SBI PO Exam 2025: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) प्रोबेशनरी ऑफिसर पदों पर उम्मीदवारों की भर्ती के लिए SBI PO 2025 परीक्षा शुरू कर दी है। यह परीक्षाएं 2, 4 और 5 अगस्त 2025 को आयोजित होने वाली है। SBI PO भर्ती परीक्षा के तहत कुल 541 रिक्तियों को भरा जाएगा। यह परीक्षा कुल 100 अंकों की होती है, जिसमें तीन सेक्शन रीजनिंग, इंग्लिश और क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड शामिल होते हैं। आगे लेख में जानें एसबीआई पीओ एग्जाम के कठिनाई स्तर सहित अन्य डिटेल्स के बारे में महत्वपूर्ण बातें।
एसबीआई पीओ एग्जाम क्या है?
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) हर साल प्रोबेशनरी ऑफिसर के पद के लिए योग्य उम्मीदवारों का चयन करने के लिए SBI PO परीक्षा आयोजित करता है। SBI प्रोबेशनरी ऑफिसर भर्ती देश में सबसे अधिक मांग वाली बैंकिंग परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। उम्मीदवार बड़ी संख्या में इस भर्ती परीक्षा के लिए बढ़ - चढ़ भाग लेते हैं, जिनमें से कुछ ही एग्जाम क्लिक कर पीओ की कुर्सी पर बैठ पाते हैं। प्राप्त आंकड़ों से पता चलता है कि लगभग 10 लाख उम्मीदवार हर साल SBI PO परीक्षा के लिए आवेदन करते हैं। इकरियर प्रोबेशनरी ऑफिसर में विकास के अपार अवसर मौजूद हैं।
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एसबीआई पीओ परीक्षा पैटर्न
एसबीआई पीओ प्रीलिम्स एग्जाम में तीन सेक्शन होते हैं: रीजनिंग, इंग्लिश और क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड। कुल 100 प्रश्न 100 अंकों के होते हैं। प्रत्येक खंड के लिए 20 मिनट का समय दिया जाता है, जिससे परीक्षा की कुल अवधि 1 घंटा हो जाती है। विस्तृत एसबीआई पीओ परीक्षा पैटर्न यहां देखें:
विषय | प्रश्नों की संख्या | अधिकतम अंक | अवधि |
अंग्रेजी भाषा | 40 | 100 | 20 मिनट |
मात्रात्मक रूझान | 30 | 20 मिनट | |
तर्क क्षमता | 30 | 20 मिनट | |
कुल | 100 | 1 घंटा |
IBPS Clerk Notification 2025
एसबीआई पीओ परीक्षा कठिन होने के कारण
दरअसल, अन्य बैंकिंग परीक्षाओं की तुलना में एसबीआई पीओ एग्जाम को कठिन माना जाता है। जिसके मुख्य कारण आप नीचे प्वाइंट के जरिए समझ सकते हैं:
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प्रयासों की सीमित संख्या
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समय की पाबंदी, प्रीलिम्स एग्जाम में 100 प्रश्नों को हल करने के लिए 1 घंटा और मेन्स एग्जाम में 155 प्रश्नों को करने के लिए 3 घंटे का समय दिया जाता है।
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निगेटिव मार्किंग, 0.25 अंकों की एक चौथाई निगेटिव मार्किंग की जाती है।
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ट्रिकी सवाल, रीजनिंग और डेटा इंटरप्रिटेशन सेक्शन बहुत समय लेते हैं।
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ज्यादा कॉम्पीटिशन उम्मीदवारों को बहुस से स्टूडेंट के साथ कॉम्पीटिशन करना पड़ सकता है, जैसे कि बीटेक ग्रेजुएट को एमबीए ग्रेजुएट के साथ।
नोट : उम्मीदवारों को ध्यान देना चाहिए हर साल की तुलना में प्रश्न पत्र के कठिनाई का स्तर अलग - अलग हो सकता है।
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