UP बोर्ड स्कूलों को परीक्षा के ऑनलाइन फार्म भरवाने के संबंध में बोर्ड से कार्यक्रम प्राप्त हुआ है. बोर्ड की गाइड लाइन के अनुसार इस वर्ष छात्र-छात्राओं के परीक्षा फार्म ऑनलाइन भरवाए जाएंगे. इस संबंध में सभी प्रधानचार्यों को बोर्ड के कार्यक्रम से भी अवगत कराया गया है.
UP Board माध्यमिक शिक्षा परिषद ने 2019 की 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्रों के आवेदन पत्र परिषद की वेवसाइट पर ऑनलाइन अपलोड कराने का कार्यक्रम जारी कर दिया है. आवेदन प्रक्रिया की निर्धारित तिथि पांच अगस्त 2018 से एक सितंबर 2018 तक होगी. साथ ही निर्धारित अवधि के अंदर चालान जमा न करने पर प्रधानाचार्यों पर सौ रुपये छात्र के हिसाब से पेनल्टी पड़ेगी.
बोर्ड स्तर से परीक्षा की तैयारियां शुरू हो गई है. छात्र-छात्राओं को परीक्षा में शामिल कराने के लिए ऑनलाइन परीक्षा फार्म भरवाने का बोर्ड ने कार्यक्रम भी जारी कर दिया है. इस बार कोषागार में चालान जमा करने से लेकर छात्रों का समस्त ब्योरा साइट पर अपलोड करने की जिम्मेदारी संस्था के प्रधानाचार्य की होगी. इससे छात्रों को राहत मिलेगी. संस्था के प्रधानाचार्य द्वारा छात्र-छात्राओं का कक्षा 10 और 12 में प्रवेश लेने तथा परीक्षा शुल्क प्राप्त करने की अंतिम तिथि पांच अगस्त निर्धारित की गई थी.
इसके बाद संस्था के प्रधान द्वारा समस्त छात्र-छात्राओं का परीक्षा शुल्क चालान के माध्यम से कोषागार में जमा करने की अंतिम तिथि दस अगस्त तय की गई थी. प्रधानाचार्य द्वारा कोषागार में जमा किए गए शुल्क की सूचना तथा छात्र-छात्राओं के शैक्षिक विवरणों को परिषद की वेवसाइट पर ऑनलाइन अपलोड करने की अंतिम तिथि 16 अगस्त निर्धारित की गई थी.
वेवसाइट पर अपलोड किए गए विद्यार्थियों के विवरणों को चेक कर संशोधित करने की अंतिम तिथि 21 अगस्त से 31 अगस्त 2018 निर्धारित की गई है. ऑनलाइन अपलोड किए गए छात्रों के विवरणों में जांच उपरांत यदि किसी प्रकार का संशोधन वांछित है तो उसे संस्था के प्रधान द्वारा पुन: वेब साइट पर संशोधित कर अपडेट करने की अंतिम तिथि एक सिंतबर निर्धारित की गई है. साथ ही अंतिम तिथि के बाद परीक्षा फार्मों में कोई संशोधन नहीं होगा.
परीक्षा शुल्क विवरण
हाईस्कूल संस्थागत परीक्षा 200.75 रुपये
हाईस्कूल व्यक्तिगत परीक्षा शुल्क 306 रुपये
इंटरमीडिएट संस्थागत परीक्षा शुल्क 220.75 रुपये
इंटरमीडिएट व्यक्तिगत परीक्षा शुल्क 406 रुपये
UP बोर्ड में ऑनलाइन प्रक्रिया लागु करने पर होने वाले फायदे:
इस नए ऑनलाइन सिस्टम्स के लागु होने से छात्रों को तो लाभ होगा ही, संस्थान यानि स्कूलों के खर्च में भी कमी आएगी. फॉर्म प्रिंटिंग होने वाले खर्च और सम्बंधित स्कूल/कॉलेज में भेजने के लिए हो रहे परिवहन खर्च में भी कई फीसदी कमी आएगी.
विद्यार्थियों को फॉर्म खरीदने तथा भर कर जमा करने के लिए अपने स्कूलों में अब कतार में लगने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी. साथ ही फॉर्म भरने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद यूनिवर्सिटी तक भेजने के लिए किए जाने वाला खर्च बचेगा.
परीक्षा फॉर्म में किसी प्रकार की गलती सामने आने पर तत्काल मेसेज भेजकर इसका निदान किया जायेगा, छात्रों को परीक्षा फॉर्म में किसी भी प्रकार के सुधार कार्य के लिए यूनिवर्सिटी के चक्कर काटने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी.
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