UP Board कक्षा 10वीं तथा 12वीं का रिजल्ट 29 अप्रैल 2018 को घोषित कर दिया जायेगा. UP Board ने गत वर्ष 9 जून को हाईस्कूल और इंटर का रिजल्ट घोषित किया था. पिछले साल 12वीं में फतेहपुर की प्रियांशी तिवारी ने 96.2% अंकों के साथ टॉप किया था जबकि 10वीं में तेजस्वी देवी ने 95.83% अंकों के साथ टॉप किया था. आज हम आपको इस लेख में आप जानेंगे यूपी बोर्ड रिजल्ट 2018 के ऐलान से जुड़ी 6 खास और बड़ी बातें-
1. दोपहर 12.30 बजे तक घोषित कर दिया जायेगा रिजल्ट:
UP Board 10वीं (हाईस्कूल) और 12वीं (इंटरमीडिएट) के नतीजे एक ही दिन रविवार 29 अप्रैल को दोपहर 12.30 बजे घोषित होंगे. बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव ने परीक्षा परिणाम की तिथि घोषित कर दी. 10वीं-12वीं का रिजल्ट एक साथ घोषित होने से UP Board की आधिकारिक वेबसाइट ट्राफिक ज्यादा होने से धीमी हो सकती है. ऐसी स्थिति को छात्रों को रिजल्ट देखने में कुछ मिनटों का इंतजार करना पड़ सकता है. अगर ऐसा होता है तो छात्र धैर्य रखें और कुछ समय अन्तराल में कोशिश करते रहें. तथा आप साथ ही साथ jagranjosh के रिजल्ट पेज पर क्लिक कर के भी अपना रिजल्ट जाँच सकते हैं. नीचे हम आपको आधिकारिक वेबसाइट तथा jagranjosh दोनों के ही रिजल्ट पेज के लिंक्स उपलब्ध करा करा रहे हैं.
2. टॉपरों की कॉपी अब वेबसाइट पर होगी उपलब्ध:
इस बार बोर्ड परीक्षाओं के टॉपर छात्रों की उत्तर पुस्तिकाएं बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड की जाएंगी, ताकि छात्र उन्हें देखकर प्रेरणा लें और अपनी तैयारी उसके अनुसार अच्छी तरह कर पाएं. दरअसल कई छात्रों को मार्किंग स्कीम तथा उत्तरों को लिखने का सही तरीका नहीं पता होता है जैसे लघु-उत्तरीय प्रश्न का उत्तर कितने शब्दों में करना चाहिए या किस प्रकार तथा इसी प्रकार अन्य प्रश्नों में भी छात्रों को दुविधा बनी रहती हैं. वेबसाइट पर उपलब्ध कापियों की मदद से छात्र आसानी से मार्किंग स्कीम, उत्तर लिखने का तरीका तथा अन्य जानकारियों का सही तरीके से आकलन करने में समक्ष होंगे.
4. हाईस्कूल के छात्रों को इंटरनल में मिले अच्छे नंबर:
UP Board से जुड़े 25 हजार से अधिक राजकीय, सहायता प्राप्त और वित्तविहीन स्कूलों ने 30 नंबर के आंतरिक मूल्यांकन में 10वीं के छात्रों को दिल खोलकर नंबर दिए हैं. अधिकांश स्कूलों ने अपने बच्चों को 25 से अधिक अंक दिए हैं ताकि रिजल्ट अच्छा रहे.
बोर्ड ने शैक्षिक सत्र 2011-12 से कक्षा 9 व 10 के सभी विषयों में प्रायोगिक (प्रोजेक्ट व सृजनात्मक कार्य) और आंतरिक मूल्यांकन पद्धति लागू की थी. इसके तहत हाईस्कूल के सभी विषयों में 70 अंकों की लिखित परीक्षा और शेष 30 अंक प्रायोगिक एवं आंतरिक मूल्यांकन के निर्धारित किये गये. यह परीक्षाएं हर दो महीने पर अगस्त, अक्तूबर और दिसंबर में करवाने का प्रावधान है. लेकिन अधिकांश स्कूलों में आंतरिक मूल्यांकन ही नहीं कराया जाता. बोर्ड सूत्रों की मानें तो बड़ी संख्या में 10वीं के छात्रों को 30 में से 26, 27 और 28 नंबर मिले हैं. जाहिर है 10वीं में पास होने वाले बच्चों की मेरिट में इन नंबरों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी.
5. असंतुष्ट होने पर री-चेकिंग के लिए करें आवेदन:
अगर आप रिजल्ट के बाद अपने मार्क्स से असंतुष्ट हैं तो अपनी उत्तर पुस्तिका की री-चेकिंग करवा सकते हैं. इसके लिए सम्पूर्ण जानकारी यूपी बोर्ड अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर जारी करेगी. जहाँ से छात्र आसानी से अपनी कापियों की री-चेकिंग का आवेदन कर पूरी तरह संतुष्ट हो सकते हैं.
6. पहली बार UP Board बनाएगा रिकॉर्ड:
ऐसा पहली बार है जब UP Board का रिजल्ट अप्रैल महीने में उपलब्ध कराया जा रहा है. गत वर्ष में रिजल्ट जून महीने में उपलब्ध कराया गया था. दरअसल यूपी सरकार ने बोर्ड को आदेश दिया था कि नतीजे अप्रैल महीने तक घोषित कर दिए जाएं. ताकि 10वीं पास विद्यार्थियों की 11वीं पढ़ाई समय से शुरू हो सके और 12वीं पास विद्यार्थी को उच्च शिक्षा से जुड़ा फैसला लेने के लिए ज्यादा समय मिल सके. इस विषय में अधिक जानकारी के लिए यहाँ पर क्लिक करें.......
शुभकामनायें!!
UP Board ने कमज़ोर छात्रों के लिए स्पेशल क्लास की करी व्यवस्था
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