यूनेस्को का विश्व धरोहर स्थल चंपानेर– पावागढ़ पुरातत्व उद्यान, भारत के गुजरात राज्य के पंचमहल जिले में स्थित है। यह उद्यान ऐतिहासिक शहर चंपानेर (गुजरात के सुल्तान महमूद बेगदा द्वारा बनाया गया शहर) के पास है। पावागढ़ की पहाड़ी लाल–पीले रंग के चट्टानों से बनी है जो भारत के सबसे पुराने चट्टानों में से एक है।
चंपानेर– पावागढ़ पुरातत्व उद्यान की तस्वीरः
Image Source:ruggedanay.wordpress.com
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चंपानेर– पावागढ़ पुरातत्व उद्यान के बारे में तथ्य
1. इस पहाड़ी की उंचाई समुद्र तल से लगभग 800 मीटर है।
2. गुजरात के सोलंकी राजाओं और फिर खिची चौहानों (Khichi Chauhans) के शासनकाल में पावागढ़ की पहाड़ी हिन्दुओं के लिए प्रसिद्ध किला था।
3. सुल्तान महमूद बेगदा ने 1484 में इस किले पर कब्जा किया था और इसका नाम मुहम्मदाबाद रख दिया।
4. ये स्मारक मौलिया पठार पर स्थित है, जो कि पहाड़ पर है
5. मंदिर 10वीं– 11वीं सदी में बना था, जिसमें सिर्फ गुधमनदपा और अंतराला ही बचे हैं। अन्य मंदिर हिन्दू और जैन संप्रदायों के हैं और लगभग 13वीं से 15वीं शताब्दी के बीच बने हैं।
6. सभी मंदिर नागर शैली में बने हैं। इनमें गर्भगृह, मंडप और प्रवेश द्वार है।
7. चंपानेर के ऐतिहासिक स्मारकों में दुर्ग की श्रृंखला है।
8. बुर्जों और खूबसूरत बालकनियों वाले किलों में बलुआ पत्थर लगे हैं।
9. इनमें से सबसे महत्वपूर्ण मस्जिद जामा मस्जिद है और यह शाही बाड़े से 50 मीटर पूर्व स्थित है।
10. जामा मस्जिद हिन्दू– मुस्लिम वास्तुकला का आदर्श नमूना है।
11. जामा मस्जिद को भारत में बाद में बनने वाले मस्जिद वास्तुकला के लिए आदर्श माना जाता है।
12. वर्ष 2004 में इसे पुरातात्विक स्थल का दर्जा मिला था।
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भारत में विश्व विरासत स्थल
सभी स्मारकों की सूची में शामिल हैं–
चंपानेर– पावागढ़ में ग्यारह विभिन्न प्रकार के भवन हैं। इनमें मस्जिद, मंदिर, अनाज के भंडार, कब्र, कुएं, दीवारें और बरामदे हैं। स्मारक पावागढ़ पहाड़ी की तलहटी और उसके आस– पास स्थित है। बड़ौदा विरासत ट्रस्ट की सूची में इलाके के 114 स्मारक हैं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण पैसों की कमी की वजह से सिर्फ 39 स्मारकों की देख– रेख करता है। यहां की 94% जमीन पर वन विभाग का अधिकार है।
क. चंपानेर–
I. घुमावदार पायदान वाला कुएं
II. साकर खान की दरगाह
III. कस्बिन तालाव के पास शहर का दरवाजा (City Gate)
IV. गढ़ की दीवारें
V. गढ़ के दक्षिण– पूर्वी कोने पर शहर की दीवारें पहाड़ी की ओर उपर की तरफ जाती हैं।
VI. पूर्व और दक्षिण भद्रा दरवाजे
VII. शहर की मस्जिद (बोहरानी)
VIII. शहर की मस्जिद के बीच गढ़ दीवार के भीतर तीन प्रकोष्ठ स्थानीय कोष धर्मशाला।
IX. मांडवी या कस्टम हाउस
X. जामा मस्जिद
XI. जामा मस्जिद के उत्तर में सीढीदार कुंआ (Stepwell)
XII. केवड़ा मस्जिद और कब्र
XIII. बड़ा तलाव के पास खजूरी मस्जिद के रास्ते में बीच में बड़ा गुंबद और किनारों पर छटे गुंबद
XIV. केवड़ा मस्जिद की कब्र
XV. नगिना मस्जिद
XVI. नगिना मस्जिद की कब्र
XVII. लीला गुंबज की मस्जिद, चंपानेर
XVIII. खजूरी मस्जिद के पास बड़ा तालाब के उत्तरी तट पर कबूतरखाना मंडप
XIX. कमानी मस्जिद
XX. बावामान मस्जिद
ख. पावागढ़ पहाड़
I. पावागढ़ पहाड़ पर द्वार सं. 1 (आतक द्वार)
II. गेट सं. 2 (तीन द्वारों के साथ, बुधिया द्वार)
III. गेट सं. 3 (मोती द्वार, सदानशाह द्वार )
IV. आंतरिक हिस्से में प्रकोष्ठों के साथ बड़े दुर्ग वाला द्वार सं. 4
V. शीर्ष पर दुर्ग तक द्वार सं. 4 और 5 के बीत सात मंजिल
VI. द्वार सं. 4 के उपर टकसाल
VII. माची के पास द्वार सं. 5 (गुलन बुलन द्वार)
VIII. द्वार सं. 6 (बुलंद दरवाजा)
IX. मकई कोठार
X. टैंकों के साथ पटाई रावल का महल
XI. लोहे के पुल के पास द्वार सं. 7 (मकई द्वार)
XII. द्वार सं. 8 (तारापुर द्वार)
XIII. पावागढ़ की पहाड़ी पर पावागढ़ का किला और हिन्दू एवं जैन मंदिरों के भग्नावेश
XIV. चोटी पर किले की दीवारें
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