जानें किसे कहते हैं पैरा लीगल वालंटियर
भारत में हाल में आम लोगों को सस्ता, सुलभ एवं त्वरित न्याय प्रदान करने की दिशा में अनेक सार्थक प्रयास किए गए हैं, इसी क्रम में विधि सेवा प्राधिकरण की ओर से विभिन्न इलाकों में पैरा लीगल वालंटियर की नियुक्ति की जाती है. इसके माध्यम से सरकार का प्रयास होता है कि गरीब और असहाय लोग भी न्याय प्राप्त कर सकें और लोगों के छोटे छोटे झगड़े प्रारम्भिक स्तर पर हीं आपसी बात-चीत, समझौते के साथ सुलझ सके. इसके लिए पैरा लीगल वालंटियर गाँव-गाँव जाकर न्याय के लिए प्रयासरत लोगों को त्वरित न्याय प्रदान करने के लिए रास्ता बताते हैं.
इसके अलावा पैरा लीगल वालंटियर जनता के छोटे छोटे झगड़ों में मध्यस्थता के माध्यम से समझौता करवाने के लिए भी प्रातिबद्ध होते है. इस क्रम में पक्षकारों के बीच की कटुता को दूर कर उनमें मधुर सम्बन्ध बनाने का प्रयास किया जाता है. किसी भी झगड़े का फैसला करवाते समय पैरा लीगल वालंटियर बहुत धैर्य से काम लेते हैं और वादी या प्रतिवादी में से किसी का भी पक्ष लिए बगैर पूर्ण निष्पक्षता से अपना काम करते हैं. एक पंक्ति में कहा जाए तो वंचितों, उपेक्षितों को न्याय दिलाने की प्रक्रिया में पैरा लीगल वालंटियर की भूमिका एक कर्मयोगी के समान होती है.
पैरा लीगल वालंटियर बनने के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता-
पैरा लीगल वालंटियर बनने के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से दसवीं/ 10+2 पास, ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट है. आवेदक को अच्छे नैतिक चरित्र के साथ साथ आपराधिक प्रवृतिमुक्त भी होना चाहिए. पैरा लीगल वालंटियर बनने के लिए अभ्यर्थी की मानसिकता कमजोरों, ज़रुरतमंदों के लिए दया व सहायता रखने वाली होनी चाहिए.
पैरा लीगल वालंटियर के लिये पात्रता-
इस परियोजना में शिक्षक (सेवानिवृत भी), रिटायर्ड गवर्मेंट सर्वेन्ट तथा सीनियर सिटीजन, लॉ स्टूडेंट्स/स्टूडेंट्स,आंगनबाड़ी वर्कर, डॉक्टर्स /फिजिशियन, मेम्बर ऑफ़ नॉन पोलिटिकल, सर्विस ओरिएण्टेड एनजीओ और क्लब्स, गैर राजनितिक एवं सेवा-भाव रखनेवाले गैर सरकारी संस्थानों और क्लबों के सदस्य, महिला मैत्रीसंघों एवं स्वयं सहायता समूहों के सदस्य आदि सदस्यता हेतु पात्र होते हैं. चयनित अभ्यर्थियों के सफ़लता पूर्वक चयन प्रक्रिया पूरी करने के उपरान्त उन्हें प्रशिक्षण के बाद जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की संतुष्टि पर परीक्षा /साक्षात्कार पास कर लेने के उपरान्त इस पद पर पैनल में शामिल किया जाता है.
पैरा लीगल वालंटियर के लिये आयु सीमा-
उम्मीदवारों की न्यूनतम आयु सीमा 18 वर्ष, अधिकतम 38 वर्ष होनी चाहिए. अलग अलग जिलों/राज्यों में आयु सीमा में विभिन्नता हो सकती है.
पैरा लीगल वालंटियर के लिये सैलरी-
वैसे तो अलग-अलग पैरा लीगल वालंटियर के पदों के लिए विभिन्न पद ग्रेड निर्धारित है लेकिन सामान्यत: पैरा लीगल वालंटियर के लिए रु 15,600-39,100 प्रतिमाह सैलरी का प्रावधान है. इसके अलावा ग्रेड पे रु +5,400 निर्धारित है.
पैरा लीगल वालंटियर के लिये चयन प्रक्रिया-
पैरा लीगल वालंटियर के उम्मीदवारों का चयन आमतौर पर लिखित परीक्षा तथा साक्षात्कार के आधार पर किया जाता है. इन पदों के लिए रिक्तियां समय-समय पर विभिन्न विभागों के अधीन निकलती रहती हैं. इन सभी रिक्तियों के बारे में भारत सरकार के प्रकाशन विभाग से प्रकाशित होने वाले रोजगार समाचार, विभिन्न राज्य सरकारों के अंतर्गत निकलने वाले दैनिक समाचार पत्रों एवं सरकारी नौकरी की जानकारी देने वाले पोर्टल्स या मोबाइल अप्लीकेशन के माध्यम से अपडेट रहा जा सकता है.
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