प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के नए ठिकाने का उद्घाटन किया है। नए ठिकाने का नाम कर्तव्य भवन-3 है, जिसमें गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, ग्रामीण विकास मंत्रालय, एमएसएमई मंत्रालय, कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय और प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के कार्यालय मौजूद रहेंगे। अगले माह कर्तव्य भवन-1 और कर्तव्य भवन-2 का भी उद्घाटन हो जाएगा। इस लेख में हम जानेंगे कि आखिर यह नया ठिकाना क्यों खास है।
कुल 10 भवनों को किया जाना है तैयार
कर्तव्य भवन निर्माण सेंट्रल विस्टा परियोजना का हिस्सा है। इस योजना के तहत नई दिल्ली क्षेत्र में कुल 10 कर्तव्य भवन का निर्माण होना है। इसमें से एक कर्तव्य भवन-3 का निर्माण हो गया है। वहीं, दो अन्य कर्तव्य भवन का निर्माण कार्य सितंबर तक पूरा हो जाएगा, जबकि अन्य कर्तव्य भवन 2027 तक पूरे हो जाएंगे।
क्यों खास है कर्तव्य भवन-3
कर्तव्य भवन-3 को आधुनिक तौर पर तैयार किया गया है। इस भवन में आईटी-सक्षम कार्यस्थल, सुरक्षा के चाक-चौबंद, स्मार्ट एंट्री व एग्जिट, निगरानी कमांड सेंटर, ई-वाहन चार्जिंग स्टेशन, सोलर पैनल, अपशिष्ट जल का पुनः उपयोग, ठोस कचरा प्रबंधन प्रणाली, कैफेटेरिया, क्रेच व अन्य सुविधाएं जोड़ी गई हैं। साथ ही, सेंसर युक्त एलईडी लाइट्स भी हैं, जो कि जरूरत पड़ने पर ही जलेंगी।
गर्मी के मौसम में इमारत ठंडी रहे, इसके लिए विशेष प्रकार के कांच को खिड़कियों पर लगाया गया है। साथ ही, इससे बाहर का ध्वनि प्रदूषण भी इमारत में प्रवेश नहीं करेगा।
क्यों पड़ी कर्तव्य भवन की जरूत
मौजूदा समय में भारत सरकार के पास 55 मंत्रालय और 93 विभाग हैं। ये सभी नॉर्थ व साउथ ब्लॉक, कृषि भवन, उद्योग भवन और शास्त्री भवन में स्थित हैं। नॉर्थ व साउथ ब्लॉक को छोड़कर अन्य इमारतें 1950 से 1970 के दशक की हैं। ऐसे में ये इमारतें अब अधिक पुरानी हो चुकी हैं, जिनका रखरखाव अधिक महंगा हो गया है। इन सभी इमारतों में से सभी दफ्तर को निकालकर नए कर्तव्य भवन में शिफ्ट किया जाएगा।
नॉर्थ व साउथ ब्लॉक होगा खाली, टूटेंगे पुराने भवन
आने वाले समय में नॉर्थ व साउथ ब्लॉक को खाली कर दिया जाएगा और इनमें मौजूद मंत्रालयों को कर्तव्य भवन में शिफ्ट किया जाएगा। इसकी जगह यहां भारत सरकार म्यूजियम बनाएगी, जिसमें महाभारत काल से लेकर मौजूदा समय तक का इतिहास दिखाया जाएगा। वहीं, शास्त्री भवन, उद्योग व अन्य भवनों को तोड़ा जाएगा।
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