बैंकों में क्षमता संवर्धन के लिए रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा गठित समिति ने अपनी रिपोर्ट में सभी बैंकों में नौकरी के लिए कामन बैंकिंग एप्टीट्यूड टेस्ट (बीएटी) को अनिवार्य बनाने और हर बैंक में एक चीफ लर्निंग आफिसर (सीएलओ) की नियुक्ति की संस्तुति की है.रिजर्व बैंक के पूर्व कार्यकारी निदेशक जी. गोपालकृष्णन की अध्यक्षता वाली समिति ने कहा है कि बीएटी को सभी बैंकों में प्रवेश के लिए अनिवार्य किया जाना है.
आरबीआई ने 24 सितंबर 2014 को आम लोगों की प्रतिक्रियाओं और सुझाव के लिए यह रिपोर्ट अपनी वेबसाइट पर जारी की.
बीएटी आईबीपीएस द्वारा ली जाने वाली लिखित परीक्षा से पहले एक फिल्टर की तरह काम करेगा. इसमें पास होने के बाद ही उम्मीदवारों को मुख्य परीक्षा में बैठने दिया जाएगा. इसमें प्रत्येक प्रश्न के लिए उसकी कठिनता के स्तर के आधार पर अलग- अलग अंक निधारित होंगे.साथ ही बैंक में नियुक्त होने के बाद 6 माह के भीतर एक सार्टिफिकेट कोर्स प्रारंभ करने की बात भी समीति ने अपनी सिफारिशों में कही है. समीति ने स्नातक डिग्री को समान्य बैंकिंग अधिकारी के तौर पर चयन के लिए अनिवार्य अर्हता बनाए रखने की सिफारिश भी अपनी रिपोर्ट मे की है. |
बैंकों में चयन के लिए अब देना होगा बीएटी
बैंकों में क्षमता संवर्धन के लिए रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा गठित समिति ने अपनी रिपोर्ट में सभी बैंकों में नौकरी के लिए कामन बैंकिंग एप्टीट्यूड टेस्ट (बीएटी) को अनिवार्य बनाने और हर बैंक में एक चीफ लर्निंग आफिसर (सीएलओ) की नियुक्ति की संस्तुति की है.
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