किसी भी देश का विकास कला एवं संस्कृति के समृद्ध विकास के बिना पूर्ण नही माना जाता है. जिस देश की संस्कृति जितनी उत्कृष्ट होती है वहां के लोगों का बौद्धिक विकास भी उतना ही अधिक होता है. ज्ञातव्य है कि भारत प्राचीन काल से ही एक उत्कृष्ट कला समृद्ध देश कहा जाता है.
किसी भी देश के इतिहास को जानने के लिए उस देश के कला एवं संस्कृति के विकास को जानना बहुत जरूरी होता है. भारत में कला एवं संस्कृति के विकास के लिए बहुत सी संस्थाएं स्थापित की गयी हैं जो कि इस प्रकार हैं:
| संस्था | स्थान (मुख्यालय) | स्थापना |
| 1. एशियाटिक सोसाइटी | कोलकाता | 15 जनवरी, 1784 |
| 2. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण | नई दिल्ली | 1861 |
| 3. राष्ट्रीय संग्रहालय | नई दिल्ली | 15 अगस्त, 1949 |
| 4. विक्टोरिया मेमोरियल हॉल | कोलकाता | 1906 |
| 5. भारतीय संग्रहालय | कोलकाता | 2 फरवरी, 1814 |
| 6. इलाहाबाद संग्रहालय | इलाहाबाद | 1931 |
| 7. राष्ट्रीय अभिलेखागार | नई दिल्ली | 1891 |
| 8. सालारजंग संग्रहालय | हैदराबाद | 1951 |
| 9. राष्ट्रीय विज्ञानं संग्रहालय परिषद् | कोलकाता | 2 अप्रैल, 1978 |
| 10. नेहरु स्मारक संग्रहालय एवं पुस्तकालय | नई दिल्ली | 1966 |
| 11. इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय | भोपाल | 1976 |
| 12. कला क्षेत्र फाउंडेशन | चेन्नई | जनवरी,1936 |
| 13. संगीत नाटक अकादमी | नई दिल्ली | 1953 |
| 14. साहित्य अकादमी | नई दिल्ली | 12 मार्च,1954 |
| 15. ललित कला अकादमी | नई दिल्ली | 2 अगस्त ,1954 |
| 16. राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय | नई दिल्ली | 1959 |
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