साल में इस बार फिर से सूर्य ग्रहण जैसी बड़ी खगोलीय घटना होने जा रही है। यह दूसरी बार है, जब सूर्य ग्रहण लग रहा है। इससे पहले अप्रैल में सूर्य ग्रहण लगा था। हालांकि, इस बार का सूर्य ग्रहण खगोल वैज्ञानिकों को अधिक आकर्षित कर रहा है।
क्योंकि, इस बार ग्रहण के समय आसमान में सूरज की एक छल्ले की रूप में आकृति बनेगी। भारत में जब सूर्य ग्रहण को लेकर बात होती है, तो इसका महत्त्व और बढ़ जाता है। क्योंकि, इस घटना को सूतक काल से जोड़ा जाता है। ऐसे में इस लेख के माध्यम से हम सूर्य ग्रहण और सूतक काल के बारे में जानेंगे।
कब लग रहा है सूर्य ग्रहण
सबसे पहले हम यह जान लेते हैं कि सूर्य ग्रहण कब लग रहा है, तो आपको बता दें कि इस बार 2 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण लग रहा है।
कितने बजे लग रहा है सूर्य ग्रहण
सूर्य ग्रहण के समय की बात करें, तो यह कुल 6 घंटे 3 मिनट तक रहेगा। ग्रहण 9 बजकर 14 मिनट से शुरू होगा और देर रात 3 बजकर 17 मिनट पर खत्म होगा।
इस बार दिखेगा वलयाकार सूर्य ग्रहण
इस बार सूर्य ग्रहण वलायाकर होगा, जिसमें सूरज के अधिकांश भाग पर छाया बनेगी, लेकिन किनारों से सूरज दिखेगा, जिससे एक अद्भुत आकृति बनेगी।
क्या होता है सूतक
सूतक काल सूर्य और चंद्र ग्रहण के दौरान लगता है। शास्त्रों के मुताबिक, इस समय किसी भी प्रकार के शुभ काम करने पर मनाही होती है। ऐसे में इस दौरान कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है।
क्या भारत में लग रहा है सूतक काल
आपको बता दें कि इस बार सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा। क्योंकि, जिस समय सूर्य ग्रहण लग रहा होगा, उस समय भारत में रात हो रही होगी। ऐसे में लोग ग्रहण को नहीं देख सकेंगे। ऐसे में ग्रहण न लगने की वजह से सूतक भी नहीं लग रहा है।
कैसे देख सकते हैं ग्रहण
अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA सूर्य ग्रहण के दौरान हैंडहैल्ड फिल्टर लगाने की सलाह देता है, जिससे आंखों को नुकसान न पहुंचे। ऐसे में आप नासा की वेबसाइट पर ग्रहण देख सकते है। यह सूर्य ग्रहण दक्षिण अमेरिका, अंटार्कटिका और हिंद महासागर के कुछ हिस्सों से देखा जा सकेगा।
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