इन्टरव्यू का सारांश कैट एग्जाम 2018 के लिए पंजीकरण (रजिस्ट्रेशन) की संख्याइस साल हमें प्राप्त हुए कैट 2018 में आवेदनों की कुल संख्या 2.41 लाख से अधिक है. यह पिछले साल प्राप्त आवेदनों की संख्या से अधिक है. पिछले साल इसकी संख्या लगभग 2.3 लाख थी. आवेदकों की संख्या में निश्चित रूप से वृद्धि हुई है. वैसे यह गणना डुप्लिकेट अप्लिकेशन की जाँच से पूर्व की है लेकिन कुल मिलाकर कैट 2018 के रजिस्ट्रेशन में निश्चित रूप से वृद्धि हुई है. कैट 2018 : एग्जाम पैटर्न और डिफिकल्टी लेवलकैट से जुड़ी समितियां वास्तव में परीक्षा पैटर्न को पूरी तरह से बदलने के पक्ष में नहीं हैं. हालांकि, हम जिस तरह की परीक्षा चाहते हैं, उस परीक्षा परीक्षा प्रणाली को विकसित करना है ताकि उम्मीदवारों की प्रबंधकीय क्षमता (मैनेजेरियल एबिलिटी) और विश्लेषणात्मक सोच को जांचा या परखा जा सके.इसलिए, हम पैटर्न को पूरी तरह से बदलने के बजाय प्रश्नों से संबंधित अधिक मौलिक मुद्दों पर ध्यान दे रहे हैं. हमने पिछले साल के कैट के परिणामों का विश्लेषण किया है और तदनुसार संबंधित समिति ने इस साल की कैट परीक्षा के लिए उपयुक्त सिफारिशें की है. लेकिन, हां, हम पैटर्न को नहीं बदल रहे हैं और इसका मतलब यह बिलकुल नहीं है कि हम इसकी डिफिकल्टी लेवल को पूरी तरह से बदल रहे हैं, हम पैटर्न बदलने के बजाय हर प्रश्न के मूलभूत सिद्धांतों पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. इंजीनियरों और गैर इंजीनियरों के लिए प्रश्नों का लेवलकैट के सिलेबस में मुख्य रूप से 10 वीं क्लास के विषयों का ही चयन किया जाता है. इसलिए कैट परीक्षा के लिए आवंटित पाठ्यक्रम इंजीनियरों और गैर-इंजीनियरों दोनों के लिए समान लेवल के ही होते हैं और उसका डिफिकल्टी लेवल दोनों के लिए समान ही होता है.जहां तक परीक्षा पैटर्न और प्रश्न के प्रकार का संबंध है, हम इंजीनियर तथा गैर इंजीनियर किसी के प्रति पक्षपात नहीं करते तथा परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों का डिफिकल्टी लेवल दोनों ही तरह के छात्रों के लिए एक समान ही होता है. किसी भी सवाल को इंजीनियर तथा गैर इंजीनियर की समझ के अनुरूप ही पूछा जाता है. हाँ सवालों का विश्लेषण उम्मीदवारों के ज्ञान तथा उनकी एनालिटिकल स्किल्स पर निर्भर करता है जो एक ही तरह के होने के बावजूद भी हर किसी के लिए उनकी क्षमता के आधार पर अलग अलग हो सकता है. कैट 2018 के प्रश्न पत्र जारी करने के विषय में जानकारीइसके बारे में जानकारी 18 अक्टूबर तक जारी की जाएगी. वर्तमान में हम अपने निर्णय को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में हैं और आशा करते हैं कि हम पिछले साल की तरह इस साल भी हम ऐसा करने में सक्षम होंगे. एमबीए उम्मीदवारों / कैट 2018 परीक्षा देने वालों उम्मीदवारों के लिए सलाहमुख्य रूप से विषय के मौलिक सिद्धांतों या तथ्यों को समझने की कोशिश करें और प्रत्येक प्रश्न के पीछे छिपे मौलिक अवधारणाओं का पता लगाएं तथा प्रश्नों या सेक्शंस के पैटर्न पर ज्यादा ध्यान मत दीजिये. प्रश्न की डिमांड को समझने की कोशिश करें. प्रश्न का उत्तर देने के लिए प्रश्न को हल करने की बजाय प्रत्येक प्रश्न के पीछे छिपे तर्क के आधार पर निर्णय लेने का भी प्रयास करें. सही प्रश्नों को अटेम्प्ट करने से आपकी सफलता की राह और आसान हो जायेगी. जिस प्रश्न के उत्तर को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हैं तभी उसका उत्तर दें अन्यथा निगेटिव मार्किंग की वजह से आपके नंबर प्रभावित हो सकते हैं. इसलिए तुक्का मारने की कोशिश मत कीजिये. कैट उम्मीदवारों को निम्नांकित तीन बातों पर विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए. 1. सही प्रश्नों का चयन 2. प्रश्नों का सही जवाब देना 3. दिए गए सभी उत्तरों में से सही उत्तर का चुनाव करना सीधे शब्दों में कहें तो संख्याओं का पीछा करने या अधिक से अधिक संख्या में प्रश्नों को हल करने के बजाय, प्रश्नों के सही हल करने का प्रयास ही कैट परीक्षा में सफलता की कुंजी है. उन्हीं प्रश्नों को हल करें जिनके मौलिक सिद्धांतों की समझ और वैचारिक स्पष्टता हो.उदाहरण के लिए अर्थमेटिक के जियोमेट्री प्रोग्रेस के समान डिफिकल्टी लेवल वाले 10 प्रश्नों को हल करने की बजाय विभिन्न प्रकार के प्रश्नों को कवर करने की कोशिश करें. इससे आपको फोकस्ड रूप से तैयारी करने में मदद मिलेगी. एमबीए उम्मीदवारों की मदद करने तथा सही इन्फॉरमेशन प्राप्त करने में शैक्षिक वेबसाइटों की भूमिकावर्तमान में, जहां तक भारत में मैनेजमेंट एजुकेशन की बात है तो यहाँ इसकी शुरुआत तीन चरणों में होती है. सबसे पहले एडमिशन फिर आईआईएम जैसे शैक्षणिक इंस्टीट्यूट में पढ़ाई और फिर इंडस्ट्री में छात्रों द्वारा कार्य किया जाना. यह एक अनवरत चलने वाली प्रक्रिया है. आज निश्चित रूप से हमारे पास बड़ी संख्या में शैक्षणिक इंस्टीट्यूट हैं जो मैनेजमेंट एजुकेशन में योगदान दे रहे हैं.हम पिछले 50 वर्षों से शिक्षा के अग्रदूत पुराने आईआईएम के रूप में सफलतापूर्वक ऐसा करने में सक्षम होते आ रहे हैं. यहाँ हमें ऐसा लगता है संयोजक की तरफ से कुछ और इनपुट की आवश्यकता है. एडमिशन के जरिये विश्लेषणात्मक क्षमता और उचित निर्णय लेने में सक्षम भावी मैनेजर्स के चयन का कार्य आसान हो जाता है. चूँकि हर चीज इंस्टीट्यूट में समझायी या पढ़ाई नहीं जा सकती है इसलिए कुछ साधारण इनपुट्स की आवश्यकता है जो हर कीमत में छात्रों में होना चाहिए. साथ ही हमें इस संदर्भ में इंस्टीट्यूट्स से भी अच्छे इनपुट की जरुरत है और इसके लिए हमें कुछ ऐसे एग्रीगेटर संगठनों की आवश्यकता है जो इनपुट की दिशा में कार्य करें और इस कमी को पूरा करने का प्रयास करें. मार्केट की डिमांड और भारत के मैनेजमेंट एजुकेशन की डिमांड, इन दोनों के बीच बहुत बड़ा गैप है. जरुरत है इस गैप को भरने की. यदि कुछ संगठन संभावित उम्मीदवारों को अप्रोच कर उनकी मैनेजमेंट फील्ड को समझने की योग्यता और क्षमता के अनुकूल उन्हें नॉलेज और स्किल्स प्रदान करें तो यह देश के साथ साथ मैनेजमेंट एजुकेशन के लिए भी फायदेमंद रहेगा. इस लिए मुझे ऐसा लगता है कि ऐसे शैक्षिक इंस्टीट्यूट, शैक्षणिक प्लेटफॉर्म या वेबसाइटें होनी चाहिए जो इस अंतर को पाटने का काम करें और बाजार की संभावनाओं और इंडस्ट्री की जरूरतों को देखते हुए छात्रों को सही जानकारी प्रदान करे. हमें ऐसे ऑर्गनाइजेशन तथा एग्रीगेटर्स वेबसाइटों की आवश्यकता है जो हमें मार्केट कॉम्पिटीशन को समझते हुए बाजार की डिमांड के अनुरूप सप्लाई करने में सक्षम बनाए. |
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