वर्तमान में तकनीक ने तेज रफ्तार का हाथ थाम रखा है। इस कड़ी में कृत्रिम बुद्धिमता(एआई) तेजी से पैर पसार रहा है और विकास के नए रास्ते खोल रहा है। तकनीक के इस सफर को आगे बढ़ाते हुए अब एक शहर बसाने के लिए भी योजना बन गई है और एआई की मदद से ऐसा शहर बसाया जा रहा है, जो कि पूरी तरह से तकनीक पर बसा शहर होगा।
इस शहर को एआई सिटी का नाम दिया गया है। ऐसे में इस लेख के माध्यम से हम भारत की पहली एआई सिटी के बारे में जानेंगे। साथ ही, इससे जुड़ी खास बातों पर भी नजर डालेंगे।
कौन-सी है भारत की पहली एआई सिटी
सबसे पहले हम यह जान लेते हैं कि भारत की पहली एआई सिटी कौन-सी है ? आपको बता दें कि साल 2023 में यूपी सरकार की ओर से उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में देश की पहली एआई सिटी को बसाने ईओआई जारी कई गई थी। नवाबों के शहर लखनऊ में इस नए शहर को पूरी तरह से तकनीक पर बसाया जाना है।
लखनऊ शहर नवाबों का शहर है, जो कि अपनी नजाकत और नफासत का शहर भी कहा जाता है।
कौन बसा रहा है नया शहर
भारत की पहली एआई सिटी को बसाने की जिम्मेदारी यूपी इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड को मिली है। इन नोडल एजेंसी द्वारा अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी, अनुसंधान केंद्रों और शैक्षणिक संस्थानों को एकीकृत कर शहर को बसाने की योजना बनाई गई थी। ऐसे में शहर को बसाने और इसे संचालित करने के लिए एक रियल स्टेट डेवेलपर को चुना जाना निर्धारित था।
वॉक टू वर्क की होगी सुविधा
इस परियोजना पर काम क रही एजेंसियों के मुताबितक, शहर में ऑफिस इंफ्रास्ट्रक्चर, इंक्यूबेटर्स स्टार्ट-अप और कॉर्पोरेट ऑफिस के लिए ग्रेड ए स्पेस वाले टॉवर विकसित किए जाने हैं। साथ ही, इसे वॉक टू वर्क मॉडल पर विकसित किया जाना है।
40 एकड़ भूमि का हुआ है चयन
आपको बता दें कि देश की पहली एआई सिटी कुल 40 एकड़ भूमि पर विकसित होनी है। इसमें आईटी पार्क से लेकर आईटी सिटी तक के लिए जगह निर्धारित है।
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