UP ECCE Educator Salary 2025: यूपी एजुकेटर की इन हैंड सैलरी, कॉट्रैक्ट की अवधि, जिम्मेदारीयां और भत्तों के बारे में जानें

Sep 18, 2025, 13:19 IST

UP ECCE Educator Salary 2025: यूपी सरकार ECCE (प्रारंभिक बचपन देखभाल और शिक्षा) एजुकेटर के 8800 पदों पर भर्ती करने के लिए पूरी तरह तैयार है। UP ECCE एजुकेटर की सैलरी 10313 रुपये प्रति माह होगी, जिसमें PF और ESI शामिल है। यहां उत्तर प्रदेश में ECCE एजुकेटर के लिए इन-हैंड सैलरी, स्ट्रक्चर, जॉब प्रोफाइल और करियर में आगे बढ़ने के अवसरों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है।

UP ECCE Educator Salary 2025
UP ECCE Educator Salary 2025

UP ECCE Educator Salary 2025: उत्तर प्रदेश सरकार ने प्राइमरी और कंपोजिट स्कूलों में स्थित आंगनवाड़ी केंद्रों/बालवाटिकाओं के लिए ECCE (प्रारंभिक बचपन देखभाल और शिक्षा) एजुकेटर के 8800 पदों के लिए अधिसूचना जारी की है। चयन मेरिट के आधार पर और सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन के बाद किया जाएगा। चयनित Candidates को 75 जिलों में स्थित उन 8800 स्कूलों में से किसी एक में पोस्टिंग दी जाएगी, जहां आंगनवाड़ी केंद्र भी मौजूद हैं। यह नियुक्ति कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर होगी। चयनित Candidates को हर महीने 10313 रुपये का पारिश्रमिक मिलेगा। इसके साथ ही, उन्हें इस पद पर लागू कुछ लाभ भी दिए जाएंगे। इस पेज पर UP ECCE एजुकेटर की सैलरी और जॉब प्रोफाइल के बारे में अधिक जानने के लिए आगे पढ़ें।

UP ECCE एजुकेटर सैलरी 2025

उत्तर प्रदेश सरकार ने आधिकारिक नोटिफिकेशन में सैलरी और नौकरी से जुड़ी जरूरतों का विवरण जारी किया है। इच्छुक Candidates को इस पद के लिए आवेदन करने से पहले विज्ञापन को ध्यान से पढ़ना चाहिए और अपनी पात्रता की पुष्टि करनी चाहिए। पात्रता के लिए, Candidates का गृह विज्ञान (होम साइंस) में 50% अंकों के साथ ग्रेजुएट होना जरूरी है। साथ ही, उनकी उम्र 40 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। 

इसके अलावा, Candidates को ECCE की नौकरी से जुड़ी जरूरतों को भी देखना चाहिए। इससे वे यह समझ पाएंगे कि क्या ये जिम्मेदारियां उनके करियर के लक्ष्यों से मेल खाती हैं, ताकि वे सोच-समझकर फैसला ले सकें। इसलिए, इस पद के लिए आवेदन करने से पहले Candidates को सैलरी, पात्रता, जॉब प्रोफाइल और अन्य जरूरी बातों पर विचार करना चाहिए। आपकी मदद के लिए, हमने यहां UP ECCE एजुकेटर की सैलरी से जुड़ी जानकारी दी है। इसमें मासिक वेतन, लाभ, कॉन्ट्रैक्ट की अवधि, जॉब प्रोफाइल आदि शामिल हैं।

भर्ती निकाय

उत्तर प्रदेश सरकार

पोस्ट नाम

ईसीसीई (प्रारंभिक बचपन देखभाल और शिक्षा) शिक्षक

कुल रिक्तियां

8800

पोस्टिंग का स्थान

प्राथमिक एवं समग्र विद्यालयों में आंगनवाड़ी केंद्र/बालवाटिका (75 जिले)

चयन का तरीका

योग्यता के आधार पर और प्रमाण पत्र सत्यापन

नियुक्ति का प्रकार

संविदात्मक आधार

मासिक वेतन

10,313 रुपये

अतिरिक्त लाभ

मानदंडों के अनुसार सीमित भत्ते/लाभ

शैक्षणिक योग्यता

न्यूनतम 50% अंकों के साथ गृह विज्ञान में स्नातक

आयु सीमा

अधिकतम 40 वर्ष

UP ECCE एजुकेटर की हर महीने की सैलरी कितनी होती है?

UP ECCE एजुकेटर का पद उन सभी उम्मीदवारों के लिए एक अच्छा अवसर है, जो एक सम्मानजनक और संतोषजनक नौकरी चाहते हैं। यह उन बहुत से Candidates को आकर्षित करता है, जो बचपन की शुरुआती शिक्षा में योगदान करते हुए एक सार्थक करियर बनाना चाहते हैं। ECCE (प्रारंभिक बचपन देखभाल और शिक्षा) एजुकेटर की सैलरी 10313 रुपये प्रति माह होगी। इस निश्चित सैलरी के साथ, नियुक्त किए गए Candidates को PF और ESI जैसे लाभ भी मिलेंगे।

UP ECCE एजुकेटर की मासिक सैलरी क्या है?

कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर नियुक्त किए गए ECCE एजुकेटर की मासिक सैलरी 10313 रुपये है।

UP ECCE एजुकेटर की कॉन्ट्रैक्ट अवधि कितनी होती है?

UP ECCE (प्रारंभिक बचपन देखभाल और शिक्षा) एजुकेटर पद के लिए आवेदन करने वाले Candidates को यह पता होना चाहिए कि यह एक कॉन्ट्रैक्ट पर आधारित पद है (आउटसोर्सिंग के माध्यम से)। यह जानकारी होने से उन्हें नियुक्ति के बाद किसी भी तरह के भ्रम या निराशा से बचने में मदद मिलेगी। आधिकारिक नोटिफिकेशन के अनुसार, UP ECCE एजुकेटर की कॉन्ट्रैक्ट अवधि अधिकतम 11 महीने की होगी।

यूपी ECCE एजुकेटर जॉब प्रोफाइल: ECCE एजुकेटर की भूमिकाएं और जिम्मेदारियां क्या हैं?

यूपी ECCE एजुकेटर की सैलरी के साथ-साथ, भर्ती करने वाली संस्था ने आधिकारिक विज्ञापन में नौकरी से जुड़ी जरूरतों की भी घोषणा की है। ECCE एजुकेटर मुख्य रूप से प्राइमरी और कंपोजिट स्कूलों में स्थित आंगनवाड़ी केंद्रों/बालवाटिकाओं में 3 से 6 साल की उम्र के बच्चों को शिक्षा देने के लिए जिम्मेदार होते हैं।

  • 3 से 6 साल की उम्र के बच्चों को औपचारिक शिक्षा के लिए जरूरी कौशल सिखाना।
  • एक सुरक्षित और देखभाल वाला माहौल बनाना, जहां 3 से 6 साल की उम्र के बच्चे शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक, शैक्षिक और सामाजिक कौशल सहित सभी क्षेत्रों में विकास कर सकें। इस लक्ष्य को पाने के लिए उन्हें आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की मदद करनी होती है।
  • यह पक्का करना कि बच्चे निपुण भारत मिशन के तहत तय किए गए सीखने के स्तर को हासिल कर लें। इसमें 5 से 6 साल की उम्र के बच्चों पर खास ध्यान दिया जाता है।
  • बच्चों के सोचने-समझने के विकास के लिए रंगों, आकारों, ध्वनियों, वस्तुओं और पर्यावरण (जैसे पेड़, पौधे, पक्षी, जानवर) से जुड़ी गतिविधियां कराना।
  • बच्चों से जुड़ी अन्य गतिविधियों, जैसे खेल, नाटक, पिकनिक, फील्ड ट्रिप, संगीत, मेहनत आदि के लिए योजना बनाने में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ काम करना।
Priyanka Pal
Priyanka Pal

Content Writer

Priyanka Pal is a passionate writer with 2.5 years of experience in creative storytelling and research writing. She is a graduate with a BJMC from Ramlal Anand College, Delhi University. With a strong background in social media handling and education beat coverage, she brings both creativity and insight to her work. Her interests also include general knowledge and current affairs, allowing her to engage a wide range of audiences with compelling and informative content.

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