कोरियाई देशों में तनाव
कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव बढऩे के साथ ही उत्तर कोरिया ने 25 मई, 2010 को दक्षिण कोरिया से सभी प्रकार के संबंध विच्छेद करने की घोषणा कर दी। ऐसा उसने उस समय किया जब दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया द्वारा अपना युद्धक समुद्री जहाज नष्ट किए जाने पर उसपर कई प्रतिबंध लगा दिए थे। 26 मार्च को उत्तर कोरिया के इस आक्रमण से जहाज में सवार 46 दक्षिण कोरियाई सैनिकों की मौत हो गई थी।
उत्तर कोरिया ने संबंध समाप्त करते हुए कहा कि वह दक्षिण कोरिया से सभी प्रकार का संवाद समाप्त कर रहा है और जब तक वहां के राष्ट्रपति ली-म्यूंग बक सत्ता में है, तब तक दोनों देशों के बीच संबंधों में पुन: सुधार नहीं हो सकता है।
इसके पहले 24 मई को ली ने उत्तर कोरिया के खिलाफ सख्त वाणिज्यिक कदम उठाए थे जिसमें किसी भी प्रकार के आयात-निर्यात पर पूरी तरह से रोक और उत्तर कोरिया के जहाजों के लिए दक्षिणी कोरियाई समुद्र में रोक जैसे कदम शामिल थे।
उत्तर कोरिया ने एक और सख्त कदम उठाते हुए केसांग इंडस्ट्रियल पार्क से सभी दक्षिण कोरियाई सरकारी कर्मचारियों को निष्कासित कर दिया। इस इंडस्ट्रियल पार्क का निर्माण दोनों देशों की सीमा पर किया गया था और यह दोनों देशों का संयुक्त उपक्रम था। यहां से उत्तर कोरिया को काफी विदेशी मुद्रा अर्जन होता था।
फिर से शुरू हुई वार्ता
दोनों देशों के बीच तनाव के बावजूद 30 सितंबर को दोनों पक्षों ने दो साल में पहली बार द्विपक्षीय सैन्य वार्ता आरंभ कर दी। यह वार्ता उत्तर कोरिया के पानमुनजोम में शुरू हुई। उत्तर कोरिया का कहना है कि वह सीमा पर दक्षिण कोरियाई सेना की गतिविधियों और समुद्री सीमा विवाद पर बातचीन करना चाहता है। दूसरी ओर दक्षिण कोरिया समुद्री सीमा विवाद के साथ उसके युद्धपोत के डूबने की घटना पर वार्ता करना चाहता था।
उत्तर-दक्षिण कोरिया तनाव: महत्वपूर्ण तथ्य
अमेरिका पूरी तरह से अपने पुराने व भरोसेमंद दोस्त दक्षिण कोरिया के साथ है। इस घटना के थोड़े ही दिन बाद दोनों देशों ने संयुक्त रूप से सैनिक अभ्यास भी किया, जिससे उत्तर कोरिया द्वारा किसी भी
- प्रकार के आक्रमण को रोका जा सके।
- दक्षिण कोरिया में कुल अमेरिकी सैनिकों की संख्या 28,000 है।
- दूसरी ओर उत्तर कोरिया के पास कुल 10 लाख सैनिक हैं, जो दुनिया की सबसे बड़ी सेनाओं में से एक है।
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