मुंबई का पुराना नाम बॉम्बे है, जो ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के दौरान बहुत इस्तेमाल होता था। यह नाम 16वीं सदी में पुर्तगाली उपनिवेशवादियों के नियंत्रण के बाद लोकप्रिय हुआ और बाद में अंग्रेजों ने भी इसे अपना लिया। 300 से अधिक सालों तक यह शहर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बॉम्बे के नाम से जाना जाता था। यह एक प्रमुख व्यापारिक बंदरगाह और औपनिवेशिक केंद्र के रूप में काम करता था।
शहर को बॉम्बे क्यों कहा जाता था?
माना जाता है कि बॉम्बे नाम पुर्तगाली वाक्यांश “Bom Bahia” से आया है, जिसका मतलब है “अच्छी खाड़ी”। यह शहर के प्राकृतिक बंदरगाह को बताता है। समय के साथ “Bom Bahia” बदलकर “बॉम्बे” हो गया। जब 17वीं सदी में अंग्रेजों ने पुर्तगालियों से शहर का नियंत्रण लिया, तो उन्होंने यह नाम बनाए रखा।
बॉम्बे का नाम मुंबई कब रखा गया?
महाराष्ट्र सरकार ने 1995 में आधिकारिक तौर पर बॉम्बे का नाम बदलकर मुंबई कर दिया। “मुंबई” नाम मुंबा देवी से लिया गया है। वे यहां के मूल कोली मछली पकड़ने वाले समुदाय द्वारा पूजी जाने वाली एक स्थानीय हिंदू देवी हैं। इस नाम में मराठी शब्द “आई” भी जुड़ा है, जिसका अर्थ मां होता है। यह बदलाव शहर की स्थानीय विरासत और स्थानीय भाषा को बेहतर ढंग से दर्शाने के लिए किया गया था।
मुंबई के पुराने नाम के बारे में 7 रोचक तथ्य
-“बॉम्बे” नाम पुर्तगाली बसने वालों से आया था, जिन्होंने इसके बेहतरीन प्राकृतिक बंदरगाह के कारण शहर को Bom Bahia या “अच्छी खाड़ी” कहा।
-यह शहर 1661 में ब्रिटिश नियंत्रण में आ गया। यह कैथरीन ऑफ ब्रैगेंजा के दहेज के हिस्से के रूप में मिला, जब उन्होंने इंग्लैंड के राजा चार्ल्स द्वितीय से शादी की।
-बॉम्बे हमेशा एक ही भूभाग नहीं था। यह सात द्वीपों से बना था, जिन्हें धीरे-धीरे भूमि सुधार के जरिए मिलाया गया।
-शिवसेना के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार ने मार्च 1995 में आधिकारिक तौर पर इसका नाम बदलकर मुंबई कर दिया।
-आधुनिक नाम “मुंबई” यहां के मूल कोली मछुआरों की देवी, मुंबा देवी के सम्मान में रखा गया है।
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