देश में यदि कोई राज्य अपने राजशाही अंदाज के लिए जाना जाता है, तो वह राजस्थान है। इस राज्य के कण-कण में राजपूत राजाओं की शौर्य गाथा और उनके बलिदान की कहानियां रची-बसी हुई हैं।
यहां के राजपूताना महल आज भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र हैं, जहां प्रतिदिन बड़ी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक राजस्थान की शौर्य गाथा को जानने के लिए पहुंचते हैं। यहां के महल जितने प्रसिद्ध हैं, उतनी ही यहां की झीलें भी प्रसिद्ध हैं। ऐसे में क्या आप जानते हैं कि राजस्थान की प्रमुख झीलें कौन-सी हैं। यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
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आनंदसागर झील, बांसवाड़ा
महारावल जगमल सिंह की रानी लंची बाई द्वारा इस झील का निर्माण करवाया गया था। इस झील को बाई तालाब के नाम से जाना जाता है, जो कि मीठे पानी की झील है।
आनासागर झील, अजमेर
आनासागर झील एक कृत्रिम झील है, जिसे राजा अजयपाल चौहान के पुत्र अरूणोराज चौहान ने बनवाया था। इस झील का निर्माण 1135 से 1150 ई. के बीच किया गया था। अरूणोराज को अन्ना जी के नाम से पुकारा जाता था। ऐसे में इस झील का नाम आनासागर झील पड़ा।
बालसमंद झील,जोधपुर
यह झील जोधपुर से पांच किलोमीटर की दूरी तय करने पर जोधपुर मंडोर पर स्थित है। इस झील का निर्माण 1159 में किया गया था।
डायलाब झील, बांसवाड़ा
यह झील जयपुर मार्ग पर है, जो कि अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जानी जाती है। यहां पर एक हनुमान मंदिर भी है, जहां दर्शन के लिए श्रद्धालु पहुंचते हैं।
दूध-तलाई झील, उदयपुर
दूध-तलाई झील भी अपनी प्राकृतिक सुंदरत के लिए जानी जाती है, जो कि छोटी पहाड़ियों के बीच बसी हुई है। यह झील हरियाली और पहाड़ियों के बीच बसी हुई है।
फतेहसागर झील, उदयपुर
फतेहसागर झील पिछोला के उत्तर में स्थित एक कृत्रिम झील है, जो कि एक नहर से जुड़ी हुई है। राजस्थान आने वाले पर्यटक इस झील को देखने के लिए पहुंचते हैं।
गड़ीसर झील, जैसलमेर
इस झील का निर्माण जैसलमेर के पहले राजा रावल जैसल द्वारा 14वीं सदी में किया गया था। इसके बाद यहां के महाराज गड़सीसर द्वारा इस झील को पुनर्निर्मित किया गया।
गैब सागर झील, डूंगरपूर
गैब सागर झील अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाती है। यहां पर पक्षियों की कई प्रजातियों भी देखने को मिल जाएंगी। यहां पर श्री नाथ जी का मंदिर समूह भी है।
जयसमंद झील, उदयपुर
यह झील दो पहाड़ियों के बीच ढेबर दर्रा को झील के रूप देकर बनाई गई है। यह एशिया की दूसरी सबसे बड़ी मीठे पानी की कृत्रिम झील है।
कायलाना झील, जोधपुर
यह झील जैसलमेर रोड पर स्थित है, जो कि एक प्रमुख पिकनिट स्पॉट है। यहां पर बड़ी संख्या में पर्यटक मौज-मस्ती के लिए पहुंचते हैं।
फॉय सागर झील, अजमेर
इस झील को 1892 में एक अंग्रेजी इंजीनियर द्वार बनवाया गया था। उस समय इस झील का निर्माण लोगों को आपात समय में सहायता देने के लिए किया गया था।
जैत सागर झील, बूंदी
यह झील राजस्थान के तारागढ़ किले के समीप है, जो कि सर्दियों और मानसून में कमल के फूलों से भर जाती है।
उदयसागर झील, उदयपुर
उदयसागर झील का निर्माण 1559 में महाराणा उदय सिंह द्वारा करवाया गया था। यह झील उदयपर से 13 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
सांभर झील, जयपुर
सांभर झील जयपुर से 70 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह देश की सबसे बड़ी खारे पानी की झील भी है, जो कि अपनी प्राकृतिक सुंदरता और पक्षियों की चहचहाट के लिए जानी जाती है। इन झील के अलावा बड़ी झील(उदयपुर), अमर सागर झील(जैसलमेर), राजसमंद झील(राजसमंद), सिलीसेढ़ झील(अलवर), तालाब-ए-शाही(धौलपुर), पुष्कर झील(पुष्कर), पिछोला झील(उदयपुर) और नवल सागर झील(बूंदी) है।
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