अक्सर एमबीए को सफलता का शॉर्टकट कहा जाता.है यह एक हाई पैकेज वाला आकर्षक करियर विकल्प प्रदान करता है. हालांकि, एक सुरक्षित करियर विकल्प के बावजूद भी पिछले कुछ वर्षों से कई एमबीए छात्रों ने यह सोचना शुरू कर दिया कि उनके लिए सही करियर विकल्प और दूसरा क्या हो सकता है ?
एमबीए की डिग्री हासिल करने के लिए किए गए बड़े वित्तीय निवेश को ध्यान में रखते हुए, इस वर्ष एमबीए छात्रों के लिए उपलब्ध नौकरी की संभावनाओं को देखते हुए इस सन्दर्भ में चिंता करना स्वाभाविक है.
एमबीए डिग्री से सम्बन्धित मार्केट हाइप के बावजूद हाईएस्ट पेइंग एमबीए जॉब्स पर संक्षिप्त डेटा उपलब्ध है.टॉप बिजनेस स्कूल्स द्वारा प्रदान किये गए प्लेसमेंट डेटा एवरेज होते हैं जो इस विषय में सिर्फ आंशिक जानकारी मात्र ही दे पाते हैं.
इस विषय की स्पष्ट जानकारी के लिए हमने नीचे कुछ हाईएस्ट पेइंग एमबीए जॉब्स की सूची प्रस्तुत की है. इस सूची में इन जॉब्स के लिए आवश्यक स्किल्स सेट तथा पैकेज का विवरण भी दिया गया है.
1. प्रोजेक्ट मैनेजर
मैनेजमेंट की स्टडी कम्प्लीट करने के बाद अधिकांश उम्मीदवारों को कार्पोरेट कंपनियों द्वारा प्रोजेक्ट मैनेजर के पद पर हायर किया जाता है. एक प्रोजेक्ट मैनेजर के रूप में उम्मीदवार को किसी विशेष प्रोजेक्ट को मैनेज करने तथा उससे जुड़े हर इश्यू को हैंडल करने की जिम्मेदारी दी जाती है. इसके अंतर्गत उन्हें प्लानिंग,स्ट्रेटेजी,डेवेलपमेंट फोरकास्ट, टीम बिल्डिंग तथा निर्धारित समय में टारगेट पूरा करने का लक्ष्य आदि कार्य शामिल होते हैं.
प्रोजेक्ट मैनेजर की भूमिका नए फर्मों में बहुत लोकप्रिय है,खासकर आईटी-फर्म में जो एक ही समय में कई प्रोजेक्ट पर कार्य करते हैं.
आवश्यक योग्यता : प्रोजेक्ट मैनेजर की पोजीशन एक जेनरलिस्ट पोजीशन होती है.इसलिए उनमें एक विशाल स्किल्स सेट का होना अनिवार्य है. उन स्किल्स में से कुछ हैं -
- टीम बिल्डिंग और मैनेजमेंट
- बेहतरीन कम्युनिकेशन स्किल्स
- मैनेजेंट स्किल्स
- प्लानिंग और स्ट्रेटेजी
- बुनियादी वित्तीय समझ (बेसिक फायनेंसियल अंडरस्टैंडिंग)
- टारगेट को प्राप्त करने का उत्साह
पारिश्रमिक / सैलरी : एक फ्रेशर एमबीए ग्रेजुएट्स को कहीं भी 4 से 5 लाख सालाना की पैकेज आसानी से मिल सकती है. अन्य पोस्ट की तरह प्रोजेक्ट मैनेजर के भी प्रोमोशन, सैलरी हाइक आदि के भरपूर अवसर मिलते हैं और यह उनके टैलेंट पर निर्भर करता है कि वे इसका कितना फायदा उठा सकते हैं ? अनुभवी और स्किल्ड प्रोजेक्ट मैनेजर को सालाना 19 से 20 लाख रुपये का पैकेज मिल सकता है.
2. बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर
जॉब प्रोफ़ाइल : बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर को आम तौर पर बीडी मैनेजर के रूप में जाना जाता है. यह एक और आकर्षक जॉब प्रोफ़ाइल है. इस प्रोफाइल पर फ्रेशर्स और अनुभवी दोनों ही उम्मीदवारों को बहुत अच्छा सैलरी पैकेज मिलता है. इनका मुख्य कार्य किसी भी बिजनेस के विस्तार के लिए स्ट्रेटेजी बनाना,ऐसे व्यवहारिक प्रोपोजल्स बनाना जिसे पूरा करना आसान हो, आदि है. इसके अतिरिक्त बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर को अपना टारगेट पूरा करने के लिए अपनी टीम की मदद से सभी प्लान्स और प्रोपोजल्स के अनुसार निर्धारित समय सीमा के अन्दर कार्य करना होता है.
आवश्यक योग्यता : बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर की पोजीशन भी एक जेनरलिस्ट पोजीशन होती है. हालांकि, इनका मुख्य कार्य एक नई स्ट्रेटेजी बनाने के लिए मौजूदा व्यापार मॉडल की प्लानिंग तथा उसका एनालिसिस करना होता है.
बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर के रूप में अपना करियर बनाने की इच्छा रखने वाले एमबीए ग्रेजुएट्स के लिए निम्नलिखित योग्यताएं अनिवार्य हैं -
- एनालिटिकल एबिलिटी
- कम्युनिकेशन स्किल्स
- इंटरपर्सनल स्किल्स
- मैनेजीरियल स्किल्स
- नेटवर्किंग स्किल्स
- निर्धारित समय सीमा के अन्दर टारगेट पूरा करने की योग्यता
- आउट ऑफ द बॉक्स/ इन्नोवेटिव थिंकिंग
पारिश्रमिक / सैलरी : अगर सैलरी की बात की जाय तो एक फ्रेशर बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर को 5 लाख से 5.5 लाख रूपये सैलरी सालाना मिलती है. योग्यता और अनुभव के विकास के साथ यह सैलरी 15-16 लाख तक पहुँच सकती है.
3. मार्केटिंग मैनेजर
जॉब प्रोफ़ाइल : मार्केटिंग सर्वाधिक प्रचलित क्षेत्रों में से एक है.इसलिए अधिकांश उम्मीदवार इसी फील्ड में अपना करियर बनाना चाहते हैं. मार्केटिंग स्पेशलाइजेशन वाले एमबीए ग्रेजुएट्स को आम तौर पर कम्पनियों या इंस्टीट्यूट्स तथा ऑर्गनाइजेशन में मार्केटिंग मैनेजर के रूप में हायर किया जाता है. मार्केटिंग मैनजेर किसी बिजनेस से जुड़े सभी मार्केटिंग मुद्दों को देखता है तथा प्रोडक्ट के सेलिंग की पूरी जिम्मेवारी उसी के ऊपर होती है. इसलिए प्रभावी मार्केटिंग पॉलिसी,उसकी प्लानिंग तथा उसे किस तरह लागू किया जा सकता है ? आदि कार्यों की पूरी जवाबदेही इनके ऊपर ही होती है.
आवश्यक योग्यता : एक अच्छे मार्केटिंग मैनेजर में निम्नांकित गुण होने चाहिए :
- प्रभावी कम्युनिकेशन स्किल्स
- इंटरपर्सनल स्किल्स
- मार्केटिंग प्रोफेशनल्स के वास्ट नेटवर्क को मैनेज करने की योग्यता
- लॉजिकल थिंकिंग
- एनालिटिकल एबिलिटी
- स्ट्रेटेजी बनाना, उसकी प्लानिंग तथा उसको समय रहते पूरा करने की योग्यता
- किसी भी विषय में विस्तार से बताने की क्षमता
पारिश्रमिक / सैलरी : आजकल कार्पोरेट जगत तथा मार्केट में मार्केटिंग मैनेजर्स की बहुत डिमांड है. इस हाई डिमांड की वजह से इन्हें बहुत अच्छी सैलरी भी दी जाती है. फ्रेश एमबीए ग्रेजुएट्स को 6 लाख सलाना तक का पैकेज मिलता है तथा अनुभवी तथा योग्य मार्केटिंग मैनेजर्स 18- 19 लाख सालाना तक का पैकेज प्राप्त करते हैं.
4. सैप कंसल्टेंट / मैनेजर
जॉब प्रोफाइल : आज के समय में एमबीए कंसल्टेंट की भी मार्केट में बहुत डिमांड है. इनमें भी सैप कंसल्टेंट की डिमांड बहुत ही ज्यदा है तथा आजकल ये मार्केट पर राज कर रहे हैं. सैप का मतलब है सिस्टम,अप्लिकेशन एंड प्रोडक्ट्स इन डेटा इंडस्ट्री. डेटा इंडस्ट्री आजकल बूम पर है. सैप कंसल्टेंट का मुख्य कार्य क्लाइंट की जरुरत को पूरा करने वाले प्रोडक्ट की डिजाईन तैयार करना होता है.
आवश्यक योग्यता : ऐसे सभी एमबीए उम्मीदवार जो सैप कंसल्टेंट के रूप में कार्पोरेट वर्ल्ड में अपना करियर बनाना चाहते हैं उनमें निम्नांकित योग्यताएं होनी चाहिए -
- बेहतर इंटरपर्सनल स्किल्स
- प्रभावी कम्युनिकेशन स्किल्स
- एनालिटिकल माइंड
- टेक्नीकल अंडर स्टैंडिंग
- निगोशिएशन स्किल्स
पारिश्रमिक / सैलरी : सैप कंसल्टेंट्स एक नवीन और आगामी क्षेत्र है जो अभी तक अपने प्रथम चरण में ही है.इसलिए, इस प्रोफ़ाइल के लिए सैलरी में अन्य पदों की अपेक्षा थोड़ा सा उतार चढ़ाव है. सैप कंसल्टेंट को 2.93 लाख - 12.37 लाख के बीच की सैलरी ऑफर की जाती है.
5. बिजनेस एनालिस्ट
जॉब प्रोफाइल : एक बिजनेस एनालिस्ट की जॉब प्रोफ़ाइल परंपरागत रूप से एमबीए ग्रेजुएट्स का गढ़ रहा है. बिजनेस एनालिस्ट के मुख्य कार्यों में ऑर्गनाइजेशन की मौजूदा बिजनेस स्ट्रेटेजीका मूल्यांकन करना, उनमें मौजूद कमियों और समस्याओं की पहचान करना और न्यूनतम नुकसान के साथ उन्हें हल करने के सही समाधान का सुझाव देना आदि कार्य मुख्य रूप से शामिल हैं. हालांकि यह एक कंसल्टेंट के पद की तरह जान पड़ता है और कभी कभी उन्हें अन्य एनालिस्ट्स द्वारा सुझाई गई योजनाओं और स्ट्रेटेजी के निष्पादन की निगरानी करना पड़ता है. पिछले कुछ वर्षों में फायनांस एनालिस्ट तथा पीआर एनालिस्ट्स जैसे कई नए जॉब प्रोफाइल उभरकर सामने आये हैं.
आवश्यक योग्यता : एक बिजनेस एनालिस्ट में निम्नांकित योग्यताएं होनी चाहिए
- किसी भी चीज का विस्तृत विश्लेषण करने की क्षमता या योग्यता
- प्रॉब्लम सॉल्विंग अप्रोच
- एनालिटिकल और लॉजिकल स्किल्स
- इंटरपर्सनल स्किल्स
- प्रभावी कम्युनिकेशन स्किल्स
पारिश्रमिक / सैलरी : यह एक जेनरलिस्ट पोजीशन है और अधिकतर बिजनेस ऑर्गनाइजेशन में सबसे अधिक उपलब्ध प्रोफ़ाइल में से एक है. वर्तमान जॉब मार्केट के तहत, बिजनेस एनालिस्ट को 5 लाख रुपये से लेकर 11.32 लाख रुपये तक की सालाना सैलरी ऑफर की जाती है.
6. ह्यूमन रिसोर्स मैनेजर
जॉब प्रोफाइल : ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट फील्ड भी अधिकांश मैनेजमेंट ग्रेजुएट्स की पहली पसंद होता है. ह्यूमन रिसोर्स मैनेजर का मुख्य कार्य एम्प्लॉयी को हायर करना, स्टाफ की जरूरतों की देखभाल करना,ऑफिस के एम्प्लॉयी के लिए सही वर्क कल्चर तथा अनुकूल ऑफिस का माहौल विकसित करना है.
आवश्यक योग्यता : एक जेनरलिस्ट पोजीशन होने के कारण इसके लिए किसी विशेष योग्यता की आवश्यकता तो नहीं होती लेकिन मैनेजमेंट स्किल्स के अंतर्गत आने वाले सभी स्किल्स इनमें होना चाहिए. ये स्किल्स इनके लिए सहयोगी साबित होते हैं.
पारिश्रमिक / सैलरी :: एच आर मैनेजर की सैलरी आम तौर पर सालाना 3 -5 लाख के बीच होती है.
हाईएस्ट पेइंग एमबीए जॉब्स और उनकी सैलरी
जॉब प्रोफाइल | सैलरी (फ्रेशर) | सैलरी (एक्सपीरिएंस्ड) |
प्रोजेक्ट मैनेजर | 4 -5 लाख रूपये प्रति वर्ष | 19 - 20 लाख रूपये प्रति वर्ष |
बिजनेस डेवेलपमेंट मैनेजर | 5 -5.5 लाख रूपये प्रति वर्ष | 15 - 16 लाख रूपये प्रति वर्ष |
मार्केटिंग मैनेजर | 6 लाख रूपये प्रति वर्ष | 18 -19 लाख रूपये प्रति वर्ष |
सैप कंसल्टेंट/ मैनेजर | 2.93 लाख रूपये प्रति वर्ष | 12.37 लाख रूपये प्रति वर्ष |
बिजनेस एनालिस्ट | 5 लाख रूपये प्रति वर्ष | 11.32 लाख रूपये प्रति वर्ष |
ह्यूमन रिसोर्स मैनेजर | 3 - 5 लाख रूपये प्रति वर्ष | 15 -16 लाख रूपये प्रति वर्ष |
निष्कर्ष
ये भारत में हाईएस्ट पेइंग एमबीए नौकरियों में से कुछ हैं. लेकिन सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण एकेडमिक और प्रोफेशनल क्षेत्रों में से एक होने के नाते नए नौकरी प्रोफाइल और नए नए पोस्ट पर जॉब हमेशा मौजूदा जॉब मार्केट में एमबीए ग्रेजुएट्स के लिए बने रहेंगे. एमबीए ग्रेजुएट्स के लिए उपलब्ध लीक से हटकर (ऑफ बीट) कुछ अन्य इंट्रेस्टिंग करियर विकल्प इन्वेस्टमेंट बैंकर,एकाउंटेंट,क्रेडिट एनालिस्ट,पीआर एनालिस्ट और अन्य हैं. यदि आप इंटरप्रेन्योर बनना चाहते हैं तो खुद का वेंचर खड़ा कर उसका सीईओ तक बन सकते हैं.
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