यूपी बोर्ड के स्कूलों में पढ़ाए जा रहे पाठ्यक्रम में नए सत्र यानि 2018-2019 से बड़ा बदलाव होने जा रहा है। अब सीबीएसई की तरह एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम के आधार पर 9वीं से 12 वीं की 18 किताबें बदली जाएंगी। किसी भी विषय में दो की जगह होगा एक पेपर| इससे परीक्षाएं भी जल्दी खत्म हो जाएंगी और रिजल्ट जारी करने में भी ज्यादा समय नहीं लगेगा|
क्यों बदला गया सिलेबस ?........
- UP Board में एनसीईआरटी आधारित सिलेबस अपनाने के पीछे सबसे बड़ा मकसद है कि UP Board के स्टूडेंट्स को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सक्षम बनाया जा सके| दरअसल सभी प्रतियोगिता परीक्षाओं में एनसीईआरटी आधारित सिलेबस से ही प्रश्न पूछे जाते हैं तथा UP Board और एनसीईआरटी सिलेबस में अंतर होने के कारण UP Board छात्रों के लिए प्रतियोगिता परीक्षा के लिए एनसीईआरटी सिलेबस से भी अवगत होना पड़ता था| जिस कारण एक ही समय में उन्हें अपने बोर्ड परीक्षा के साथ-साथ प्रतियोगिता परीक्षा के लिए पढना थोडा मुश्किल हो जाता था|
- इसके साथ ही अगर छात्र पढ़ाई के दौरान उत्तर प्रदेश छोड़कर किसी दुसरे राज्य में भी जाए तो उसको पढ़ाई का नुकसान ना हो| क्योंकि एनसीईआरटी पैटर्न पर चलने वाले स्कूल दूसरे राज्यों में भी उपलब्ध हैं|
मुख्य बिंदु :
- एनसीईआरटी पाठ्यपुस्तकों को कक्षा 9 से कक्षा 12 तक अनिवार्य किया जाएगा,
- कक्षा 12वी तथा 10वी दोनों ही कक्षाओं में ncert की किताबें पढ़ाई जाएँगी, केवल कृषि(agriculture)विषय दोनों ही कक्षाओं में पहले की तरह UP Board सिलेबस पर आधारित होगा तथा कक्षा 12वी में व्यवसायिक (business studies)विषय भी पहले की तरह UP Board सिलेबस पर ही आधारित रहेगा|
- 2018-2019 शत्र में कक्षा 12वी तथा 10वी के एग्जाम में उत्तिर्ण होने वाले छात्रों का पहला बैच होगा जो नए सिलेबस के अनुसार एग्जाम में शामिल होंगे|
होने वाले फाईदें :
- छात्रों को अब पाठ्यक्रम में नए सत्र यानि 2018-2019 से बड़ा बदलाव होने के कारण प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी में काफी मदद मिलेगी|
- UP Board के पाठ्यक्रम से सम्बंधित स्टडी मटेरियल ncert की तुलना में छात्रों को अन्य वेबसाइट से प्राप्त करना ज्यादा मुश्किल था|
- 12 वी कक्षा के छात्रों को एक ही विषय के दो पेपर्स एग्जाम में देने पड़ते थे लेकिन अब UP Board 12 वी कक्षा के छात्रों को CBSE के छात्रों की तरह हर विषय के एक पेपर की ही परीक्षा देनी होगी|
- UP Board से मान्यता प्राप्त स्कूलों में सिलेबस के अलावा कई अन्य बदलाव भी होने वाले हैं| नए सत्र से हर हफ्ते में एक पीरियड डिबेट और निबंधन लेखन का भी होगा।
- उत्तर प्रदेश एजुकेशन बोर्ड ने छात्रों को फिट रखने के लिए नए सेशन से स्कूलों में नियमित योगाभ्यास कराया जाएगा।
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