हर अन्य खेल की तरह क्रिकेट का भी एक बोर्ड है, जो खेल के प्रशासन और वित्त को नियंत्रित करता है। ये क्रिकेट बोर्ड टूर्नामेंटों के आयोजन, खिलाड़ियों के अनुबंधों के प्रबंधन तथा प्रसारण अधिकारों और प्रायोजनों के माध्यम से राजस्व उत्पन्न करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
आईसीसी के अलावा प्रत्येक क्रिकेट खेलने वाले देश का अपना क्रिकेट बोर्ड भी है। तो, आइए दुनिया के शीर्ष 5 सबसे अमीर क्रिकेट बोर्डों पर एक नजर डालें।
दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड कौन-सा है ?
दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) है। बीसीसीआई की अनुमानित कुल संपत्ति 2.25 बिलियन डॉलर है और यह दुनिया के किसी भी अन्य क्रिकेट बोर्ड से काफी अधिक अमीर है।
क्रिकेट बोर्ड | टीमें | पूर्ण सदस्यता कब से | टेस्ट का दर्जा कब से | राजस्व (USD) |
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) | पुरुष • महिला • U19 | 31 मई 1926 | 25 जून 1932 | 2.2 बिलियन |
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) | पुरुष • महिला • U19 | 15 जून 1909 | 15 मार्च 1877 | 79 मिलियन |
इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) | पुरुष • महिला • U19 | 15 जून 1909 | 15 मार्च 1877 | 59 मिलियन |
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) | पुरुष • महिला • U19 | 28 जुलाई 1952 | 16 अक्टूबर 1952 | 55 मिलियन |
बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) | पुरुष • महिला • U19 | 26 जून 2000 | 10 नवंबर 2000 | 51 मिलियन |
क्रिकेट साउथ अफ्रीका (CSA) | पुरुष • महिला • U19 | 15 जून 1909 | 12 मार्च 1889 | 47 मिलियन |
BCCI
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) विश्व स्तर पर सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड है, जिसका अनुमानित मूल्य ₹18,760 करोड़ (लगभग 2.25 बिलियन डॉलर) है। यह अपार धन-संपत्ति मुख्य रूप से भारत में क्रिकेट की लोकप्रियता के कारण है, जहां इसे धर्म माना जाता है।
बीसीसीआई की वित्तीय ताकत आकर्षक इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) से बढ़ी है, जो प्रसारण अधिकारों, प्रायोजनों और टिकट बिक्री से भारी राजस्व अर्जित करती है।
अकेले आईपीएल ने ही महत्त्वपूर्ण निवेश आकर्षित किया है, जिसके प्रसारण अधिकार हाल ही में 2023-27 अवधि के लिए लगभग 6.2 बिलियन डॉलर में नीलाम हुए हैं।
CA
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) दुनिया का दूसरा सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड है, जिसकी वित्तीय ताकत ₹658 करोड़ (लगभग 79 मिलियन डॉलर) है। सीए ऑस्ट्रेलिया और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट को बढ़ावा देने और विकसित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
इसके राजस्व स्रोतों में अंतर्राष्ट्रीय मैचों और बिग बैश लीग (बीबीएल) जैसी घरेलू प्रतियोगिताओं के लिए पर्याप्त प्रसारण अधिकार समझौते शामिल हैं।
बीबीएल विश्व स्तर पर सबसे लोकप्रिय टी-20 लीगों में से एक बनकर उभरी है, जो सीए की आय में महत्त्वपूर्ण योगदान दे रही है। प्रमुख ब्रांडों के साथ प्रायोजन सौदे भी इसकी वित्तीय स्थिरता को बढ़ाते हैं।
ECB
इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) ₹492 करोड़ (लगभग $59 मिलियन) के वित्तीय मूल्यांकन के साथ सबसे अमीर क्रिकेट बोर्डों में तीसरे स्थान पर है।
क्रिकेट के संस्थापक निकायों में से एक के रूप में ईसीबी इंग्लैंड और उसके बाहर खेल के परिदृश्य को आकार देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इसका राजस्व मुख्य रूप से अंतर्राष्ट्रीय मैचों और घरेलू प्रतियोगिताओं के प्रसारण अधिकारों से आता है, जिसमें द हंड्रेड टूर्नामेंट भी शामिल है, जिसने महत्त्वपूर्ण दर्शक संख्या और प्रायोजन आकर्षित किया है।
ईसीबी को अंतर्राष्ट्रीय श्रृंखलाओं के दौरान खचाखच भरे स्टेडियमों में टिकटों की बिक्री से भी लाभ होता है। विभिन्न ब्रांडों के साथ मजबूत व्यावसायिक साझेदारी इसकी वित्तीय स्थिति को मजबूत करती है। जमीनी स्तर पर विकास और महिला क्रिकेट पर ईसीबी का ध्यान इसके आकर्षण और राजस्व क्षमता को और बढ़ाता है।
PCB
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ₹458 करोड़ (लगभग 55 मिलियन डॉलर) की वित्तीय ताकत के साथ दुनिया भर में सबसे अमीर क्रिकेट बोर्डों में चौथे स्थान पर है। 1949 में स्थापित पीसीबी ने हाल के वर्षों में अपने राजस्व स्रोतों को बढ़ाने के लिए महत्त्वपूर्ण प्रगति की है।
इसकी वित्तीय वृद्धि में प्रमुख योगदान पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) का है, जिसने 2016 में अपनी स्थापना के बाद से अपार लोकप्रियता हासिल की है। पीएसएल न केवल प्रसारण अधिकारों के माध्यम से आय अर्जित करता है, बल्कि स्थानीय पर्यटन और प्रशंसक जुड़ाव को भी बढ़ावा देता है।
इसके अतिरिक्त पीसीबी अंतर्राष्ट्रीय दौरों और विभिन्न ब्रांडों के साथ प्रायोजन सौदों से राजस्व अर्जित करता है।
BCB
बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्डों में पांचवें स्थान पर है, जिसकी कुल संपत्ति ₹425 करोड़ (लगभग 51 मिलियन डॉलर) है। हाल के वर्षों में बीसीबी ने बांग्लादेश में क्रिकेट की बढ़ती लोकप्रियता का लाभ उठाया है, जो अंतरराष्ट्रीय मंच पर राष्ट्रीय टीम की सफलताओं से प्रेरित है।
बीसीबी के राजस्व स्रोतों में अंतर्राष्ट्रीय मैचों और बांग्लादेश प्रीमियर लीग (बीपीएल) जैसे घरेलू टूर्नामेंटों के प्रसारण अधिकार शामिल हैं, जो महत्त्वपूर्ण दर्शक संख्या और प्रायोजकों को आकर्षित करते हैं। घरेलू मैचों की टिकट बिक्री भी उनकी आय में योगदान देती है।
जमीनी स्तर पर क्रिकेट को विकसित करने के बीसीबी के प्रयासों से प्रशंसकों की सहभागिता बढ़ी है, जिससे इसकी वित्तीय संभावनाएं और भी बढ़ गई हैं, क्योंकि बांग्लादेश में क्रिकेट लगातार फल-फूल रहा है।
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