नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा JEE Main 2019 की परीक्षा 8 जनवरी से 12 जनवरी तक सफलता पूर्वक कंडक्ट की जा चुकी है. JEE Main 2019 के पेपर 1 और पेपर 2 के लिए पूरे देश भर में 458 परीक्षा केंद्र बनाये गये थे. इसके साथ-साथ विदेशों में भी 9 परीक्षा केंद्र बनाये गए थे. इस परीक्षा के लिए 11,09,250 उम्मीदवारों ने पंजीकरण किया था, किन्तु 9,41,117 उम्मीदवारों ने ही परीक्षा में भाग लिया. JEE Main 2019 की परीक्षा देने के बाद सबसे पहले विद्यार्थी अपना Expected स्कोर जानना चाहते हैं. इसके लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा छात्रों को JEE Main की आधिकारिक वेबसाइट पर प्रश्न पत्र और उत्तर कुंजी (Answer Key) उपलब्ध करवा दी गयी हैं. विद्यार्थी कंप्यूटर बेस्ड परीक्षा (CBT) के दौरान उनके द्वारा मार्क किये गये विकल्पों को JEE Main 2019 Answer Key से मिला कर अपना expected स्कोर आसानी से जान सकते हैं.
अपने expected मार्क्स जानने के बाद विद्यार्थी JEE Main 2019 Expected Cut-off के बारे में जानना चाहते हैं. JEE Advanced 2019 के लिए क्वालीफाई करने के लिए IITs के द्वारा JEE Main 2019 में विद्यार्थियों के प्रदर्शन के आधार पर न्यूनतम अंक निर्धारित किये जायेंगे जिसके आधार पर विद्यार्थियों को परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जायेगी.
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आज हम इस लेख में विद्यार्थियों को JEE Main 2019 की कट-ऑफ से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण बातों के बारे में बताएँगे. इसके साथ-साथ हम JEE Main 2019 की Expected कट-ऑफ के बारे में भी बताएँगे.
सबसे पहले हम JEE Main 2019 की कट-ऑफ के कम होने के कुछ कारणों के बारे में समझ लेते हैं.
(a) परीक्षा में आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की संख्या:
किसी भी परीक्षा की हाई कट-ऑफ का सबसे बड़ा कारण होता है परीक्षा में आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की संख्या. अगर परीक्षा में आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की संख्या अधिक होगी तो यक़ीनन परीक्षा की कट-ऑफ ज़्यादा जायेगी. 9,41,117 उम्मीदवारों ने JEE Main 2019 की परीक्षा दी है जिसमें पिछले वर्ष की तुलना में उम्मीदवारों की संख्या में 9% की गिरावट आई है. इसलिए JEE Main 2019 की कट-ऑफ पिछले वर्ष की तुलना में कम हो सकती है.
(b) JEE Advanced के लिए Eligible उम्मीदवारों की संख्या:
वर्ष 2018 में JEE Main के टॉप 224000 उम्मीदवार JEE Advanced की परीक्षा में बैठने के लिए eligible थे. जैसे कि हम जानते है कि सरकार द्वारा साधारण श्रेणी के गरीब लोगों के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण की घोषणा की गयी है. यूनियन HRD मिनिस्टर प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि इसके लिए 2019-2020 सत्र में सभी शिक्षा संस्थानों में 25% सीट बढ़ाई जायेंगी. जिससे यक़ीनन JEE Advanced के लिए eligible उम्मीदवारों की संख्या में बढ़ोतरी होगी. इससे भी JEE Main 2019 की कट-ऑफ पिछले वर्ष की तुलना में कम हो सकती है.
(c) प्रश्न पत्र का कठिनाई स्तर:
किसी भी परीक्षा कि कट-ऑफ को निर्धारित करने के लिए प्रश्न पत्र का कठिनाई स्तर सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. प्रश्न पत्र का कठिनाई स्तर जितना अधिक होता है उतनी ही कम कट-ऑफ जाती है. विद्यार्थियों के अनुसार इस वर्ष का प्रश्न पत्र पिछले वर्ष की तुलना में अधिक कठिन था. इससे हम कह सकते हैं कि JEE Main 2019 की कट-ऑफ पिछले वर्ष की तुलना में कम हो सकती है.
(d) परीक्षा में विद्यार्थियों का प्रदर्शन:
कट-ऑफ निर्धारित करने के लिए यह भी महत्वपूर्ण हैं कि विद्यार्थियों ने परीक्षा में कैसा प्रदर्शन किया है. अगर विद्यार्थी परीक्षा में बहुत अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो निश्चित ही कट-ऑफ हाई जाती है. इस वर्ष पहली बार नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा JEE Main की परीक्षा पूरी तरह से कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट माध्यम में कंडक्ट की गयी थी. ऑफलाइन परीक्षा की तुलना में ऑनलाइन परीक्षा देने में विद्यार्थियों को कठिनाई होती है . इसलिए भी JEE Main 2019 की कट-ऑफ पिछले वर्ष की तुलना में कम हो सकती है.
अब हम JEE Main 2019 की कट-ऑफ के ज्यादा होने के कारणों पर भी एक नज़र डाल लेते हैं.
- परीक्षा का साल में दो बार होना:
वर्ष 2019 से JEE Main की परीक्षा साल में दो बार (जनवरी और अप्रैल) कंडक्ट की जायेगी. इससे विद्यार्थियों का प्रदर्शन अच्छा होने की पूरी सम्भावना है क्योंकि जनवरी महीने की परीक्षा देने के बाद विद्यार्थियों को अपनी गलती आसानी से पता चल जायेगी और 3 महीनों में वे उसको ठीक करने का भरपूर प्रयास करेंगे. इसलिए जनवरी की JEE Main 2019 की कट-ऑफ ज्यादा जा सकती है.
- JEE Advanced में लिमिटेड बच्चों का eligible होना:
अगर जनवरी की JEE Main 2019 की कट-ऑफ कम होती है तो इसमें JEE Advanced के लिए क्वालीफाई करने वाले छात्रों की संख्या बढ़ जायेगी. इसका प्रभाव अप्रैल में होने वाली JEE Main 2019 की कट-ऑफ पर यक़ीनन पड़ेगा. जिसके कारण JEE Advanced के लिए क्वालीफाई करने वाले विद्यार्थियों की संख्या में बढ़ोतरी होगी. इसलिए जनवरी की JEE Main 2019 की कट-ऑफ ज्यादा जा सकती है.
पिछले सालों की कट-ऑफ:
पिछले सालों की कट-ऑफ देखने के बाद विद्यार्थी JEE Main 2019 की कटऑफ का अंदाजा लगा सकते हैं. पिछले साल JEE Main में सामान्य वर्ग के लिए कट-ऑफ 74 मार्क्स गयी थी. JEE Main की परीक्षा में 1 प्रश्न सही करने पर विद्यार्थियों को 4 नंबर मिलते हैं इसका अर्थ है कि जिस विद्यार्थी ने 90 में से 19 प्रश्नों को सही हल किया होगा उसने आसानी से JEE Advanced के लिए क्वालीफाई कर लिए होगा.
विद्यार्थी पीछे सालों की कट-ऑफ देखने के लिए नीचे दी गयी टेबल तो रेफ़र कर सकते हैं.
Year | Category | JEE Main Qualifying Marks |
2018 | General | 74 |
OBC – NCL | 45 | |
SC | 29 | |
ST | 24 | |
2017 | General | 81 |
OBC – NCL | 49 | |
SC | 32 | |
ST | 27 | |
2016 | General | 100 |
OBC – NCL | 70 | |
SC | 52 | |
ST | 48 | |
2015 | General | 105 |
OBC – NCL | 70 | |
SC | 50 | |
ST | 44 |
ऊपर दिये गए सभी कारकों और पिछले वर्षों की कट-ऑफ के आधार पर हमारे अनुसार विभिन्न वर्गों के लिए Expected कट-ऑफ कुछ इस प्रकार हो सकती है.
Category | JEE Main 2019 Expected cut-off |
General | 66-70 |
OBC – Non-Creamy Layer | 37-41 |
SC | 23-25 |
ST | 20-23 |
नोट: उपर दी गयी कट-ऑफ केवल expected है. JEE Main 2019 की आधिकारिक कट-ऑफ की घोषणा 31 जनवरी को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा JEE Main की वेबसाइट पर की जायेगी.
JEE Main 2019 कट-ऑफ को लेकर विद्यार्थियों के कुछ doubts उत्तर निम्लिखित हैं.
1. JEE Main 2019 के लिए कोई क्वालीफाइंग मार्क्स नहीं होंगे.
2. JEE Main 2019 में किसी भी सब्जेक्ट के लिए अलग से कट-ऑफ नहीं होगी.
3. JEE Main 2019 की कट-ऑफ सभी 10 शिफ्ट्स के पेपर के कठिनाई स्तर को देख कर निर्धारित की जायेगी.
4. विद्यार्थियों को JEE Main 2019 के लिए अप्रैल में फिर मौका दिया जाएगा, जिसके लिए अलग से कट-ऑफ निर्धारित की जायेगी.
5. दोनों परीक्षाएँ देने वाले विद्यार्थियों का बेस्ट स्कोर कंसीडर किया जाएगा.
6. NITs, IIITs और GFTIs में JEE Main 2019 के जनवरी और अप्रैल दोनों सेशंस के आधार पर दाखिला होगा.
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