावृतांत में मिस्र, भारत, सीरिया आदि देशों की यात्राओं का वर्णन किया है. वह मक्का के पवित्र तीर्थस्थल की यात्रा करने वाला पहला ईसाई थाl
6. दुआरतो बारबोसा
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वह एक पुर्तगाली लेखक और खोजकर्ता थाl उसने अपनी पुस्तक “एन अकाउंट ऑफ कन्ट्रीज बॉर्डरिंग द इंडियन ओसियन एंड देअर इनहैबीटेंट” में कृष्णदेव राय के शासनकाल में विजयनगर साम्राज्य की तत्कालीन स्थिति का वर्णन किया हैl
7. डोमिंगो पायस
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वह एक पुर्तगाली व्यापारी, लेखक और खोजकर्ता थाl उसने अपने यात्रावृतांत में विजयनगर साम्राज्य के शासक कृष्णदेव राय के शासनकाल में प्राचीन शहर हम्पी के सभी ऐतिहासिक पहलुओं का सबसे विस्तृत वर्णन किया हैl
8. फर्नाओ नुनीज
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वह एक पुर्तगाली यात्री, इतिहासकार और घोड़ों का व्यापारी थाl उसने अच्युतराय के शासनकाल के दौरान भारत का दौरा किया था और विजयनगर में तीन साल बिताए थेl उसने विजयनगर के इतिहास, विशेषकर शहर की नींव, तीन वंशों के शासन के बाद की स्थिति एवं दक्कन के सुल्तानों और उड़ीसा के शासकों के साथ विजयनगर के शासकों की लड़ाई का विस्तृत वर्णन किया है. उसने विजयनगर साम्राज्य के सांस्कृतिक पहलुओं का भी उल्लेख किया हैंl उसने महिलाओं के पहनावे के साथ-साथ राजा की सेवा में महिलाओं की नियुक्ति की भी प्रशंसा की हैl
9. मार्कोपोलो
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वह वेनिस का रहने वाला प्रसिद्ध व्यापारी, यात्री और इतिहासकार थाl वह एकमात्र विदेशी यात्री है जिसके योगदानों को इब्नेबतूता (महानतम मध्यकालीन यात्री) के समकक्ष माना जाता है. भारत आने पर पुरूष एवं महिला दर्जियों को देखकर वह आश्चर्यचकित हो गया था, लेकिन वह उनसे अपने नाप का कोट बनवाने में विफल रहाl
विजयनगर साम्राज्य के दौरान भारत आने वाले विदेशी यात्रियों की सूची
यात्रियों के नाम | मूल निवास स्थान |
अबू अब्दुल्लाह/इब्नेबतूता | मोरक्को |
निकोलो डी कोंटी | इटली |
अब्दुर रज्जाक | फारस |
अथानासिउस निकीतिन | रूस |
लुडोविको डी वर्थेम | इटली |
दुआरतो बारबोसा | पुर्तगाल |
डोमिंगो पायस | पुर्तगाल |
फर्नाओ नुनीज | पुर्तगाल |
मार्कोपोलो | वेनिस |
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