हर बच्चे को शिक्षित होने का पूरा अधिकार है और आज के आधुनिक समय में अच्छे से अच्छे स्कूल से सर्वाधुनिक सुविधाओं के साथ शिक्षा प्राप्त करना आवश्यक हो गया है. भारत में आज सभी स्कूल, चाहे वो निजी हों या सरकारी, छात्रों को शिक्षा प्रदान करने के लिए कक्षाओं में टेक्नोलॉजी के प्रयोग को प्रोत्साहना दे रहे हैं. इस लेख में भारत के ऐसे स्कूलों के बारें में बताया गया है जो ना केवल महंगी शिक्षा के लिए जानें जाते हैं बल्कि यह सभी स्कूल विश्वस्तरीय सुविधाओं के लिए भी जानें जाते हैं. आइये जानते हैं, क्यों है इन स्कूलों की शिक्षा इतनी महंगी?
1. वुडस्टॉक स्कूल (Woodstock School), मसूरी, उत्तराखंड
वुडस्टॉक स्कूल भारत की आज़ादी से पहले के समय से स्थित सबसे पुराना बोर्डिंग स्कूल है. इस स्कूल को क्रिस्चियन माइनॉरिटी (Christian Minority) की स्टेटस दी गई है यानि की, यहाँ पढ़ाई के साथ-साथ इसाई धर्म के तौर-तरिकों को फॉलो किया जाता है. यह भारत के महंगे स्कूलों की लिस्ट में सबसे टॉप पर है क्योंकि यहाँ छात्रों को पढ़ने के लिए न्यूनतम ₹ 15 लाख फ़ीस देना आवश्यक है और साथ ही ₹ 4 लाख फ़ीस (नॉन-रिफंडेबल) और ₹ 2 लाख (रिफंडेबल) सिक्यूरिटी फ़ीस एडमिशन के समय जमा करनी होती है. यह स्कूल कम से कम 250 एकड़ में बना हुआ है जहां छात्र-छात्राओं के लिए पढ़ाई के साथ-साथ रहने की सुविधा भी है. वुडस्टॉक स्कूल से अभिनेता टॉम ऑल्टर जैसी कई मशहूर हस्तियों ने शिक्षा प्राप्त की है.
वुडस्टॉक स्कूल की फ़ीस कुछ इस प्रकार है –
कक्षा | फ़ीस |
कक्षा 6 | ₹14,50,000 |
कक्षा 7 | ₹15,05,000 |
कक्षा 8 | ₹15,05,000 |
कक्षा 9 | ₹15,60,000 |
कक्षा 10 | ₹15,60,000 |
कक्षा 11 और 12 | ₹16,70,000 |
2. एकोल मंडेल वर्ल्ड स्कूल (Ecole Mondiale World School)
यह स्कूल भारत के सबसे महंगे स्कूलों में दूसरे स्थान पर माना जाता है क्योंकि यहाँ पर शिक्षा का खर्च कम से कम ₹11 लाख है. एकोल मंडेल वर्ल्ड स्कूल, जुहू, मुंबई में स्थित है और यहाँ आज के समय की सभी आधुनिक सुविधाएं छात्रों के लिए उपलब्ध हैं. यह स्कूल मुंबई का पहला अंतर्राष्ट्रीय और सर्वश्रेष्ठ स्कूल है क्योंकि इसे IB बोर्ड से मान्यता प्राप्त है. यहाँ एडमिशन के समय ₹ 3 लाख एडमिशन फ़ीस, ₹ 3 लाख सिक्यूरिटी फ़ीस, के साथ सालाना ट्यूशन फ़ीस जमा करनी होती है.
एकोल मंडेल वर्ल्ड स्कूल की फ़ीस कुछ इस प्रकार है –
कक्षा | फ़ीस |
नर्सरी/प्ले-स्कूल/के.जी | ₹ 6,90,000 |
कक्षा 1 से 10 तक | ₹9,90,000 |
कक्षा 11 और 12 | ₹10,90,000 |
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3. दून स्कूल (Doon School)
दून स्कूल भारत के सबसे सर्वश्रेष्ठ रेजिडेंशियल स्कूलों में से एक माना जाता है यहाँ तक कि कई बार बीबीसी, टाइम्स ऑफ़ इंडिया, द न्यूयॉर्क टाइम्स जैसे मीडिया पब्लिकेशन्स में ‘बेस्ट स्कूल्स ऑफ़ इंडिया’ की सूचि में टॉप रैंक में रहा है. देहरादून में स्थित दून स्कूल केवल बॉयज स्टूडेंट्स के लिए है. दून स्कूल से राजीव गाँधी, ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे मंत्री और साथ ही अली फज़ल, इमाद शाह जैसे एक्टर्स ने अपनी शिक्षा प्राप्त की है. यही नहीं दून स्कूल से पढ़े हुए छात्रों की सूचि में कई राजाओं और नवाबों के नाम भी शामिल हैं. इससे यह तो साबित हो चुका है कि दून स्कूल न केवल फ़ीस और सुविधाओं में आगे है बल्कि यहाँ शिक्षा भी उच्च गुणवत्ता की दी जाती है जिससे यहाँ से शिक्षा प्राप्त कर छात्र अपनी ज़िन्दगी में कामयाब रहे हैं. दून स्कूल में एडमिशन के लिए छात्रों को एंट्रेंस टेस्ट और इंटरव्यू देना होता है. इस स्कूल की ट्यूशन फ़ीस ₹ 10,25,000 है और साथ ही एडमिशन के समय ₹ 4 लाख एडमिशन फ़ीस, ₹ 4 लाख सिक्यूरिटी डिपाजिट जमा करना होता है और इसके अलावा लगभग ₹ 25000-50000 खर्च चाहिए होता है
4. सिंधिया स्कूल (Scindia School) –
सिंधिया स्कूल, गवालियर, मध्य प्रदेश में कम से कम 110 एकड़ पर स्थापित किया गया है. यह स्कूल केवल लड़को को शिक्षा प्रदान करता है. यहाँ से पढ़े हुए छात्रों की लिस्ट में एक्टर सलमान खान, अरबाज़ खान, डायरेक्टर्स अनुराग कश्यप, सूरज बड़जात्या जैसे मशहूर नाम हैं. यहाँ एडमिशन लेने के लिए छात्रों को सिंधिया स्कूल एपिट्यूड एनालिसिस टेस्ट देना होता है जिसमे गणित, अंग्रेजी, हिंदी तथा सामान्य ज्ञान जैसे विषयों पर प्रश्न पूछे जाते हैं. यह टेस्ट हर वर्ष जनवरी से फरवरी के बीच करवाया जाता है. एडमिशन के लिए छात्रों को लगभग ₹ 17000 रजिस्ट्रेशन व एंट्रेंस टेस्ट, ₹ 3,50,000 एडमिशन फ़ीस और सिक्यूरिटी डिपॉजिट और कम से कम ₹ 7 लाख ट्यूशन फ़ीस (सालाना) जमा करनी होती है.
5. वेल्हम बॉयज स्कूल (Welham Boys’ School) –
वेल्हम बॉयज स्कूल को 1937 में देहरादून में स्थापित किया गया था. यह भी केवल लड़को को शिक्षा प्रदान करता है और सीबीएसई बोर्ड से मान्यता प्राप्त है. इस स्कूल से पढ़े हुए छात्रों की सूचि में राजीव गाँधी, संजय गाँधी, मणि शंकर अय्यर जैसे मंत्री, क्रिकेटर मंसूर अली खान पटौदी (पटौदी के नवाब) व ज़ायेद खान, जुबीन नौटियाल जैसी फ़िल्मी हस्तियों के नाम शामिल हैं. यहाँ पर एडमिशन के लिए छात्रों को एंट्रेंस टेस्ट देना होता है और साथ ही एक साल तक सभी नए छात्रों को ‘प्रोबेशन पीरियड’ पर रखा जाता है जिसमे जो छात्र अच्छा परफॉर्म नहीं करते उनका एडमिशन रद्द कर दिया जाता है. वेल्हम बॉयज स्कूल की सालाना फ़ीस लगभग ₹7 लाख है और एडमिशन के समय ₹1 लाख से 2 लाख फ़ीस सिक्यूरिटी एवं बाकी खर्च जमा करना होता है.
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6. स्टोनहिल इंटरनेशनल स्कूल (Stonehill International School) –
स्टोनहिल इंटरनेशनल स्कूल एक IB बोर्ड स्कूल है जिसे स्टोनहिल एजुकेशन फाउंडेशन द्वारा एम्बेसी ग्रुप के अंतर्गत बैंगलोर में स्थापित किया गया था. इस स्कूल को काउन्सिल ऑफ़ इंटरनेशनल स्कूल्स और न्यू इंगलैंड एसोसिएशन ऑफ़ स्कूल्स एंड कॉलेज से मान्यता प्राप्त है. साथ ही यह स्कूल, द एसोसिएशन ऑफ़ इंटरनेशनल स्कूल्स इन इंडिया, द ईस्ट एशिया रीजनल काउन्सिल ऑफ़ स्कूल्स तथा ऑस्ट्रलियन बोर्डिंग स्कूल्स एसोसिएशन का एक सदस्य है. स्टोनहिल इंटरनेशनल स्कूल डे स्कूल व बोर्डिंग स्कूल है और बैंगलोर के टॉप स्कूलों में से एक है. यहाँ पर छात्रों को एडमिशन के लिए कम से कम ₹ 6 लाख ट्यूशन फ़ीस और साथ ही लगभग ₹ 300000 लाख तक एडमिशन फ़ीस जमा करनी होती है.
7. गुड शेफर्ड इंटरनेशनल स्कूल (Good Shepherd International School)
गुड शेफर्ड इंटरनेशनल स्कूल ऊटी, तमिलनाडु में लगभग 500 एकड़ पर स्थापित किया गया है. इस स्कूल को काउन्सिल ऑफ़ इंटरनेशनल स्कूल्स से इंटरनेशनल सर्टिफिकेट प्राप्त है और साथ एजुकेशन वर्ल्ड इंडिया स्कूल रैंकिंग में टॉप रैंक का दर्जा हासिल है. यह स्कूल IB बोर्ड, कैंब्रिज असेसमेंट इंटरनेशनल एजुकेशन, CISCE से मान्यता प्राप्त है. GSIS में एडमिशन लेने के लिए छात्रों को कम से कम ₹ 7 लाख सालाना फ़ीस जमा करनी होती है.
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8. बिशॉप कॉटन स्कूल (Bishop Cotton School) –
बिशॉप कॉटन स्कूल एशिया के सबसे पुराने बोर्डिंग स्कूलों में से एक हैं. इसकी स्थापना बिशप जॉर्ज एडवर्ड लिंच कॉटन ने 1859 में शिमला में की थी. यहाँ से पढ़े हुए छात्रों की लिस्ट में मशहूर लेख़क रस्किन बांड, मंत्री विभद्र सिंह, एक्टर कुमार गौरव, गोल्फ़र जीव मिल्खा सिंह और ललित मोदी शामिल है. यहाँ पर एडमिशन के लिए छात्रों को एडमिशन फ़ीस ₹ 76000 (नॉन-रिफंडेबल), ₹ 50000 (रिफंडेबल) और साथ ही कम से कम 75000 (छात्रों का अन्य खर्च) जमा करने होते हैं. इसके अलावा सालाना फ़ीस कुछ इस प्रकार है –
कक्षा | फ़ीस |
कक्षा 3 से 10 तक | ₹4,92,000 |
कक्षा 11 और 12 | ₹5,24,000 |
9. मेयो कॉलेज (Mayo College) –
यह बॉयज ओनली बोर्डिंग स्कूल, रिचर्ड बौर्के (जो भारत के वाइसराय रह चुके है) द्वारा 1875 में अजमेर, राजस्थान में स्थापित किया गया था. यह भारत का सबसे पुराना पब्लिक बोर्डिंग स्कूल है. यहाँ से पढ़े हुए छात्रों में कई मशहूर हस्तियाँ जैसे कि एक्टर-डायरेक्टर टीनू आनंद, एक्टर विवेक ओबेरॉय, लेखक इंद्रा सिन्हा के साथ-साथ ओमान के सुल्तान भी रह चुके हैं. यही नहीं, भारत सरकार डाक (इंडिया पोस्ट) ने मेयो कॉलेज का भवन दर्शाते हुए पोस्टल स्टंप भी जारी किया था. यहाँ पर छात्रों की सालाना फ़ीस ₹ 6,50,000 तक है और साथ ही एडमिशन के समय लगभग ₹5 लाख एडमिशन फ़ीस (बाकी सभी खर्च मिलाकर) जमा करनी होती है.
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