ISRO के मून मिशनों पर आधारित सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी

Jul 3, 2019, 10:53 IST

ISRO वह अंतरिक्ष एजेंसी है जहाँ उपग्रहों का डिज़ाइन, विकास, संयोजन और परीक्षण किया जाता है. ISRO का हेडक्वार्टर बेंगलुरु में है. इसका पूरा नाम भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन है. ISRO के माध्यम से अंतरिक्ष में भेजे जाने वाले कई मिशन हैं. आइये इस लेख के माध्यम से ISRO के मून मिशन के बारे में प्रश्न और उत्तर के रूप में अध्ययन करते हैं.

GK Questions and Answers on ISRO mission to Moon
GK Questions and Answers on ISRO mission to Moon

1962 में, भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुसंधान समिति (INCOSPAR) की स्थापना भारत सरकार ने की थी और अंतरिक्ष में जाने का फैसला किया था. INCOSPAR की जगह 1969 में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की स्थापना गई थी. ISRO अपने कई मिशनों को राष्ट्र की सेवा के लिए अंतरिक्ष में भेज रहा है और आखिरकार, यह दुनिया का छठा सबसे बड़ा अंतरिक्ष एजेंसियों में से एक बन गया है. ISRO के माध्यम से अंतरिक्ष में भेजे जाने वाले कई अभियानों में से एक मून मिशन भी हैं. आइये इस लेख के माध्यम से ISRO के मून मिशनों के बारे में अध्ययन करते हैं जो कि अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में भी मदद करेगा.

1. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने भारत का पहला चंद्रयान -1 कब लॉन्च किया था?
A. मार्च 2008
B. अक्टूबर 2008
C. अगस्त 2009
D. अक्टूबर 2009
Ans. B
व्याख्या:
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने अक्टूबर 2008 में चंद्रयान -1 जो कि भारत का पहला मून मिशन है को लॉन्च किया था और यह अगस्त 2009 तक ओपेरेटेड रहा. इसमें एक लुनार ऑर्बिटर और एक इम्पेक्टर शामिल थे.

2. ISRO की स्थापना कब हुई थी?
A. 15 अगस्त 1959
B. 15 अक्टूबर 1969
C. 15 अगस्त 1969
D. 15 अक्टूबर 1959
Ans. C
व्याख्या:
ISRO की स्थापना 15 अगस्त, 1969 को हुई थी. यह भारत सरकार की एक प्रमुख अंतरिक्ष एजेंसी है. इसका मुख्यालय बेंगलुरु में है.

3. उस स्थान का नाम बताएं जहाँ से चंद्रयान -1 को लॉन्च किया गया था?
A. सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र, श्रीहरिकोटा
B. इसरो सैटेलाइट सेंटर, बंगलुरु
C. विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र, तिरुवनंतपुरम
D. लिक्विड प्रोपल्शन सिस्टम्स सेंटर, तिरुवनंतपुरम
Ans. C
व्याख्या:
चंद्रयान -1 को विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र, तिरुवनंतपुरम से लॉन्च किया गया था.

4. चंद्रयान -1 मिशन के लक्ष्यों का उल्लेख करें?
A. चंद्रमा के पास और दूर का 3-डी एटलस बनाने का लक्ष्य
B. रासायनिक मानचित्रण द्वारा विभिन्न भूवैज्ञानिक इकाइयों की पहचान करना.
C. चंद्र के उपरी सतह की प्रकृति का निर्धारण करने में सहायता.
D. उपरोक्त सभी
Ans. D
व्याख्या:
चंद्रयान -1 के मुख्य वैज्ञानिक लक्ष्य हैं: संपूर्ण चंद्र सतह का रासायनिक और खनिज संबंधी मानचित्रण करना, फोटो भूवैज्ञानिक और रासायनिक मानचित्रण की मदद से चंद्रमा के निकट और दूर के किनारे के 3-डी एटलस तैयार करना, पहचान करना विभिन्न भूगर्भीय इकाइयां, चंद्रमा की उत्पत्ति और प्रारंभिक विकासवादी इतिहास के लिए परिकल्पना का परीक्षण करने और चंद्र क्रस्ट की प्रकृति का निर्धारण करने में मदद करना है.

5. चंद्रयान -1 में कितने वैज्ञानिक यंत्र भेजे गए थे?
A. 5
B. 6
C. 9
D.11
Ans. D
व्याख्या:
चंद्रयान -1 अंतरिक्ष यान पर सवार ग्यारह वैज्ञानिक उपकरण भेजे गए थे. क्या आप जानते हैं कि उनमें से 5 भारतीय हैं और अन्य 6 ESA से हैं. यानी ESA (3), नासा (2) और बल्गेरियाई विज्ञान अकादमी (1). इसके अलावा, ESA उपकरणों में से 2 में भारतीय सहयोग है.

चीन का Chang'e 4: चांद की दूसरी सतह पर पहुंचने वाला विश्व का पहला spacecraft

6. ISRO द्वारा चंद्रमा पर भारत का दूसरा मिशन क्या होगा?
A. चंद्रयान -2
B. चंद्रयान -3
C. चंद्रयान -1
D. उपरोक्त में से कोई नहीं
Ans. A
व्याख्या:
चंद्रयान -2 चंद्रमा पर भारत का दूसरा मिशन होगा. यह पूरी तरह से स्वदेशी मिशन है.

7. चंद्रयान -2 मिशन के वैज्ञानिक लक्ष्य क्या हैं?
A. चंद्रमा की उत्पत्ति और विकास की समझ में सुधार करना.
B. यह चंद्र स्थलाकृति, खनिज विज्ञान, तात्विक प्रचुरता आदि पर वैज्ञानिक जानकारी एकत्र करेगा.
C. यह चंद्रमा की सतह के बारे में जानकारी प्रदान करेगा.
D. उपरोक्त सभी
Ans. D
व्याख्या:
चंद्रयान -2 ऑर्बिटर चंद्रमा को घेरेगा और इसकी सतह के बारे में जानकारी प्रदान करेगा; यह चंद्रमा की उत्पत्ति और विकास की समझ को बेहतर बनाने के लिए चंद्र स्थलाकृति, खनिज विज्ञान, तत्व बहुतायत आदि पर वैज्ञानिक जानकारी एकत्र करेगा. चंद्रमा पर भारत का दूसरा मिशन 2019 में लॉन्च होने की उम्मीद है.

8. स्वदेशी मिशन चंद्रयान -2 में शामिल हैं:
A. ऑर्बिटर
B. लैंडर
C. रोवर
D. उपरोक्त सभी
Ans. D
व्याख्या:
चंद्रयान -2 पूरी तरह से स्वदेशी मिशन है जिसमें ऑर्बिटर, लैंडर और रोवर शामिल हैं. जब यह चंद्र की कक्षा में 100 किमी तक पहुंच जाएगा, लैंडर हाउसिंग रोवर ऑर्बिटर से अलग हो जाएगा.

9. इसरो के चेयरमैन कौन हैं?
A. शैलेश नायक
B. कैलाशवादिवू सीवन
C. ए.एस. किरण कुमार
D. के. राधाकृष्णन
Ans. B
व्याख्या:
कैलाशवादिवू सीवन इसरो के चेयरमैन हैं.

10. चंद्रयान -1 मिशन के परियोजना निदेशक कौन थे?
A. एम अन्नादुरई
B. आर. हटन
C. उन्नीकृष्णन नायर
D. उपरोक्त में से कोई नहीं
Ans. A
व्याख्या:
चंद्रयान -1 के परियोजना निदेशक एम. अन्नादुरई थे, गगन्यान के परियोजना निदेशक आर. हट्टन और केंद्र के निदेशक उन्नीकृष्णन नायर हैं.

तो, ये थे ISRO के मून मिशन प्रश्न और उत्तरों के रूप में पूर्ण व्याख्या के साथ.

जानें Super Blue Blood Moon के बारे में

स्पेस स्टेशन क्या है और दुनिया में कितने स्पेस स्टेशन पृथ्वी की कक्षा में हैं?

Shikha Goyal is a journalist and a content writer with 9+ years of experience. She is a Science Graduate with Post Graduate degrees in Mathematics and Mass Communication & Journalism. She has previously taught in an IAS coaching institute and was also an editor in the publishing industry. At jagranjosh.com, she creates digital content on General Knowledge. She can be reached at shikha.goyal@jagrannewmedia.com
... Read More

आप जागरण जोश पर भारत, विश्व समाचार, खेल के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए समसामयिक सामान्य ज्ञान, सूची, जीके हिंदी और क्विज प्राप्त कर सकते है. आप यहां से कर्रेंट अफेयर्स ऐप डाउनलोड करें.

Trending

Latest Education News