रेडियोग्राफर का पद केंद्र और राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभागों के तहत चलाये जा रहे अस्पतालों (जैसे-एम्स, ईएसआइसी, आदि), मेडिकल शिक्षा संस्थानों, रक्षा मंत्रालय के अधीन अस्पतालों, रेलवे, कुछ सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (जैसे–एनपीसीआइएल), आदि में होता है. स्वास्थ्य से संबंधित किसी भी संगठन में रेडियोग्राफर का पद ग्रुप ‘सी’ के स्तर का होता है. रेडियोग्राफर का कार्य होता है कि वह अस्पताल के पैरा-मेडिकल विभाग में रेडियो इमेजिंग के माध्यम से दाखिल मरीजों की संबंधित सर्जन, डॉक्टर, आदि के निर्देशों के अनुसार एक्स-रे, आदि निकाले ताकि उनके सही रोग की पहचान और इलाज किया जा सके.
रेडियोग्राफर की भूमिका अस्पतालों के पैरा-मेडिकल विभाग के संदर्भ में बहुत महत्वपूर्ण होती है. रेडियोग्राफर को सुनिश्चित करना होता है कि संबंधित डॉक्टर के निर्देशों के अनुसार उसने मरीज की सही एक्स-रे स्कैनिंग की है या नहीं और उसकी सही रिपोर्ट उपलब्ध करायी है. इसलिए रेडियोग्राफर बनने के लिए आवश्यक स्किल्स में से जरूरी है कि आपको रेडियो इमेजिंग तकनीकों और इस्तेमाल किये जाने वाले उपकरणों की अच्छी नॉलेज होनी चाहिए.
रेडियोग्राफर के लिए कितनी होनी चाहिए योग्यता?
रेडियोग्राफर बनने के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या संस्थान से विज्ञान विषयों के साथ 12वीं उत्तीर्ण होना चाहिए और रेडियो डाइग्नोसिस टेक्नोलॉजी या मेडिकन रेडिएशन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में दो वर्ष का डिप्लोमा कोर्स किया हुआ होना चाहिए. कुछ संगठनों में रेडियोग्राफी में बैचलर्स डिग्री मांगा जाता है.
रेडियोग्राफर के लिए कितनी है आयु सीमा?
रेडियोग्राफर बनने के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार की आयु 21 वर्ष से 27 वर्ष के बीच हो. हालांकि, कुछ संस्थानों में पूर्व कार्य-अनुभव के साथ अधिकतम आयु सीमा 30 वर्ष होती है. आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा सरकार के नियमानुसार छूट दी जाती है.
रेडियोग्राफर के लिए चयन प्रक्रिया
रेडियोग्राफर के पद पर उम्मीदवारों का चयन आमतौर पर शैक्षणिक रिकॉर्ड और इंटरव्यू के आधार पर किया जाता है. हालांकि, रिक्तियों के अनुरूप यदि अधिक संख्या में आवेदन प्राप्त होते हैं तो संबंधित संस्थान उम्मीदवारों की शॉर्टलिस्टिंग के लिए लिखित परीक्षा का भी आयोजन कर सकता है.
कितनी मिलती है रेडियोग्राफर को सैलरी?
रेडियोग्राफर के पद पर छठें वेतन आयोग के अनुरूप रु. 5,200-20,200 सैलरी दी जाती है. यदि संविदा के आधार पर नियुक्ति की जाती है तो रेडियोग्राफर को रु. 25,000-30,000 प्रतिमाह का वेतन दिया जाता है. वहीं, राज्य सरकारों के विभागों एवं संस्थानों में वेतनमान संबंधित राज्य के समकक्ष स्तर पर निर्धारित वेतनमान के अनुसार दिया जाता है जो कि राज्य के अनुसार अलग-अलग होता है.
रेडियोग्राफर की कहां मिलेगी सरकारी नौकरी?
रेडियोग्राफर का पद केंद्र और राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभागों के तहत चलाये जा रहे अस्पतालों (जैसे-एम्स, ईएसआइसी, आदि), मेडिकल शिक्षा संस्थानों, रक्षा मंत्रालय के अधीन अस्पतालों, रेलवे, कुछ सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (जैसे – एनपीसीआइएल), आदि में होता है इसलिए इस पद के लिए रिक्तियां समय-समय पर इन्हीं संस्थानों में समय-समय पर निकलती रहती हैं. इन सभी रिक्तियों के बारे में भारत सरकार के प्रकाशन विभाग से प्रकाशित होने वाले रोजगार समाचार, दैनिक समाचार पत्रों एवं सरकारी नौकरी की जानकारी देने वाले पोर्टल्स या मोबाइल अप्लीकेशन के माध्यम से अपडेट रहा जा सकता है.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation