भारत ने बीते दिनों देश की राजधानी नई दिल्ली में G20 जैसे वैश्विक शिखर सम्मेलन की सफलतापूर्वक मेजबानी कर विश्व में अपना डंका बजाया है। भारत द्वारा जी20 की अध्यक्षता के बाद पूरे विश्व में भारत की प्रशंसा की जा रही है। इस वैश्विक कार्यक्रम में दुनिया के कई बड़े नेताओं ने भारत में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई और आर्थिक मंच पर भविष्य की रणनीति को तैयार किया।
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इस दौरान शिखर सम्मेलन के समापन अवसर पर भारत की ओर से विदेशी मेहमानों को यादगार के तौर पर कई बेशकीमती तोहफे भी दिए गए हैं, जो कि भारत के समृद्ध सांस्कृतिक परंपरा और वैभव को प्रदर्शित करने का काम करते हैं। इस लेख के माध्यम से हम विदेशी मेहमानों को दिए गए तोहफों के बारे में जानेंगे।
शीशम की लकड़ी का संदूक
विदेशी मेहमानों को शीशम की लकड़ी का एक शानदार संदूक गिफ्ट दिया गया है। इस लकड़ी के संदूक पर पीतल की पत्ती लगाकर शानदार कलाकृति बनाई गई है, जो कि भारतीय कला की काबिलियत को दर्शाता है। आपको बता दें कि शीशम की लकड़ी की गिनती गुणवत्तापूर्ण लकड़ी में की जाती है और यह महंगी भी होती है।
संदूक में शामिल हैं ये तोहफे
जाफरान का तोहफा
भारत आए विदेशी मेहमानों को जाफरान यानि शुद्ध केसर दी गई है। केसर को फारसी में जाफरान भी कहते हैं। मसालों में रेड गोल्ड केसर दुनिया सबसे महंगा मसाला है। विदेशी मेहमानों को कश्मीरी केसर की एक शीशी दी गई है। वहीं, बाजार में कश्मीरी केसर की कीमत साढ़े तीन से साढ़े चार लाख रुपये किलो तक है।
दार्जिलिंग और नीलगिरी चाय
भारत में चाय के शौकिनों की कमी नहीं है। वहीं, भारत के साथ-साथ विदेशों में भी चाय पी जाती है। ऐसे में विदेशी मेहमानों को भारत में अधिक ऊंचाई पर उगने वाली उच्च गुणवत्ता वाली दार्जिलिंग और नीलगिरी चाय की पत्तियां भी तोहफे के तौर पर दी गई हैं।
विदेशों में महकेगी जिघराना इत्र की खूशबू
जी20 राष्ट्रध्यक्षों को उत्तर प्रदेश राज्य के कन्नौज जिले के जिघराना इत्र को भी तोहफे के रूप में दिया गया है। इत्र को फूलों और अन्य वनस्पतियों से तैयार किया जाता है। वहीं, इत्र निर्माण में काफी मेहनत और समय लगता है, जो कि इसे और भी कीमती बनाने काम करते हैं। ऐसे में जिघराना इत्र बेहद कीमती इत्र है।
सुंदरबन मेनंग्रोव का शहद
भारत में सुंदरबन दुनिया का सबसे बड़ा मैंग्रोव है। इसके साथ ही यह मधुमक्खियों की जंगली कॉलोनियों का घर भी है। ऐसे में विदेशी मेहमानों को सुंदरबन के मल्टीफ्लोरा मैंग्रोव शहद को भेंट किया गया है। आज भी यहां के जंगलों में मधुमक्खियों के छत्ते का शिकार कर शहद निकालने की परंपरा है।
आंध्रप्रदेश की कॉफी
संदूक में दुनिया की पहली टेरोइरमैप्ड कॉफी को भी शामिल किया गया था। यह कॉफी आंंध्रप्रदेश की अराकू घाटी में स्थित बागानों में उगाई जाती है, जो कि अपने विशेष स्वाद के लिए जानी जाती है। वहीं, इस कॉफी की बनावट भी खास है।
75 और 100 रुपये के सिक्के भी तोहफे में शामिल
भारत की ओर से दिए गए तोहफों में 75 और 100 रुपये के सिक्कों को भी शामिल किया गया है। ये सिक्के भारत की आजादी के 75वर्ष और 100 वर्ष तक विकसित भारत बनने के संकल्प को दर्शाते हैं। ये सिक्के जी20 को लेकर विशेष रूप से बनाए गए थे। वहीं, इसमें पश्मीना शॉल से लेकर जी-20 डाक टिकट को भी शामिल किया गया है।
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