पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत की ओर से पाकिस्तान में 9 जगहों पर आतंकी ठिकानों को तबाह किया गया है। इसके जवाब में पाकिस्तान की ओर से भारत पर हमला किया गया, हालांकि भारत ने इस हमले को नाकाम कर दिया।
हमले को नाकाम करने के लिए भारत ने पहली बार S-400 एयर डिफेंस सिस्टम का इस्तेमाल किया। ऐसे में यहां यह जानना जरूरी है कि आखिर S-400 एयर डिफेंस सिस्टम क्या है और यह क्यों जरूरी है।
सुरक्षा कवच के रूप में जाना जाता है S-400 एयर डिफेंस सिस्टम
भारतीय सेना के बेड़े में शामिल S-400 एयर डिफेंस सिस्टम सबसे शक्तिशाली एयर डिफेंस के रूप में जाना जाता है। इसकी पहचान सुरक्षा कवच के रूप में भी होती है। यह हवा में किसी भी प्रकार के संभावित हमले को रोकने के लिए सक्षम है। ऐसे में इसका अधिक महत्त्व है।
कितनी है डिफेंस सिस्टम की रेंज
S-400 एयर डिफेंस सिस्टम की रेंज की बात करें, तो इसकी रेंज 40 से 400 किलोमीटर तक है। भारत ने इसे मुख्य रूप से पाकिस्तान और चीन को देखते हुए खरीदा था।
क्योंकि, एयर डिफेंस सिस्टम में यह सबसे घातक हथियारों में शामिल है। यही वजह है कि भारत ने इसे बॉर्डर पर तैनात किया है। इस सिस्टम के बारे में ऐसा कहा जाता है कि यह अमेरिका के F-35 विमान को भी तबाह कर सकता है।
रूस से खरीदा गया था एयर डिफेंस सिस्टम
भारत ने साल 2018 में रूस से 5 अरब डॉलर की डील में S-400 एयर डिफेंस सिस्टम को खरीदा था। अक्टूबर 2018 में रूसी राष्ट्रपति पुतिन भारत यात्रा पर आए थे, उस समय S-400 एयर डिफेंस सिस्टम को लेकर डील की गई थी। भारत द्वारा डिफेंस सिस्टम की 5 यूनिट खरीदी गई थी।
हवा में ही मिसाइल या रॉकेट करता है तबाह
S-400 एयर डिफेंस सिस्टम हवाई हमले का जवाब देने में सक्षम माना जाता है। यह इतना शक्तिशाली होता है कि दुश्मन के रॉकेट या मिसाइल को ढूंढकर हवा में ही गिरा देता है। यही वजह है कि भारत समेत अन्य देशों ने भी इसे अपने बॉर्डर्स पर तैनात किया हुआ है।
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