आज के युवाओं में विदेश भ्रमण की चाह और नित्य नए लोगों से इंटरैक्शन की उत्सुकता ने होटल उद्योग में कई नए अवसरों को पनपने का मौका दिया है. इस वजह से आजकल होटल उद्योग में अवसरों की खान है. इंजीनियरिंग, मेडिकल, बिजनेस मैनेजमेंट के बाद होटल मैनेजमेंट एक कामयाब एवं हॉट करियर विकल्प के रूप में उभरा है.
इस इंडस्ट्री में अच्छा वेतन, काम करने का अच्छा माहौल, विदेश जाने के अनेक अवसर, स्वरोजगार की संभावना आदि आज के युवाओं को अपनी तरफ आकृष्ट कर रहा है. होटल उद्योग में बतौर प्रशिक्षु से प्रबंधक तक न जाने कितने अवसर हैं, जहां से अपने करियर की राहें आसानी से तय की जा सकती हैं. यूं तो होटल इंडस्ट्री में मैनेजर, फ्रंट ऑफिस/रिसेप्शनिस्ट, फूड एंड बेवरेज, हाउसकीपिंग/बुक कीपिंग, काउंटर सर्विस, मार्केटिंग आदि कई तरह के विभाग हैं, लेकिन इनमें फ्रंट ऑफिस मैनेजर एक अहम विभाग होता है. होटल इंडस्ट्री के अंतर्गत ही एक विभाग है फ्रंट ऑफिस और इसकी देखभाल की जिम्मेदारी एक फ्रंट ऑफिस मैनेजर को दी जाती है. दरअसल एक फ्रंट ऑफिस मैनेजर का मुख्य काम जिस होटल में उसकी नियुक्ति हुई है, उसकी पूरी तरह से देखभाल करना है. यदि आप किसी कार्य की जिम्मेदारी लेकर उसे पूरा करने की प्रवृति रखते हैं तो आप इस क्षेत्र में अपना करियर बानने की सोंच सकते हैं.
फ्रंट ऑफिस
फ्रंट ऑफिस किसी इंडस्ट्री से जुड़ा ऐसा शब्द है, जो किसी संस्थान के उस विभाग को इंगित करता है, जो ग्राहकों के सीधे संपर्क में आता है. इसमें मार्केटिंग, सेल्स और सर्विस से जुड़े लोग भी शामिल होते हैं. फ्रंट ऑफिस मैनेजर का मुख्य काम होटल में आने वाले अतिथियों का स्वागत करना, उनसे मिलना, उनका उचित अभिवादन करना, उनका रिजर्वेशन करना, उनके चेक इन और चेक आउट की व्यवस्था देखना, सुरक्षा विभाग व अन्य को चाबियां सौंपना व वापस लेना, अतिथियों को संदेश देना और पैसे का हिसाब रखना है.
नेचर ऑफ जॉब
फ्रंट ऑफिस मैनेजर को हर उस काम के लिए तत्पर रहना होता है, जिससे ग्राहक यानी अतिथियों को हर तरह से संतुष्ट किया जा सके. होटल के नियमों का पालन करते हुए अपनी सेवा से संतुष्ट करने में फ्रंट ऑफिस मैनेजर अपनी उपयोगिता साबित करता है. इस विभाग के लिए एक मैनेजर नियुक्त किया जाता है है, जो फ्रंट ऑफिस ऑपरेशन देखता है और पूरे बिजनेस प्लान के अनुसार हर काम को व्यवस्थित रखता है. वह सुनिश्चित करता है कि होटल में आने वालों को यथासंभव सबसे अच्छी सर्विस दी जा सके. वह फ्रंट ऑफिस की सारी जिम्मेदारी मैनेजर के ऊपर होने के नाते वहां से दी जाने वाली सेवाओं में किसी तरह की कमी की गुंजाइश को समाप्त करता है. स्वच्छता का ध्यान रखता है, मुस्कुराते हुए अतिथियों का स्वागत करता है और उन्हें यह एहसास दिलाने की कोशिश करता है कि वे सही होटल में हैं, यहाँ उनका सबसे अच्छा ख्याल रखा जा रहा है. वह अपनी पूरी टीम को ट्रेनिंग देता है कि किस तरह से फोन पर बात की जानी चाहिए? अतिथि के सामने कैसे बात करनी है, कोई शिकायत है तो उसे कैसे सुना जाए और दूर किया जाए ? फ्रंट ऑफिस मैनेजर होटल के अन्य विभागों से बेहतर तालमेल बनाने की कला सीखाता है. अगर वो ऐसा नहीं करे तो अतिथि को उसकी मनपसंद सेवा देने में चूक हो सकती है. होटल में कितने कमरे खाली हैं, इसकी जानकारी भी आम आदमी को फ्रंट ऑफिस मैनेजर से ही मिलती है. मैनेजमेंट के पास रूम ऑक्यूपेंसी की रोजाना, साप्ताहिक व मासिक रिपोर्ट फ्रंट ऑफिस मैनेजर को भेजनी होती है. होटल मैनेजमेंट के स्टूडेंट्स के लिए फ्रंट ऑफिस एक विभागीय विकल्प है, जहां से करियर की ऊंचाई को एक नया आयाम दिया जा सकता है.
मिनिमम क्वालिफिकेशन
होटल मैनेजमेंट का कोर्स 12th के बाद किया जा सकता है. ग्रेजुएशन करने के बाद और भी कई रास्ते खुल जाते हैं. डिग्री, डिप्लोमा, स्नातकोत्तर डिप्लोमा आदि. बेकरी एंड कंफेक्शनरी या होटल रिसेप्शन एंड बुक कीपिंग या रेस्तरां व काउंटर सर्विस में एक साल का डिप्लोमा, डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट, बीएससी इन होटल मैनेजमेंट, एमएससी इन हॉस्पिटेलिटी एडमिनिस्ट्रेशन के अलावा पीजी डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट, फ्रंट ऑफिस एंड टूरिज्म मैनेजमेंट, एकोमोडेशन ऑपरेशन जैसे कोर्स आजकल बहुत डिमांड में हैं.
आवश्यक योग्यता
इन पाठय़क्रमों में एडमिशन के लिए किसी भी मान्यताप्राप्त बोर्ड या विश्वविद्यालय से 12वीं या स्नातक होना जरूरी है. 12वीं में अंग्रेजी एक अनिवार्य विषय होना चाहिए. इस इंडस्ट्री में सफलता प्राप्त करने के लिए कुछ व्यक्तिगत गुणों का होना भी जरूरी है, जैसे मृदुभाषी होना। द्विभाषी (अंग्रेजी, हिन्दी) ज्ञान हो तो बहुत अच्छा.
नौकरी के वर्तमान अवसर
होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई करने वालों के लिए कई विकल्प मौजूद हैं, जिनमें वे अपना करियर बना सकते हैं. रिजॉर्ट से लेकर फाइव स्टार होटलों तक हर राज्य के पर्यटन विभाग से लेकर एविएशन तक अनगिनत जॉब हैं, फास्ट फूड चेन (मेकडॉनल्ड, केएफसी, निरूलाज), रेलवे या बैंक या बड़े संस्थानों में केटरिंग या कैंटीन, एयरलाइंस, हॉस्पिटल, मॉल्स, मल्टीप्लेक्स, हेल्थ क्लब जैसी जगहों पर रोजगार की अपार संभावना है. विदेशों में भी होटल मैनेजमेंट में डिग्री/डिप्लोमा वालों की खूब मांग है. इसके अतिरिक्त आप इस कोर्स को करने के बाद आपना खुद का व्यवसाय भी शुरू कर सकते हैं.
पैकेज
प्रारम्भिक स्तर पर 12 हजार से लेकर 15 हजार रुपये तक का स्टाइपेंड मिलने की संभावना होती है.अनुभव के अनुसार आगे चलकर वेतन में बढ़ोतरी होती जाती है. दो-तीन साल के अनुभव के बाद सैलरी 40 से 50 हजार तक पहुंच सकती है.
इस कोर्स को करने के लिए मुख्य संस्थान
नेशनल काउंसिल फॉर होटल मैनेजमेंट एंड केटरिंग टेक्नोलॉजी, नोएडा, वेबसाइट: www.nchmct.org
इग्नू, मैदान गढ़ी, नई दिल्ली
वेबसाइट: www.ignou.ac.in
एलबीआईआईएचएम, पीतमपुरा, नई दिल्ली
वेबसाइट-www.lbiihm.com
आईईसी यूनिवर्सिटी, बद्दी, हिमाचल प्रदेश
वेबसाइट: www.iecuniversity.com
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, टूरिज्म एंड होटल मैनेजमेंट विभाग, कुरुक्षेत्र, वेबसाइट: www.kuk.ac.in
अतः अगर आपकी प्रकृति फ्रंट ऑफिस मैनेजर के गुणों से मेल खाती है तो आप अवश्य ही इस क्षेत्र में अपने करियर की राह तलाश सकते हैं.
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