पका व्यक्तित्व (पर्सनैलिटी), विशेषताओं अथवा गुणों का एक ऐसा समूह है जो आपको दूसरों से अलग बनाता है। इन विशेषताओं का तब खुद ही पता चल जाता है जब कोई बोलता है या खुद को व्यक्त करने के लिए अपने शारीरीक भाषा का (बॉडी लैंग्वेज) उपयोग करता है।
इसी तरह व्यक्तित्व की व्याख्या भी दर्शकों द्वारा की जाती है। जब आप स्वयं को प्रस्तुत करते हैं तो आप आम तौर पर सबसे पहले अपना नाम और अपने बारे में कुछ अपेक्षित बातें बताते हैं जबकि तथ्य यह है कि आप सिर्फ अपने नाम के अलावा अभी भी बहुत अधिक जानकारी देने से अभी दूर होते हैं। यहां तक कि अपने बारे में मौखिक रूप से बताने से पहले ही, जिस तरह से आप किसी के सामने खुद को प्रस्तुत करते हैं उससे आपके और आपके व्यक्तित्व के बारे में सामने वाले को काफी कुछ पता चल जाता है। आपका व्यक्तित्व हर जगह आपकी पहचान बन जाता है, चाहे वह आपका घर, आपका परिवेश, आपका स्कूल, आपका कॉलेज और आपके कार्य करने का स्थान ही क्यों न हो।
चूंकि व्यक्तित्व एक व्यक्ति के व्यक्तिगत गुणों से संबंधित है इसलिए प्वाइंट यह है कि कैसे आप अपने व्यक्तित्व में सुधार लाने के लिए इन गुणों में सुधार कर सकते हैं ? वस्तुतः यह वे गुण हैं जो समाज के अन्य व्यक्तियों से अलग आपकी पहचान बनाते हैं l एक हालिया सर्वेक्षण की रिपोर्ट के अनुसार, ऑस्ट्रेलिया में 52 प्रतिशत पुरुषों और 64 प्रतिशत महिलाओं ने दावा किया कि जब उन्हें अपने बारे में यह पता चला कि वे अच्छा दिखते हैं या दिखती हैं, तो उनके कार्य में पहले की तुलना में और बेहतर परिणाम आने लगे। यह केवल उनके अच्छे व्यक्तित्व की वजह से ही संभव हो पाया। अगर आपका अच्छा व्यक्तित्व दूसरों पर एक अमिट छाप छोड़ने एवं आसान व बेहतर तरीके से काम करवाने में एक अहम भूमिका अदा करता है।
हमारे जीवन में व्यक्तित्व की जीवन शक्ति को ध्यान में रखते हुए, कुछ आवश्यक और परिणाम उन्मुख सुझावों का नीचे वर्णन किया जा रहा है, जो एक व्यक्तित्व का निर्माण करने की कोशिश कर रहे लोगों की मदद कर सकते हैं। इन सुझावों का उपयोग करके निश्चित रूप से अपने व्यक्तित्व में सुधार लाने में आपको कामयाबी मिलेगी ।
1. स्वयं से प्यार करें:
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दूसरे आपको तभी प्यार करेंगे जब आप खुद से प्यार करेंगे। कभी भी अपने प्रयासों और उपलब्धियों को नजरअंदाज ना करें। इसके स्थान पर हमेशा अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए अपनी सेल्फ रेस्पेक्ट (आत्म-सम्मान) बनाए रखें। अपनी गतिविधियों और उपलब्धियों की प्रशंसा आपका मनोबल ऊंचा रखेगी और इससे आपको मूड फ्रेश रखने में मदद मिलेगी। स्वयं पर अटूट विश्वास के जरिए आपको जीवन में प्रेरणा मिलने में महत्वपूर्ण मदद मिलेगी और आपका सम्मान भी बना रहेगा। यह जीवन के प्रति आपके नजरिये को मजबूत करेगा।
2. अपनी बातचीत के तरीके में सुधार करें:
बातचीत की कला में तभी सुधार हो सकता है जब आप लोगों से बात करते समय अपनी हिचकिचाहट अथवा झिझक (हेजीटेशन) पर काबू पाने में कामयाब होंगे। झिझक एक सार्वजनिक घबराहट है जिसमें भीड़ से डर लगना अर्थात, सार्वजनिक स्थानों पर पर बोलने से डर लगता है। यदि आपमें हेजीटेशन है तो आप इसे विभिन्न माध्यमों से दूर कर सकते हैं, जैसे- आप अलग- अलग पृष्ठभूमि से लोगों के साथ मुलाकात और बातचीत कर सकते हैं, कार्यक्रमों, पार्टियों और सबसे महत्वपूर्ण आप वर्तमान विषयों पर हो रही बहस में भाग लकेर इस पर काबू पा सकते हैं। ऐसा करने से आपके विचारों को बड़ी आसानी से स्वीकृति मिलेगी। इससे आप बातचीत की कला में निपुण हो सकते हैं।
3. मूर्खतापूर्ण बातें या हरकतें करने से बचें:
कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो बात करने के दौरान मूर्खतापूर्ण हरकते करते हैं। इनमें जैसे, नाखून काटना, नाक में ऊँगली डालना, कान खुजलाना, शरीर के विभिन्न भागों में खुजली करना आदि जैसी हरकते शामिल हैं। ये सभी मूर्खतापूर्ण हरकते हैं और ऐसा करने से सामने वाले की नजर में आपके व्यक्तित्व का प्रभाव प्रतिकूल पड़ता है और उसे कमजोर साबित करता है। तो अपने नाखूनों को हमेशा अच्छी तरह से काट कर और स्वच्छ रखें तथा इस तरह की ओछी हरकतों से बचें।
4.उस वयक्ति की तारीफ करें जो अच्छा कर रहा है:
कुछ लोगों असंवेदनशील होते हैं और कभी- कभी दूसरों के अच्छे पहलुओं से उन्हें जलन होती है। वे अपने अच्छे कर्मों और कारनामों के लिए दूसरों की सराहना नहीं करते हैं। ऐसे लोग सामाजिक रूप से विकृत (आईसोलेटेट) होते हैं। तो अगर आप दूसरों की उपलब्धियों और अच्छाईयों की सराहना करते हैं तो वे ना केवल भविष्य में आपको अच्छा करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे बल्कि वे आपके व्यक्तित्व की भी तारीफ करेंगे और उनकी नजरों में आपकी गरिमा बहुत ऊंची उठ जाएगी।
5. अपनी खामियों और कमजोरियों को स्वीकार करें:
कभी भी अपनी कमजोरियों या खामियों के लिए की जा रही आलोचना से हतोत्साहित ना हों। उन्हें खुशी के साथ स्वीकार करें क्योंक दूसरों की आलोचना ही जो आपको अपनी कमजोरियों पर कार्य करने के लिए मजबूर करती है और आपको सक्षम बनाती है। आपकी आलोचना करने का मतलब है कि आपको दवा दी जा रही है जिसकी मदद से आप अपनी कमजोरियों को ठीक कर सकते हैं और अपने लिए एक बेहतर भविष्य का निर्माण कर सकते हैं।
6. अपने चेहरे पर मुस्कान बनाए रखें:
कभी कभी केवल एक मुस्कान के जरिए दुनिया पर विजय पाई जा सकती है। तो अपने चेहरे पर मुस्कान लाकर अपने व्यक्तित्व में और निखार लाएं। एक मुस्कुराता हुआ चेहरा आपके चेहरे पर आकर्षण लाता है जो और अधिक आकर्षक और स्वागत करने योग्य हो जाता है। यह आपको सकारात्मक तरीके से आगे बढ़ने में मदद करता है। एक मुस्कुराता हुआ चेहरा आपके व्यक्तित्व के लिए एक अनूठी अपील करता हैं जबकि एक गुस्से और झुंझलाहट चेहरे के साथ आप हमेशा अवहेलना का शिकार बनेंगे और दूसरे आपसे परहेज करेंगे। इसलिए, एक मुस्कान जिसके लिए आपको कुछ खर्च नहीं करना पड़ता है,हमेशा अपने चेहरे पर रखें l यह आपके व्यक्तित्व के सुधार में एक सर्वोपरि भूमिका निभाती है।
7. नई चीजों और विचारों को खोजने का प्रयास करें:
आप जो भी कर रहे हैं उसमें से नई चीजों या विचारों का पता लगाने की कोशिश करें। कभी कभी नए विचार स्वत: ही आपके दिमाग में आ जाते हैं। इसलिए, नई चीजों की खोज करने वाला आपका प्रयास आपको दूसरों से अलग कर देगा और इससे आपके व्यक्तित्व में और निखार आएगा । इससे आपका दृष्टिकोण विस्तृत होगा विस्तार होगा । इसमें सुधार लाने के लिए निम्न जीचों को अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं; जैसे- संगीत, ललित कला, मार्शल आर्ट, खेल, और सोशल मीडिया आदि।
8. जीवन में चुनौतियों का सामना दृढ़ता से करें:
जीवन एक ईसीजी ग्राफ की तरह है जो ऊपर और नीचे होते रहता है। यदि यह फ्लैट (सीधे) गिर जाता है तो आदमी को मृत घोषित कर दिया जाता है। इसलिए जीवन उलटफेर (उतार और चढ़ावों) या पूर्ण परिवर्तन से भरा हुआ है और इसका सामना हमें समय- समय पर करना पड़ता है। लेकिन इन परिवर्तनों द्वारा हमें एक बेहतर जीवन जीने की सीख लेने में मदद मिलती है। यदि आप किसी भी स्थिति में अपने आप को ढ़ालने के लिए तैयार कर लेते हैं तो एक अग्नि परीक्षा से कम नहीं होगा और यह आपके व्यक्तित्व का एक ठोस सबूत होगा।
9. अपने अंदर की नकारात्मकता को दूर करें:
आपकी सफलता की राह में कई परेशानियां भी आती हैं, लेकिन अपनी दृढ़ता के जरिए उन पर विजय पाएं और उन्हें निष्क्रिय होने के लिए मजबूर कर दें। इसलिए, जब भी आप अपने जीवन के किसी लक्ष्य पर निकलें तो पूरे आत्मविश्वास के साथ हमेशा सकारात्मक सोचें और यह सोचें की इसमें विजेता आप ही होंगे। आपका आशावाद आपकी नकारात्मकता को दूर करने में मदद करेगा और आपकी सफलता का मार्ग प्रशस्त करेगा।
10- अपने आप को प्रदर्शित (एक्सप्रेस) करने का प्रयास करें:
यदि आप अपनी सफलताओं को बरकरार रखते हैं तो यकीन मानिए विफलताएं और आपके अंदर पनप रही नकारात्मकता बुरी तरह से नष्ट हो जाएगी। सफलता आपके कदम चूमेगी। इसलिए बेहतर यह होगा कि किसी भी तरह की परेशानी हो तो उसे अपने परिवार या अपने चाहने वालों या नजदीकी लोगों के साथ साझा करें। यदि आप कुछ पाने में कामयाब हो जाते हैं तो इस सफलता का जश्न उनके साथ मनाने की कोशिश करें। यह आपको आगे बढ़ने में मदद करेगा। इसी तरह, यदि आप अपनी विफलताओं, खामियों और समस्याओं को साझा करते हैं तो यह आपको समस्या का समाधान करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा, यदि आप अपने सुख और दु:ख को उनके साथ साझा करते हैं तो इससे उनकी आँखों में आपके प्रति सम्मान और बढ़ जाएगा l
उपरोक्त महत्वपूर्ण टिप्स को अपने दिमाग में रखकर और अपने जीवन में उन्हें लागू कर आप अपनी पर्सनैलिटी (व्यक्तित्व) में सुधार और निखार ला सकते हैं। यदि आप अपने जीवन में उचित रूप से इन नियमों का पालन करते हैं, तो आपका व्यक्तित्व सर्वत्र अमिट छाप छोड़ने वाला व्यक्तित्व बन जायेगा l
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