न केवल वक्त काफी बदल गया है, बल्कि स्टूडेंट्स की सोच भी। अब अधिकांश स्टूडेंट्स परंपरागत और प्रचलित कोर्सेज से हटकर कुछ इस तरह के कोर्सेज में दिलचस्पी ले रहे हैं, जो अभी तक जरूर आम स्टूडेंट्स के लिए नया है, लेकिन भविष्य में इनकी खूब डिमांड होने की संभावनाएं हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार, निम्नलिखित ऑफबीट कोर्सेज आने वाले समय में हॉट रहेंगी..
क्लिनिकल इंजीनियरिंग
यदि आप दस साल पहले और आज के हॉस्पिटल्स की तुलना करें, तो इन दिनों हॉस्पिटल्स में मॉडर्न इक्वीपमेंट और तकनीक का इस्तेमाल ज्यादा से ज्यादा होने लगा है। ऐसी स्थिति में क्लिनिकल इंजीनियर के लिए आज बेहतर स्कोप देखा जा रहा है। मेडिकल टेक्नोलॉजी के डेवलॅपमेंट में भी इनका अहम योगदान होता है। बीई/बीटेक ग्रेजुएट क्लिनिकल इंजीनियरिंग में एमटेक कोर्स जरूर कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए गेट स्कोर जरूरी है।
प्रमुख संस्थान
श्री चित्रा तिरुनल इंस्टीटयूट फॉर मेडिकल साइंस ऐंड टेक्नोलॉजी।
आईआईटी, मद्रास।
किश्चियन मेडिकल कॉलेज, वेलौर।
फायर सेफ्टी कोर्स
मुंबई की घटना आपको जरूर याद होगी, जब ताज धू धू कर जल रहा था। लेकिन फायर बिग्रेड से जुडे लोगों ने अपने कौशल का प्रदर्शन करते हुए न केवल ताज को जलने से बचाया, बल्कि एक बडी दुर्घटना होने से भी बचा लिया। फायर प्रोटेक्शन के लिए ट्रेंड प्रोफेशनल की डिमांड इन दिनों खूब है। इसे देखते हुए ही कॉलेज ऑफ फायर टेक्नोलॉजी गुजरात (भारत की पहली फायर ट्रेनिंग इंस्टीटयूट) ने बीएससी इन फायर कोर्स ऑफर किया है। यहां आप स्पेशलाइज्ड फायरमैन ऐंड सेफ्टी और सिक्योरिटी कोर्स भी कर सकते हैं।
प्रमुख संस्थान
कॉलेज ऑफ फायर टेक्नोलॉजी, गुजरात।
इंस्टीटयूट ऑफ फायर ऐंड सेफ्टी टेक्नोलॉजी, कोच्चि।
इंडियन इंस्टीटयूट ऑफ फायर इंजीनियरिंग, नई दिल्ली।
फैशन कम्युनिकेशन
इन दिनों फॉरेन और डोमेस्टिक ब्रांड की संख्या दिन-ब-दिन बढती ही जा रही है। इसलिए कंपनियां लोगों को लुभाने के लिए यूनीक ब्रांड आइडेंटिटीज डेवलॅप करती है और इसके लिए जरूरत होती है फैशन कम्युनिकेशन प्रोफेशनल्स की। इस कोर्स को पूरा करने के बाद स्टूडेंट मार्केटिंग, मैनेजमेंट, एंट्रप्रॅन्योरशिप आदि फील्ड में जॉब तलाश सकते हैं। 12वीं के बाद आप फैशन कम्युनिकेशन कोर्स में एंट्री ले सकते हैं।
प्रमुख संस्थान
नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, नई दिल्ली।
सत्यम फैशन इंस्टीटयूट, नोएडा।
एन्वायरनमेंटल साइंस
पर्यावरण के प्रति बढती चेतना या यू कहें की जागरूकता की वजह से एन्वायरनमेंटल साइंस बेहतरीन करियर ऑप्शन के रूप में उभरा है। खास बात यह है कि इस कोर्स से जुडे लोगों के लिए इन दिनों देश-विदेश में रोजगार की कोई कमी नहीं है। साइंस सब्जेक्ट से 12वीं पास आउट स्टूडेंट्स बीएसएसी एन्वायरनमेंटल साइंस में एंट्री ले सकते हैं।
प्रमुख संस्थान
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (दिल्ली, कानपुर, खडगपुर और मद्रास)
जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली
दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली
मेडिकल टूरिज्म
भारतीय हेल्थकेयर सेक्टर की मजबूत स्थिति और बेहतर हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर के कारण इनकी संख्या दिन-ब-दिन बढती ही जा रही है, क्योंकि भारत में दूसरे विकसित देशों की तुलना में इलाज काफी सस्ता है। मैकिंजे-सीआईआई रिपोर्ट के अनुसार, मेडिकल टूरिज्म का मार्केट वर्ष 2012 तक 2 बिलियन डॉलर के आंकडे को पार कर सकता है। मेडिकल टूरिज्म के बढते बाजार और प्रोफेशनल्स की कमी को देखते हुए ही इंस्टीटयूट ऑफ क्लिनिकल रिसर्च ने मेडिकल टूरिज्म में मास्टर प्रोग्राम कोर्स की शुरुआत की है।
प्रमुख संस्थान
इंस्टीटयूट ऑफ क्लिनिकल रिसर्च,इंडिया।
इंडियन इंस्टीटयूट ऑफ टूरिज्म ऐंड टै्रवॅल मैनेजमेंट, नई दिल्ली।
म्यूजिकल फील्ड
तमाम टेलीविजन चैनल्स पर हो रहे म्यूजिकल टैलॅन्ट हंट शो के प्रति युवाओं का उत्साह आज देखते ही बनता है। खास बात यह है कि ग्लोबल म्यूजिक इंडस्ट्री आज वैश्विक स्तर पर सबसे तेजी से विकास कर रहे क्षेत्रों में से एक है। यहां आप प्ले बैक सिंगर, पॉप स्टार, एजेंट्स और प्रॉडयूसर के रूप में करियर की शुरुआत कर सकते हैं। इसके अलावा, कॉपीराइटर, रिकॉर्डिग टेक्नीशियन, मैनेजमेंट के साथ-साथ परफॉर्मेस के क्षेत्र में भी करियर की तलाश कर सकते हैं। 12वीं करने के बाद आप बीए इन म्यूजिक कोर्स में भी एंट्री ले सकते हैं।
प्रमुख संस्थान
बाबासाहेब भीमराव अंबेदकर यूनिवर्सिटी, बिहार।
गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर, पंजाब।
(वरिष्ठ करियर एक्सपर्ट्स और एपीजे एजुकेशन सोसायटी की वाइस प्रेसिडेंट सुषमा बर्लिया से बातचीत पर आधारित)
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