मंगलयान या मंगल ऑर्विटर मिशन : भारत का पहला मंगल अभियान

मंगल यान या मंगल आर्बिटर मिशन भारत का प्रथम मंगल अभियान है, जिसका प्रक्षेपण 5 नवंबर, 2013 को भारतीय अन्तरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने किया था | इसे श्रीहरिकोटा (आंध्र प्रदेश) स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) सी-25 के द्वारा सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया गया था |

Feb 17, 2016, 12:57 IST

मंगल यान या मंगल आर्बिटर मिशन भारत का प्रथम मंगल अभियान है, जिसका प्रक्षेपण 5 नवंबर, 2013 को भारतीय अन्तरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने किया था | इसे श्रीहरिकोटा (आंध्र प्रदेश) स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) सी-25 के द्वारा सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया गया था और 24 सितंबर 2014 को यह मंगल पर पहुँचा । इसके साथ ही भारत मंगल पर यान भेजने वाले देशों में शामिल हो गया |

भारत का यह मंगल अभियान मंगल पर अब तक भेजे सभी मिशनों में से सबसे सस्ता मिशन है | इसके मंगल पर पहुँचने के साथ ही भारत विश्व में अपने प्रथम प्रयास में ही मंगल अभियान में सफल होने वाला पहला देश बन गया है। वस्तुतः यह एक प्रौद्योगिकी प्रदर्शन परियोजना है जिसका लक्ष्य अन्तरग्रहीय अन्तरिक्ष मिशनों के लिये आवश्यक डिजाइन, नियोजन, प्रबन्धन तथा क्रियान्वयन का विकास करना है। प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय पत्रिका 'टाइम' ने भारत के मंगलयान को 2014 के सर्वश्रेष्ठ आविष्कारों में शामिल किया है|

मंगलयान के उपकरण

मंगलयान पर विभिन्न उद्देश्यों के लिए निम्नलिखित पाँच उपकरण लगे थे-

1. मीथेन सेंसर (Methane Sensor for Mars-MSM): यह मंगल ग्रह के वातावरण में मीथेन गैस की मात्रा को मापेगा तथा इसके स्रोतों का मानचित्र बनाएगा। मंगल पर मीथेन गैस की मौजूदगी वहाँ पर जीवन की संभावना का अनुमान लगाने में सहायक होगी |

2. ऊष्मीय अवरक्त स्पेक्ट्रोमीटर (Thermal Infrared Imaging Spectrometer-TIS): यह मंगल ग्रह की सतह का तापमान तथा उत्सर्जकता (Emissivity) की माप करेगा जो मंगल ग्रह की सतह की संरचना तथा उसमें उपस्थित खनिजों की जानकारी प्रदान करने में सहायक होगा |

3. मंगल कलर कैमरा (Mars Colour Camera-MCC): यह उपकरण दृश्य स्पेक्ट्रम में चित्र खींचेगा, जिससे अन्य उपकरणों के काम करने के लिए सन्दर्भ (Reference) प्राप्त होगा।

4. लिमैन अल्फा फोटोमीटर (Lyman Alpha Photometer-LAP): यह ऊपरी वातावरण में ड्यूटीरियम तथा हाइड्रोजन की मात्रा को मापेगा।

5. मंगल बाह्यमंडलीय उदासीन संरचना विश्लेषक (Mars Exospheric Neutral Composition Analyser-MENCA):  यह एक चतुःध्रुवी द्रव्यमान विश्लेषक है जो बाह्यमंडल में अनावेशित कण संरचना का विश्लेषण करने में सक्षम है।

मंगलयान : एक नजर में

उत्थापन भार (Lift Off Mass)

1,337 किलो

प्रक्षेपण तिथि

5 नवंबर 2013

प्रक्षेपण स्थल

श्रीहरिकोटा (आंध्र प्रदेश) स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र

प्रक्षेपण यान

ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) सी-25

उपकरणों की संख्या

5

मंगल पर पहुँचने की तिथि

24 सितंबर, 2014

प्रणाली (Mechanism)

सौर पैनल चालित प्रणाली (Solar Panel Drive Mechanism-SPDM), परावर्तक (Reflector) एवं सौर पैनल प्रसार (Solar panel deployment)

नोदन (Propulsion)

द्वि-नोदन प्रणाली (Bi propellant system) ,नोदन भार : 852 किग्रा.

तापीय प्रणाली

निष्क्रिय तापीय नियंत्रण प्रणाली (Passive thermal control system)

ऊर्जा प्रणाली

तीन सौर पैनल

Jagranjosh
Jagranjosh

Education Desk

Your career begins here! At Jagranjosh.com, our vision is to enable the youth to make informed life decisions, and our mission is to create credible and actionable content that answers questions or solves problems for India’s share of Next Billion Users. As India’s leading education and career guidance platform, we connect the dots for students, guiding them through every step of their journey—from excelling in school exams, board exams, and entrance tests to securing competitive jobs and building essential skills for their profession. With our deep expertise in exams and education, along with accurate information, expert insights, and interactive tools, we bridge the gap between education and opportunity, empowering students to confidently achieve their goals.

... Read More

आप जागरण जोश पर भारत, विश्व समाचार, खेल के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए समसामयिक सामान्य ज्ञान, सूची, जीके हिंदी और क्विज प्राप्त कर सकते है. आप यहां से कर्रेंट अफेयर्स ऐप डाउनलोड करें.

Trending

Latest Education News