Success Story: UPSC सिविल सेवा देश की सबसे मुश्किल सेवाओं में शुमार है। इस परीक्षा को पास करना आसान नहीं है। कुछ युवा कई सालों तक इस परीक्षा के लिए तैयारी करते हैं। वहीं, कुछ युवा कोचिंग भी करते हैं, लेकिन इसके बाद भी इसमें सफलता सुनिश्चित नहीं है। यूपीएससी की इस यात्रा में कई बार सफलता और असफलता देखनी पड़ती है। कठिन यात्रा होने की वजह से कई युवा बीच में ही इस राह को छोड़ दूसरी राह पकड़ लेते हैं, जबकि कुछ युवा होते हैं, जो कोशिशों से इस्तीफा न देने का फैसले कर लेते हैं और सफल होने तक नहीं रूकते। आज हम आपको दिल्ली की रहने वाली पद्मिनी नारायण के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने अपने शुरुआती दो चरणों में असफलता देखी और तीसरे प्रयास में वह यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में 152 रैंक लाकर अधिकारी बन गई। वहीं, उन्होंने यह सफलता नौकरी करते हुए हासिल की।
पद्मिनी नारायण का परिचय
पद्मिनी नारायण के लिंक्डइन प्रोफाइल के मुताबिक, उन्होंने आरकेपुरम स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की। इसके बाद दिल्ली के ही गुरू गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय से बीसीए की पढ़ाई पूरी की। बीसीए पूरा होने के बाद उन्होंने गुरुग्राम से मैनेजमेंट की पढ़ाई की।
निजी बैंक में लगी नौकरी
पद्मिनी नारायण ने अपनी पढ़ाई पूरी होने के बाद निजी क्षेत्र के एक बड़े बैंक में वैल्थ मैनेजर के रूप में भी काम किया। हालांकि, उन्होंने सरकारी सेवाओं में जाने का निर्णय कर लिया था। ऐसे में उन्होंने अपनी तैयारी को जारी रखा।
पर्यटन मंत्रालय में लगी नौकरी
पद्मिनी नारायण की बैंक में नौकरी करने के दौरान पर्यटन मंत्रालय में असिस्टेंट के रूप में नौकरी लग गई थी। हालांकि, उनके मन में कुछ बड़ा करने की इच्छा थी। ऐसे में उन्होंने सिविल सेवाओं की तैयारी शुरू की।
पहले दो प्रयास में हुई फेल
सिविल सेवा में जाने के अपने निर्णय के तहत पद्मिनी ने तैयारी शुरू कर दी थी। उन्होंने अपना पहला प्रयास किया, लेकिन वह इसमें सफल नहीं हो सकी। हालांकि, उन्होंने हार नहीं मानी और दूसरा प्रयास किया, लेकिन वह दूसरी बार भी असफल रही। दो बार फेल होने के बाद उनकी निराशा बढ़ गई थी, लेकिन उनके परिवार ने उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
इस तरह की तैयारी
पद्मिनी नारायण जब दफ्तर जाती थी, तो रास्ते में ही अखबार को पढ़ा करती थी। शादी के बाद उनके ससुराल पक्ष ने भी उनकी तैयारी में मदद की। पद्मिनी जब थक जाती थी, तब उनके पति कभी-कभी उन्हें किताबों को पढ़कर सुनाया करते थे। वह दफ्तार से आने के बाद अपनी पढ़ाई किया करती थी।
तीसरे प्रयास में हासिल की 152 रैंक
पद्मिनी नारायण ने अपने तीसरे प्रयास में साल 2019 में 152 रैंक हासिल की। वर्तमान में वह वित्त मंत्रालय में सहायक आयुक्त के पद पर तैनात हैं।
पढ़ेंः IRS Success Story: नौकरी करते हुए पांच बार पास की UPSC परीक्षा, आज IRS अधिकारी हैं प्रभाकर प्रभात
Comments
All Comments (0)
Join the conversation