लिखना न सिर्फ लेख़क के लिए आवश्यक है बल्कि, सभी स्कूल स्टूडेंट्स को रोज़ाना लिखने की आदत अपनानी चाहिए| स्टूडेंट्स के लिए हर रोज़ Writing में पढ़ाई के साथ-साथ extracurricular में writing करनी चाहिए जैसी कि short stories लिखना, अपनी इच्छाए लिखना, अपने अनुभव लिखना या अपने भविष्य के लिए विचार लिखना| रोज़ाना लिखने से स्टूडेंट्स के लिए एक अनुशासन बन जाता है और वो अपनी बाकी activities जैसेकि पढ़ाई और extracurricular पर अच्छे से ध्यान दे पातें है| जो स्टूडेंट्स लिखने की आदत को अभी तक नहीं अपना पाएं है वो यहाँ बताएं गए फ़ायदे जानकार जल्द ही इस आदत को महत्व देंगे|
यहां जानिए क्या हैं स्टूडेंट्स के लिए रोज़ लिखने के 5 फायदे –
1. कम्युनिकेशन skills development – अगर स्टूडेंट्स रोज़ लिखने की आदत को अपनाते है तो ना सिर्फ आपकी लिखावट और ज़्यादा सुन्दर हो जाती है और साथ ही स्टूडेंट्स को अपने विचारों को और अच्छे से व्यक्त करने में आसानी होती है| जो स्टूडेंट्स रोज़ नोटबुक या diary लिख़ते है वे अपनी भावनाओं को समझ सकतें है और साथ ही दूसरों को भी समझा सकतें है| इससे उनकी मानसिक और पर्सनालिटी अच्छे से develop होती है|
2. याद (remember) करने का सबसे आसान तरीका – अगर स्टूडेंट्स पढ़ाई करने के लिए लिखने की आदत को अपनाते है तो उन्हें पढ़ा (समझा) हुआ विषय याद करने में काफ़ी आसानी होगी| इसलिए ज़्यादातर एक्सपर्ट्स, exams के लिए लिख-लिख कर याद करने की सलाह देते है| अगर आप रोज़ लिखने की आदत बनातें है तो आपको exams के समय ज़्यादा मेहनत नहीं करने पड़ेगी|
3. लर्निंग इवैल्यूएशन tests – क्या आपने कभी सोचा है कि स्कूलों में आपको सबकुछ नोटबुक/कॉपी में लिखने के लिए क्यों कहा जाता है? या ज़्यादातर, एग्ज़ाम्स में आपको पेपर लिखने के लिए ही क्यों दिया जाता है? ऐसा इसलिए है कि लिखित परीक्षा से स्टूडेंट्स की लर्निंग, सब्जेक्ट की जानकारी और समझ को जांचना बहुत आसान होता है| इससे यह पता लग जाता है स्टूडेंट्स को किस विषय में कितनी समझ मिल पायी है|
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4. सेल्फ-अंडरस्टैंडिंग – लिखने की आदत से स्टूडेंट्स को ना केवल पढ़ने-लिखने में आसानी रहती है साथ ही उन्हें अपने मनोविचार को समझने का भी मौका मिलता हैं| सिर्फ लिखने से ही पता चल जाता हैं कि स्टूडेंट्स किस तरह से अपने विचारों को व्यक्त करते है और वो अपने इस लिखने की अदात को अपना career भी बना सकतें हैं|
5. क्रिएटिविटी के लिये – स्टूडेंट्स लिखने की आदत से अपनी क्रिएटिविटी स्किल्स को और अच्छा कर सकतें है| इससे स्टूडेंट्स को अपनी cognitive ability (ज्ञान-संबंधी), critical thinking व दृष्टिकोण को develop करने में मदद मिलती है|
निष्कर्ष: स्टूडेंट्स के लिए लर्निंग और skills development सबसे महत्वपूर्ण पार्ट है इसलिए उनके लिए लिखने की आदत को अपनाना बहुत ही आवश्यक है|
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