उत्तर प्रदेश में चाय का शहर कौन-सा है, जानें

Nov 13, 2025, 12:27 IST

बात चाय की हो और उत्तर प्रदेश का जिक्र न हो, यह नामुमकिन है। चाय और चाय पर होने वाली चर्चा, प्रदेश की परंपराओं में शामिल है। इन चर्चाओं में देश-विदेश की उथल-पुथल से लेकर राजनीतिक गलियारे की चर्चाएं आम होती हैं। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि यूपी में कौन-सा जिला है, जिसे चाय का शहर भी कहा जाता है। इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे। 

यूपी में चाय का शहर
यूपी में चाय का शहर

उत्तर प्रदेश भारत का चौथा सबसे बड़ा राज्य है, जो कि अपनी विविध संस्कृति और अनूठी परंपराओं के लिए जाना जाता है। यहां के रहन-सहन और खान-पान में चाय का अपना महत्त्व है। यही वजह है कि चाय का जिक्र हो और उत्तर प्रदेश की बात न हो, ऐसा नामुमकिन है। यहां चाय और चाय पर होने वाली चर्चा का अपना महत्त्व है। इन चर्चाओं में देश-विदेश की उथल-पुथल से लेकर राजनीतिक गलियारों के चटकारें शामिल होते हैं। प्रदेश के हर गली के नुक्कड़ और चौराहों पर आपको चाय और चाय की चुस्कियों पर चर्चा का माहौल देखने को मिल जाएगा। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि यूपी में एक जिला ऐसा भी है, जिसे चाय के लिए ही जाना जाता है। कौन-सा है यह जिला, जानने के लिए यह लेख पढ़ें। 

उत्तर प्रदेश में कुल कितने जिले हैं

उत्तर प्रदेश पूरे भारत में सबसे अधिक जिले वाला राज्य है। वर्तमान में यहां कुल 75 जिले हैं, लेकिन आने वाले समय में इन जिलों की संख्या बढ़कर 76 हो जाएगी। क्योंकि, जल्द ही यहां कल्याण सिंह नगर नाम से नया जिला बन सकता है, जो कि प्रस्तावित है। वहीं, प्रदेश में कुल 351 तहसील, 17 नगर निगम, 28 विकास प्राधिकरण, 5 विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण और 75 नगर पंचाययत मौजूद हैं। 

उत्तर प्रदेश के चार दिशाओं के चार जिले 

उत्तर प्रदेश का सबसे पूर्वी जिला बलिया है। वहीं, सबसे उत्तरी जिला सहारनपुर, सबसे दक्षिणी जिला सोनभद्र और सबसे पश्चिमी जिला शामली है। 

उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा और सबसे छोटा जिला

उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा जिला लखीमपुर खीरी जिला है। यह जिला कुल 7246 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। वहीं, सबसे छोटा जिला हापुड़ है, जो कि 660 वर्ग किलोमीटर में है। प्रदेश का यह जिला स्टील सिटी के रूप में भी जाना जाता है। 

किस जिले को कहा जाता है चाय का शहर 

अब सवाल है कि यूपी में किस जिले को चाय का शहर भी कहा जाता है। आपको बता दें कि यूपी के सबसे प्रमुख शहरों में शामिल कानपुर को चाय का शहर भी कहा जाता है। हालांकि, यह आधिकारिक नहीं है, लेकिन स्थानीय स्तर पर इसकी यह पहचान भी है।

क्यों कहा जाता है चाय का शहर 

अब सवाल है कि कानपुर को चाय का शहर क्यों कहा जाता है। आपको बता दें कि कानपुर शुरू से ही चाय के व्यापार का प्रमुख केंद्र रहा है। यहां ब्रिटिश समय से ही चाय के बगानों से पहुंचने वाली चायपत्ती का व्यापार व वितरण होता है, जिसे राज्य के अन्य जिलों में पहुंचाया जाता है। इसी प्रकार प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी चाय का व्यापार और खपत अहम है। ऐसे में लखनऊ को भी चाय के लिए जाना जाता है।

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Kishan Kumar
Kishan Kumar

Senior content writer

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