अगर आप सही मायने में एक क्रिएटिव इंसान हैं और आपको नए-नए आकर्षक डिज़ाइन बनाने में काफी दिलचस्पी है तो आप डिजाइनिंग की विभिन्न फ़ील्ड्स (फैशन डिजाइनिंग, ग्राफ़िक डिजाइनिंग, एक्सेसरी डिजाइनिंग, फूटवियर डिजाइनिंग और इंटीरियर डिजाइनिंग) में अपना करियर शुरू कर सकते हैं. हमारे देश में कुछ दशक पूर्व तक आर्किटेक्चर्स बिल्डिंग डिज़ाइन करते समय संबद्ध बिल्डिंग के इंटीरियर्स की डिजाइनिंग कर देते थे. लेकिन आजकल, अन्य अनेक देशो की ही तरह हमारे देश भारत में भी इंटीरियर डिजाइनिंग एक अलग और विशेष डिजाइनिंग फील्ड के तौर पर उभरी है और धीरे-धीरे इस फील्ड में स्पेशलाइजेशन या अलग प्रोफेशन – इंटीरियर डिज़ाइनर – की शुरुआत हो गई है. इस आर्टिकल में हम इंडियन इंटीरियर डिजाइनिंग के विभिन्न कोर्सेज, करियर और ग्रोथ स्कोप के बारे में चर्चा कर रहे हैं.
इंटीरियर डिजाइनिंग और इंटीरियर डिज़ाइनर के बारे में महत्त्वपूर्ण जानकारी
अगर हम इंटीरियर डिजाइनिंग को भारत के संदर्भ में थोडा विस्तार से समझें तो वर्ष 2020 तक भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी कंस्ट्रक्शन मार्केट बन जायेगा और वर्ष 2021 तक हमारे देश में इंटीरियर डिजाइनिंग इंडस्ट्री की टोटल ग्रोथ लगभग 1140 मिलियन डॉलर तक पहुंच जायेगी.. आजकल हम स्मार्ट फ़ोन्स की तरह ही स्मार्ट होम्स के कॉन्सेप्ट बारे में सुन रहे हैं जो काफी हद तक इंटीरियर डिजाइनिंग से ही संबद्ध हैं. इंटीरियर डिजाइनिंग में प्रमुख रूप से हमारे घर और कमर्शियल बिल्डिंग्स की डेकोरेशन, स्टाइल और फर्नीचर या अन्य किस्म के साजो-सामान की डिजाइनिंग को शामिल किया जाता है. इंटीरियर डिजाइनिंग से हमारे घर और ऑफिस का स्पेस तथा साजो-सामान ज्यादा आकर्षक और उपयोगी बन जाता है. दरअसल, लगातार टेक्नोलॉजिकल एडवांसमेंट होने की वजह से अब लोग अपने घर से कोसों दूर होने पर भी एक क्लिक पर अपने घर के कई फंक्शन्स को कंट्रोल कर रहे हैं. इसी तरह, इंटीरियर डिजाइनिंग की फील्ड में लोग वर्चुअल रियलिटी के जरिये अनेक पेंट्स, वालपेपर्स, फ्लोरिंग और फर्नीचर डिज़ाइन्स देखते और पसंद करते हैं. वास्तव में इंटीरियर डिज़ाइनर्स हमारे घर, ऑफिस और अन्य बिल्डिंग्स को हमारे बजट के मुताबिक ज्यादा उपयोगी, आकर्षक और कलात्मक बनाने के लिए काम करते हैं.
इंडियन इंटीरियर डिजाइनिंग के एजुकेशनल कोर्सेज और एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
किसी मान्यताप्राप्त एजुकेशनल बोर्ड से आर्ट्स, कॉमर्स या साइंस स्ट्रीम से 12वीं पास स्टूडेंट्स इंटीरियर डिजाइनिंग से संबंधित डिग्री, डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स कर सकते हैं. भारत में आमतौर पर सर्टिफिकेट कोर्सेज 6 महीने – 1 साल में पूरे हो जाते हैं और डिप्लोमा कोर्सेज की अवधि 1 -2 साल है जबकि अंडरग्रेजुएट कोर्सेज की अवधि 3 – 5 साल है. भारत में प्रमुख इंटीरियर डिजाइनिंग कोर्सेज निम्नलिखित हैं:
- सर्टिफिकेट – इंटीरियर डिज़ाइन
- सर्टिफिकेट – इंटीरियर डिज़ाइन एंड डेकोरेशन
- पीजी सर्टिफिकेट कोर्स – इंटीरियर डिज़ाइन
- डिप्लोमा – इंटीरियर डिज़ाइन
- डिप्लोमा – इंटीरियर डिज़ाइन एंड आर्किटेक्चर
- पीजी डिप्लोमा – इंटीरियर डिज़ाइन
- बीए – इंटीरियर डिज़ाइन
- बीए – इंटीरियर आर्किटेक्चर एंड डिज़ाइन
- बीएससी – इंटीरियर डिज़ाइन
- बीआर्क. – इंटीरियर डिज़ाइन
- बैचलर ऑफ़ इंटीरियर डिज़ाइन
- बैचलर ऑफ़ डिज़ाइन – इंटीरियर डिज़ाइन
- एमए/ एमएससी – इंटीरियर डिज़ाइन
- मास्टर ऑफ़ डिज़ाइन/ एमआर्क. – इंटीरियर डिज़ाइन एंड प्लानिंग
विभिन्न इंडियन इंटीरियर डिजाइनिंग कोर्सेज के लिए टॉप इंस्टीट्यूट्स
अगर आपको इंटीरियर डिजाइनिंग की फील्ड में इंटरेस्ट है तो आप निम्नलिखित प्रमुख इंस्टीट्यूट्स से कोई सूटेबल डिग्री, डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स कर सकते हैं:
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ फैशन टेक्नोलॉजी, नई दिल्ली
- इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडियन इंटीरियर डिज़ाइनर्स, नई दिल्ली
- क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, कोचीन
- स्कूल ऑफ़ इंटीरियर डिज़ाइन, अहमदाबाद
- साउथ डेल्ही पॉलिटेक्निक फॉर वीमेन, दिल्ली
- सेंट फ्रांसिस इंस्टीट्यूट ऑफ़ आर्ट एंड डिज़ाइन, मुंबई
- IIT, बॉम्बे
- पर्ल एकेडमी, दिल्ली
- आर्क एकेडमी ऑफ़ डिज़ाइन, जयपुर, राजस्थान
इंडियन इंटीरियर डिजाइनिंग से संबद्ध प्रमुख जॉब प्रोफाइल्स
हमारे देश में इंटीरियर डिजाइनिंग की फील्ड से संबंधित निम्नलिखित जॉब प्रोफाइल्स के लिए इंटीरियर डिज़ाइनर्स अप्लाई कर सकते हैं:
- कॉर्पोरेट डिज़ाइनर
- हेल्थकेयर डिज़ाइनर
- यूनिवर्सल डिज़ाइनर
- इंटीरियर डिज़ाइनर – होम डेकोर
- इंटीरियर डिज़ाइनर – किचन एंड बाथ
इंडियन इंटीरियर डिजाइनिंग के टॉप रिक्रूटर्स
हमारे देश में इंटीरियर डिज़ाइनर्स को निम्नलिखित कंपनियों में जॉब के अच्छे ऑफर्स मिल सकते हैं:
- गवर्नमेंट सेक्टर में बिल्डिंग एंड ऑफिस परिसर प्रोजेक्ट्स
- फर्नीचर मैन्युफैक्चरिंग एंड डिज़ाइन फर्म्स
- होटल्स एंड रिसॉर्ट्स
- आर्किटेक्चर एंड बिल्डर फर्म्स
- इंटीरियर डिज़ाइन एजेंसीज़
- इंटीरियर डिज़ाइन शॉप्स
- टाउन एंड सिटी प्लानिंग ब्यूरोज़
- इवेंट मैनेजमेंट कंपनीज़
- पब्लिक यूटिलिटी कमर्शियल बिल्डिंग्स – मॉल, हॉस्पिटल, क्लब्स, मल्टीप्लेक्स बिल्डिंग
कुछ वर्ष जॉब करने के बाद ये पेशेवर अपना कारोबार भी शुरू कर सकते हैं जिसमें ये पेशेवर अपने टैलेंट के मुताबिक हर महीने लाखों रुपये तक कमाई कर सकते हैं.
इंडियन इंटीरियर डिजाइनिंग का सैलरी पैकेज
इंटीरियर डिजाइनिंग की फील्ड में पेशेवरों को भारत में काफी आकर्षक सैलरी पैकेज मिलता है. अपने करियर के शुरूआती दिनों में ये पेशेवर एवरेज 20 हजार रुपये मासिक कमाते हैं. कुछ वर्षों के अनुभव के बाद इन पेशेवरों को एवरेज 30 हजार – 75 हजार रुपये मासिक वेतन मिलता है. अगर ये पेशेवर कुछ वर्षों के अनुभव के बाद अपना कारोबार शुरू करते हैं और अपनी फील्ड में इनकी खास पहचान बन गई है तो इन पेशेवरों की कमाई की अधिकतम सीमा निर्धारित नहीं की जा सकती है. बहुत बार इन पेशेवरों को प्रोजेक्ट के मुताबिक पेमेंट मिलती है जो लाखों रुपये तक हो सकती है.
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