बिहार में खेल-कूद की पुरानी परम्परा रही है। गाँव- गाँव में अखाड़ों की व्यस्था थी तथा कुश्ती-दंगल क्रीड़ा एवं मनोरंजन का साधन था। जमींदारी व्यस्था इन अखाड़ों की सहायता करती थी। स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात् जमींदारी तो समाप्त हो गया परन्तु सरकार का रवैया खेल-कूद के प्रति बहुत उत्साहवर्धन नहीं रहा। राजकीय समर्थन के अभाव तथा व्यवसायिक वर्ग की उदासीनता खेल-कूद के निम्न स्तर के लिए जिम्मेदार हैं।
बिहार के राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों की सूची
1. अरविन्द पात्र (धावक)
2. ओमपाल सिंह (लंबी कूद)
3. अजमेर सिंह (डिस्कस थ्रो)
4. बलविंदर सिंह (शॉट-पुट)
5. बहादुर सिंह (शॉट-पुट)
6. मर्सी कुट्टन (लंबी कूद)
7. सुन्दर सिंह तानवर (पोलवॉल्ट)
8. अमिताभ राय (धावक)
9. शिवनाथ सिंह (मैराथन)
10. सुखदेव सिंह (भारोत्तोलन)
बिहार में हुए आदिवासी विद्रोहों की सूची
11. रतन कुमार बसाक (भारोत्तोलन)
12. इंदरजीत सिंह (भारोत्तोलन)
13. एहसान अहमद (बेसबॉल)
14. अजय तिवारी (बेसबॉल)
15. स्मिता पाल (बास्केटबॉल)
16. प्राची शर्मा (सॉफ्ट बॉल)
17. संजीव शंकर (टेबल टेनिस)
18. सुशील तोपनों (हॉकी)
19. विश्वासी भेंगगढ़ा (हॉकी)
20. एस. के मिंज (हॉकी)
बिहार सरकार की योजनाओं की सूची
21. शरद कुमार (पैरा लंबी कूद)
22. थॉमस जॉर्ज केर्नेस जेमसन (क्रिकेट) ब्रिटिशराज बिहार
23. सुब्रोतो तारा बनर्जी (क्रिकेट)
24. सबा करीम (क्रिकेट)
25. महेंद्र सिंह धोनी (क्रिकेट)
26. कविता रॉय (क्रिकेट)
27. रश्मी कुमारी (कैरम)
28. निरुपमा पांडे (पर्वतारोही)
29. तारिक-उर-रहमान (क्रिकेट)
30. अरविंद कुमार सिन्हा (शतरंज)
31. श्रीराम झा (शतरंज)
राज्य में अच्छे शारीरिक प्रशिक्षण संस्थाओ, प्रशिक्षण शिविरों तथा प्रशिक्षको की नियुक्ति से ही राज्य में इस महत्वपूर्ण क्षेत्र का विकाश संभव है। खेल-कूद को बढ़ावा देने में विकेन्द्रित आयोजनों की भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका है।
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