इन दिनों देश-दुनिया के कॉलेज स्टूडेंट्स को अपने कोर्स करिकुलम के मुताबिक सूटेबल इंटर्नशिप जरुर ज्वाइन करनी होती है क्योंकि अब इंटर्नशिप्स कॉलेजों के अधिकांश कोर्सेज के करिकुलम का अनिवार्य हिस्सा बन चुकी है. इसलिए, कॉलेज स्टूडेंट्स को अपनी कॉलेज स्टडीज़ पूरी होने से पहले ही किसी कंपनी से कम से कम 06 महीने या 01 साल की इंटर्नशिप जरुर पूरी करनी पड़ती है ताकि अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करने के बाद, जब वे जॉब मार्केट में एंटर करें तो उनके पास अपनी करियर लाइन का कुछ वर्क एक्सपीरियंस जरुर हो. लेकिन, प्रत्येक वर्ष लाखों कॉलेज स्टूडेंट्स अपने लिए सूटेबल इंटर्नशिप हासिल करने की कोशिश करते हैं जिस कारण आजकल किसी बड़े ब्रांड, कंपनी या कॉर्पोरेट हाउस में सूटेबल इंटर्नशिप हासिल करने के लिए अधिकतर कॉलेज स्टूडेंट्स को अपने कलीग्स और अन्य अनेक स्टूडेंट्स के साथ टफ कॉम्पीटिशन करना पड़ता है.
ऐसे में, अधिकतर कॉलेज स्टूडेंट्स यह महसूस करते हैं कि उनका बेहतरीन एकेडमिक रिकॉर्ड होने के बावजूद और काफी प्रयास करने के बाद भी उन्हें मनचाही इंटर्नशिप नहीं मिल पाती है. उनका इस फैक्ट पर बिलकुल ध्यान नहीं जाता है कि जाने-अनजाने वे कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जो उन स्टूडेंट्स को मनचाही इंटर्नशिप हासिल करने में सबसे बड़ी बाधा साबित होती हैं. इसलिए, अपने लिए एक सूटेबल इंटर्नशिप के लिए अप्लाई करते समय कॉलेज स्टूडेंट्स को निम्नलिखित गलतियां करने से जरुर बचना चाहिए. अगर कॉलेज स्टूडेंट्स इस आर्टिकल में पेश की जा रही गलतियों से बचकर मनचाही इंटर्नशिप के लिए अप्लाई करेंगे तो यकीनन उन्हें सूटेबल इंटर्नशिप मिल जायेगी.
गलती – एक से अधिक कंपनियों या दफ्तरों में अप्लाई न करना
छात्र अक्सर जो गलतियां करते हैं उनमें से सबसे बड़ी एक गलती यह भी है कि छात्र ज्यादा कार्यालयों में अपने आवेदन नहीं भेजते हैं. वे अपने संबद्ध कार्यक्षेत्र के टॉप 3 या 4 संगठन चुनते हैं और अपने एप्लीकेशन्स भेज देते हैं. लेकिन वे यह समझ ही नहीं पाते हैं कि इन संगठनों में से बहुत से संगठन तो इंटर्न्स को हायर ही नहीं करते हैं और जो संगठन इंटर्न्स को रखते भी हैं, वे काफी कम संख्या में अपने संगठन में इंटर्न्स को रखते हैं. इसलिये, इन टॉप संगठनों में कोई इंटर्नशिप प्राप्त करने के चांस काफी कम रहते हैं. अगर आप कई कार्यालयों में अपने आवेदन भेजें तो यह बढ़िया रहेगा. आप कुछ टॉप और कुछ अच्छे संगठनों में एक साथ भी अपने आवेदन भेज सकते हैं. हालांकि, इस बात की पूरी सावधानी बरतें कि यूँ ही किसी भी संगठन में अप्लाई नहीं करना है और यह बिलकुल जरुरी नहीं है कि अगर आपने किसी संगठन में इंटर्नशिप के लिए एप्लीकेशन भेजी है तो आप केवल इस कारण से ही ही उस संगठन में इंटर्नशिप करना स्वीकार कर लें. किसी भी इंटर्नशिप प्रस्ताव को स्वीकार या अस्वीकार करने से पहले आप उस इंटर्नशिप के बारे में अच्छी तरह सोच लें और उस इंटर्नशिप के सभी पक्ष और विपक्ष के पहलूओं पर गौर करें.
गलती – अप्लाई करने के बाद फ़ॉलोअप न करना
रिक्रूटर्स को रोजाना ढेरों आवेदन मिलते हैं. उनके लिए यह बिलकुल साधारण बात है कि वे कुछ एप्लीकेशन्स के बारे में विचार करना भूल जायें क्योंकि कोई भी इंसान पूरी तरह निपुण नहीं हो सकता है. एम्पलॉयर्स को फ़ॉलो करने से आप उन्हें अपने आवेदन के बारे में याद दिलवा सकते हैं. यह एक बहुत बढ़िया तरीका है और इससे आप यह भी सुनिश्चित कर सकते हैं कि वे आपके आवेदन पर गौर कर रहे हैं या नहीं. फ़ॉलोअप का एक और फायदा यह भी होता है कि अपने आवेदन के सन्दर्भ में अनिश्चितता को लेकर आपको लंबे समय तक इंतजार नहीं करना पड़ता है. किसी संगठन में अप्लाई करने के बाद नियमित फ़ॉलोअप करने से आपको अपने आवेदन की स्वीकृति के चांसेज के बारे में साफ तौर पर पता रहेगा. हालांकि, आप यह अच्छी तरह याद रखें कि कैंडिडेट्स को शॉर्टलिस्ट करने की प्रक्रिया में कुछ समय लगता है. इसलिये, अपने एम्पलॉयर्स को फ़ॉलो करने से पहले उन्हें कुछ समय अवश्य दें. फ़ॉलोअप करने का बढ़िया समय किसी संगठन में इंटर्नशिप के लिए अपना आवेदन भेजने के 4-5 दिन के बाद का समय होता है.
गलती - कंपनी के निर्देश फ़ॉलो न करना
कई कंपनियों के कुछ आधारभूत एप्लीकेशन रूल्स होते हैं जो कैंडिडेट्स को मानने चाहियें. इनमें से अधिकांश नियम किसी चर्चा का विषय नहीं होते हैं. शायद ये नियम आपको ज्यादा महत्वपूर्ण न लगें लेकिन, यदि आप इन नियमों को अपने एम्पलॉयर्स की नजर से देखेंगे तो आपको ये नियम बहुत महत्वपूर्ण प्रतीत होंगे. अगर आप इन सरल नियमों का पालन ही नहीं कर सकते हैं तो आप इंटर्नशिप प्राप्त होने में बाद अपने सीनियर के निर्देश कैसे मानेंगे? ऐसी छोटी-छोटी बातों से आपके एम्पलॉयर के दिमाग पर आपका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. कंपनी के निर्देश न मानने पर आपका आवेदन अस्वीकृत आवेदनों के ढेर में फेंका जा सकता है चाहे फिर, आपके पास उस जॉब के लिए सभी क्वालिफिकेशन्स ही क्यों न हों? यकीनन, संगठन ऐसे आदर्श कैंडिडेट्स की तलाश में रहते हैं जो उनकी आवश्कताओं के अनुरूप हों. लेकिन, कोई भी संगठन किसी ऐसे व्यक्ति को अपने ऑफिस में नहीं रखना चाहता है जो उस संगठन के काम को पसंद न करता हो या फिर, उनके कार्यक्षेत्र का आदर न करता हो और उनके निर्देश को न मानकर आप यह तथ्य साबित कर देते हैं.
गलती – इंटर्नशिप इंटरव्यू के दौरान जोश की कमी
इंटरव्यू में जोश की कमी आमतौर पर तब नजर आती है जब आप किसी संगठन में बिना किसी रूचि या वजह के अपना आवेदन भेज देते हैं. उदाहरण के लिए, अगर आप अपने किसी पसंदीदा संगठन में इंटर्नशिप प्राप्त करना चाहते थे परंतु आप वहां इंटर्नशिप पाने में असफल रहे और अब, आपको किसी न किसी संगठन में तो इंटर्नशिप करनी ही है.....कभी भी बिना रूचि और जोश के किसी इंटरव्यू में शामिल होने की गलती न करें. अगर इंटरव्यू में किसी भी वक्त इंटरव्यूअर को महसूस होता है कि आपकी इस नौकरी को करने में रूचि नहीं है तो उन्हें आपका इंटरव्यू लेने में कोई रूचि नहीं रहेगी और उस संगठन में इंटर्नशिप मिलने की आपकी सारी उम्मीदों पर पानी फिर जाएगा.
अब, क्योंकि इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको पता चल गया है कि अपने लिए किसी सूटेबल इंटर्नशिप के लिए अप्लाई करते समय आपको कौन-सी गलतियां करने से जरुर बचना है, तो आप इन पॉइंट्स का खास ख्याल रखकर ही किसी बड़ी कंपनी या ऑर्गनाइजेशन में अपने लिए सूटेबल इंटर्नशिप के लिए अप्लाई करें ताकि जल्दी ही आपको संबद्ध कंपनी से इंटर्नशिप के लिए इंटरव्यू कॉल आ जाए.
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