हमारे जीवन में पढ़ाई का उद्देश्य ज्ञान अर्जित करने के साथ अपनी योग्यता के अनुकूल जॉब पाना भी होता है. अच्छे कॉलेज में पढ़ाई करने का एकमात्र उद्देश्य बेहतर प्लेसमेंट की चाह होती है. हर स्टूडेंट कॉलेज के दौरान अपनी मन पसंद कंपनी में जॉब पाने की इक्छा रखता है. लेकिन इस सपने को साकार करने के लिए उसे कठिन परीश्रम और स्मार्ट तैयारी की जरुरत होती है.
अधिकांश मामलों में स्टूडेंट्स अपने बेहतर भविष्य के लिए कॉलेज प्लेसमेंट पर निर्भर करते हैं. इसलिए प्लेसमेंट के दौरान कुछ जरुरी बातें जैसे कि समय का पाबंद होना, अपने सब्जेक्ट्स की बेसिक्स पर पकड़ होना, सबके साथ फ्रेंडली व्यवहार करना आदि पर स्टूडेंट्स को पूरी तरह से ध्यान देना चाहिए. इसके अतिरिक्त प्लेसमेंट के दौरान कम्युनिकेशन करते समय अपने जेश्चर (हाव भाव) को इम्प्रेसिव बनाते हुए कॉंफिडेंट रहने की कोशिश करनी चाहिए.
आजकल कॉलेज के प्लेसमेंट सेल इन विषयों पर स्टूडेंट्स को पर्याप्त ट्रेनिंग देते हैं. इन बातों पर पूरी तरह से अमल करना स्टूडेंट्स पर निर्भर करता है और इसी से उनके करियर को एक दिशा मिलती है. चलिए आज कुछ कॉलेज स्टूडेंट्स से बात कर यह जानने की कोशिश करते हैं कि सही प्लेसमेंट तथा मनचाही कंपनी या संस्था में जॉब पाने के लिए वे क्या करते हैं या फिर कौन से टेक्नीक अपनाते हैं ?
छात्र के लिए सवाल – कंपनियां किस तरह के स्टूडेंट्स को रिक्रूट करना चाहती हैं?
छात्र का जवाब – आजकल जब आप इंटरव्यू देते हैं तो न सिर्फ आपकी एकेडेमिक्स मैटर करती है, न सिर्फ आपके नंबर्स मैटर करते हैं बल्कि आपकी ओवरऑल पर्सनालिटी मैटर करती है. इस ओवरऑल पर्सनालिटी में आपकी बॉडी लैंग्वेज, आपकी कम्युनिकेशन स्किल्स और आपकी लीडरशिप क्वालिटीज को कंपनियां देखती हैं. आजकल की रिक्रूटमेंट प्रोसेस में घंटों लगते हैं और इतना ज्यादा टाइम इसलिए लगता है क्योंकि इसमें आपके मार्क्स नहीं देखे जाते बल्कि इन सारे वर्षों में जो आपने सीखा है, उसका महत्व है. कंपनियों को आजकल ऐसे एम्पलॉईज चाहिए जिनकी ओवरऑल पर्सनालिटी सबसे बेस्ट हो. आजकल कंपनियां इसलिए अपने एचआर मैनेजर्स को काफी अच्छे सैलरी पैकेज में हायर करती हैं ताकि उन्हें अच्छे एम्पलॉईज मिल सकें.
अन्य छात्र का जवाब – कंपनी ऐसे बंदे को रखना चाहती है जो डायनामिक एनवायरनमेंट से कोप-अप कर सके, क्रिएटिव हो, उसमें अच्छी लीडरशिप क्वालिटीज हों, जो अपने न्यू आईडियाज के साथ अपने कलीग्स को इंस्पायर कर सके या फिर, जो एम्पलॉईज उसके अंडर वर्क कर रहे हैं, उन्हें और ज्यादा इंस्पायर कर सके और अपने कलीग्स और एम्पलॉईज के साथ अपने आईडियाज कम्यूनिकेट कर सके, जो एफिशिएंट हो. वह एम्पलॉई कंपनी के रिसोर्सेज को ठीक से मैनेज कर सके. उस कैंडिडेट को अपनी फील्ड में थोड़ा-बहुत प्रैक्टिकल एक्सपीरियंस भी हो. वह एक प्रॉपर मॉडल के साथ काम करे और अपने दिमाग में एक ब्लू प्रिंट भी रखे. आमतौर पर कोई भी कंपनी अपने किसी भी कैंडिडेट में यही सब देखना चाहती है और ऐसे ही कैंडिडेट को रिक्रूट करती है.
छात्र के लिए सवाल - प्लेसमेंट में ज्यदा महत्व किसको दिया जाता है, पर्सनालिटी, सॉफ्ट स्किल्स या एकेडमिक परफॉर्मेंस ?
छात्र का जवाब – जैसेकि अभी जब कोई कंपनी रिक्रूटमेंट्स करती है तो उसके लिए सबसे ज्यादा इम्पोर्टेन्ट होता है कि आपके पास एक्स्ट्रा स्किल्स क्या हैं? आपकी एकेडेमिक क्वालिफिकेशन्स मैटर नहीं करती हैं. हरेक पर्सन का एक अलग स्किल, एक अलग टैलेंट होता है और यह जरुरी नहीं है कि वह उसके एकेडेमिक्स से मैच करे. अगर किसी के पास अच्छी स्किल्स हैं तो एकेडेमिक्स उतनी मैटर नहीं करती क्योंकि यह ध्यान में रखा जाता है कि जिस जॉब के लिए आपको रखा गया है, आप वह जॉब कितनी अच्छी तरह कर पा रहे हैं? कंपनी को किसी कैंडिडेट को रिक्रूट करते समय 3 क्राइटेरिया पर ध्यान देना चाहिए – ऐसे लोग जिनके स्किल्स अच्छे हैं पर एकेडेमिक्स अच्छी नहीं है, दूसरे ऐसे लोग जिनकी पर्सनालिटी अच्छी नहीं है लेकिन स्किल्स और एकेडेमिक्स अच्छे हैं, तीसरे ऐसे लोग जिनकी पर्सनालिटी और स्किल्स अच्छे हैं.
छात्र के लिए सवाल – आप प्लेसमेंट के लिए इन्टरव्यू देने से पहले किन किन बातों पर मुख्य रूप से ध्यान देते हैं ?
छात्र का जवाब – प्लेसमेंट के लिए इंटरव्यू देने से पहले मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि मैं अपना 100% इंटरव्यूअर को दिखाऊं जैसेकि मेरे अंदर कॉन्फिडेंस है, नॉलेज है, अपने काम का अनुभव है ताकि वह मुझे हायर करने में इंटरेस्टेड रहे. मैं यह भी सुनिश्चित करूंगा कि अपने इंटरव्यूअर के सभी प्रश्नों के सही जवाब दे सकूं. इंटरव्यू में बॉडी लैंग्वेज भी काफी महत्व रखती है. अपना बॉडी पोस्चर भी मुझे परफेक्ट पोजीशन में रखना पड़ेगा.
छात्र के लिए सवाल – कुछ ऐसी कम्पनियों या संस्थाओं के नाम बताएं जिनमें अधिकतर छात्र जॉब पाने की इच्छा रखते हैं ?
छात्र का जवाब – आजकल वैसे तो स्टूडेंट्स चाहते हैं कि गवर्नमेंट जॉब मिल जाए लेकिन स्टूडेंट्स प्राइवेट कंपनियों में भी जॉब करना चाहते हैं. स्टूडेंट्स किस टाइप की और कौन-सी कंपनी में जॉब करना चाहते हैं? यह इस बात पर निर्भर करता है कि वे किस फील्ड में जा रहे हैं? जैसेकि अगर आप कंप्यूटर या सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में जॉब करना चाहते हैं तो आप गूगल, याहू जैसी टॉप-मोस्ट कंपनियों में काम कर सकते हैं. अगर स्टूडेंट्स कॉमर्स बैकग्राउंड के हैं तो वे एचडीएफसी या आईसीआईसीआई जैसे बैंकों में जॉब करना चाहते हैं. असल में, यह इस बात पर निर्भर करता है कि स्टूडेंट्स वास्तव में किस फील्ड में जॉब करना चाहते हैं. अगर स्टूडेंट्स को किसी बड़ी कंपनी में जॉब नहीं मिल पाती है तो वे किसी छोटी कंपनी में भी जॉब ज्वाइन करके तरक्की कर सकते हैं. अगर किसी छोटी कंपनी में उनकी परफॉरमेंस अच्छी है तो उन्हें भविष्य में काफी फायदा मिलता है.
प्लेसमेंट से जुड़े कुछ सवालों पर कॉलेज स्टूडेंट्स की राय से तो यह जाहिर है कि कॉम्पीटिशन के इस दौर में किसी बड़ी और मल्टीनेशनल कंपनी में प्लेसमेंट होना बहुत आसान नहीं है. इसके लिए कठिन परीश्रम के साथ साथ एक स्ट्रेटेजी के तहत तैयारी करने के लिए कुछ टिप्स और टेक्नीक को अपनाकर ही मनचाही कंपनी में जॉब पायी जा सकती है. इस बात में कोई शक नहीं कि यदि आप स्ट्रेटेजिकली सही टेक्नीक अपनाते हैं तो आप अपना लक्ष्य अवश्य हासिल कर लेंगे.
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