वर्ष 2015-16 के दौरान देश के कुल बिजली उत्पादन में वृद्धि हुई है। 2014-15 के दौरान यह 1048.673 BU* था जो 2015-16 के दौरान बढकर 1107.386 BU* हो गया। श्रेणी वार बिजली उत्पादन का वर्णन इस प्रकार है: - थर्मल में 7.45% की वृद्धि, हाइड्रो में 6.09% की कमी और परमाणु ऊर्जा में 3.63% की वृद्धि हुई। भारत में बिजली के समग्र उत्पादन में थर्मल पावर का योगदान 68 फीसदी रहा है।
भारत में भूमि सुधार अथवा भू सुधार
भारत में विद्युत उत्पादन के विभिन्न स्रोतों की मौजूदा स्थिति का वर्णन निम्नवत् है:
ऊर्जा संयत्रों के प्रकार | संस्थापित क्षमता (मेगावाट) | प्रतिशत हिस्सेदारी |
1. थर्मल बिजली | 153848 | 68.14 |
(i) कोयला गैस | 132288 | 58.59 |
(ii) गैस आधारित | 20360 | 9.02 |
(iii) तेल आधारित | 1200 | 0.53 |
2. जल विद्युत (हाइड्रो पावर) | 39623 | 17.55 |
3. परमाणु ऊर्जा (न्यूक्लियर पावर) | 4780 | 2.12 |
4. ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोत | 27542 | 12.20 |
Total Energy | 225793 | 100.00 |
नोट: योजनाओं में अतिरिक्त क्षमता (मेगावाट):
ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना (लक्ष्य): 62000 मेगावाट
ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना (उपलब्धि): 58000 मेगावाट
बारहवीं पंचवर्षीय योजना: (लक्ष्य): 100000 मेगावाट
भारत में विद्युत उत्पादन: (संस्थापित क्षमता का वर्णन नीचे किया गया है)
राज्य क्षेत्र (स्टेट सेक्टर) |
| केंद्रीय क्षेत्र (सेंट्रल सेक्टर) |
| निजी क्षेत्र (प्राइवेट सेक्टर) |
| |
स्थापित क्षमता | हिस्सेदारी | स्थापित क्षमता | हिस्सेदारी | स्थापित क्षमता | हिस्सेदारी | |
89092 | 39.5 | 65613 | 29.0 | 71088 | 31.5 | |
कोयला आधारित विद्युत उत्पादन संयत्र का काल्पनिक ढाचा:
गैस आधारित विद्युत उत्पादन संयत्र का काल्पनिक ढांचा:
परमाणु ऊर्जा संयत्र का काल्पनिक ढांचा:
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