Operation Ajay: इन दिनों इजरायल और हमास के बीच संघर्ष जारी है। इजरायल की ओर से युद्ध की घोषणा कर दी गई है। इस कड़ी में दोनों देश के बीच युद्ध जारी है और अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है।
अभी तक यह कहना मुश्किल है कि इस युद्ध पर कब विराम लगेगा, क्योंकि प्रतिदिन यहां इमारतों पर मिसाइलें गिरने का क्रम बना हुआ है। ऐसे में भारत ने सक्रियता दिखाते हुए ऑपरेशन अजय की घोषणा कर दी है, जिससे इजरायल में फंसे हुए भारतीयों की मदद की जा सके और वे अपने स्वदेश लौट सके।
विदेश में जब भी इस तरह की विपरित स्थिति होती है, तो भारत की ओर से इस तरह से ऑपरेशन को लांच किया जाता है। इस लेख के माध्यम से हम भारत के इस महत्वपूर्ण मिशन के बारे में जानेंगे।
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क्या है ऑपरेशन अजय
इजरायल और फलस्तीनी आतंकी संगठन हमास के बीच युद्ध तेज हो रहा है। इस कड़ी में हमास की ओर से जारी हमले के बीच इजरायल के कई लोगों की जान चली गई है। वहीं, इजरायल की ओर से जवाबी कार्रवाई में भी हमास के कई आतंकी मारे गए हैं।
इस बीच इजरायल में कई भारतीय नागिरक भी फंसे हैं, जो स्वदेश लौटने के इंतजार में हैं। इसको देखते हुए भारत की ओर से बुधवार को ऑपरेशन अजय की घोषणा की गई थी। वहीं, शुक्रवार को 212 भारतीयों को लेकर पहली फ्लाइट भारत आ गई है। भारतीयों को लाने का क्रम जारी रहेगा।
चार्टेड फ्लाइट्स की ली जा रही है मदद
भारत के इस महत्वपूर्ण अभियान में चार्टेड फ्लाइट्स को लगाय गया है, जो कि भारतीयों को लाने में मदद करेंगे। वहीं, यदि आवश्यकता हुई, तो नेवी शिप को भी इस अभियान में शामिल किया जाएगा।
सभी भारतीय नहीं लौटेंगे स्वदेश
यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि इस ऑपरेशन के तहत केवल उन्हीं भारतीयों को वापस लाया जाएगा, जो कि भारत आना चाहते हैं। यदि कोई भारतीय वापस स्वदेश नहीं आना चाहता है, तो उसे नहीं लाया जाएगा।
इजरायल में कितने भारतीय फंसे हैं
अब सवाल यह है कि इजरायल में कितने भारतीय फंसे हैं। दरअसल, इजरायल में हर साल बड़ी संख्या में भारतीय नागरिक पहुंचते हैं। भारतीय नागरिक यहां पर व्यापार, शिक्षा व अन्य काम से पहुंचते हैं। ऐसे में यहां पर करीब 18,000 भारतीय फंसे हैं, जिन्हें वापस लाने के लिए ऑपरेशन अजय की शुरुआत की गई है।
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