स्वाइन फ्लू क्या होता है? (Swine Flu Definition)
स्वाइन फ्लू एक तीव्र संक्रामक रोग है, जो इनफ्लुएंजा वायरस (H1N1) के द्वारा फैलता है. चूंकि इस रोग के वायरस सबसे ज्यादा सूअरों में पाए जाते हैं इसीलिए इसको 'स्वाइन फ्लू' नाम दिया गया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का कहना है कि इन्फ्लूएंजा के इस नए स्ट्रेन, जिसे इन्फ्लुएंजा A (H1N1) कहा जाता है, से यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है. हालांकि अन्य स्ट्रेन जैसे; H3N2, H1N2, और H3N1 भी सूअरों में मौजूद रहते हैं.
स्वाइन फ्लू कैसे फैलता है? (How Swine Flu Spreads)
चूंकि यह एक संक्रामक रोग है इसलिए इसका संक्रमण, रोगी के संपर्क में आने से फैलता है. यह संपर्क कई तरीकों से हो सकता है जैसे, संक्रमित व्यक्ति की छींक के समय निकली संक्रमित द्रव की बूंदों के संपर्क में आने से, संक्रमित व्यक्ति के खांसने से निकली हवा के संपर्क में आने से और यदि संक्रमित व्यक्ति छींकने या खांसने के समय अपने हाथ को लगाता है और फिर इसी हाथ से किसी अन्य व्यक्ति से हाथ मिलाता है.
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इसके अलावा यदि रोगी;मोबाइल फोन, रिमोट कंट्रोल, दरवाजे, कीबोर्ड को छूता है और फिर कोई और इनको छूता है तो यह रोग फैलने की संभावना बढती है. सामान्यतः किसी व्यक्ति के संक्रमित होने के लक्ष्ण 1 से 7 दिन के अंदर दिखने लगते हैं.
स्वाइन फ्लू के सामान्य लक्षण क्या होते हैं? (Swine Flu Symptoms First Signs)
स्वाइन फ्लू से प्रभावित व्यक्ति में सामान्य लक्षण सर्दी-जुकाम जैसे ही लक्षण होते हैं, जैसे:-
1. सर्दी-खांसी
2. नाक बंद हो जाना या नाक से पानी बहना
3. सिरदर्द, शरीर दर्द, थकान, ठंड लगना, पेटदर्द
4. बुखार
5. कभी-कभी उल्टी और दस्त भी आते हैं
सबसे अधिक कौन हो सकता है स्वाइन फ्लू की चपेट में: गर्भवती महिलाएं, बच्चे, वृद्धजन एवं रोगों से ग्रसित व्यक्ति और कुपोषित व्यक्ति.
पीड़ित व्यक्ति क्या सावधानियां अपनाये? (Precaution for Swine Flu Patients)
स्वाइन फ्लू से पीड़ित व्यक्ति से दूर रहें और रोगी भी कोशिश करे कि वह लोगों के संपर्क में ना आए, सार्वजानिक जगहों पर ना जाये, ऑफिस, बाजार, स्कूल न जाएं. स्वस्थ लोग बिना धुले हाथों से मुंह, आंख, नाक छूने से बचें और सार्वजानिक जगहों से आने के बाद तुरंत साबुन इत्यादि से हाथ धोएं.
स्वाइन फ्लू के घरेलू उपचार (Swine Flu Treatment at Home)
1. कम से कम 7 तुलसी के पत्ते और काली मिर्च के 4 दाने पीसकर चाय में डालकर दिन में दो-तीन बार पिएं, इससे आराम मिलेगा.
2. आधा चम्मच हल्दी गरम पानी या शहद में मिलाकर पियें.
3. आधा चम्मच हल्दी पौना गिलास दूध में उबालकर पिएं.
4. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए 1/2 कप पानी में 1/2 चम्मच आंवला पाउडर मिलाकर दिन में दो बार पिएं.
कुल मिलाकर इसके इलाज के लिए वही उपाय करने हैं जो कि सर्दी और जुकाम के समय करने पड़ते हैं. उम्मीद है कि इस लेख को पढ़ने के बाद आप समझ गये होंगे कि स्वाइन फ्लू क्या होता है (definition of swine flu), कैसे फैलता है, इसके लिए कौन सा वायरस (H1N1) जिम्मेदार है और घर पर इसकी रोकथाम के लिए कौन से उपचार किये जा सकते हैं?
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