UPPSC UPPCS परीक्षा 2008 सामान्य हिन्दी प्रश्न-पत्र

Dec 2, 2016, 17:57 IST

सामान्य हिंदी का प्रश्न पत्र सभी UPPCS के उम्मीदवारों के लिए बहुत, महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके अंक अंतिम परिणाम के लिए जुड़ते हैं। यहां हम UPPCS परीक्षा के वर्ष  2008  का सामान्य हिंदी का प्रश्न पत्र प्रस्तुत कर रहे हैं ।

UPPCS परीक्षा IAS परीक्षा के बाद सबसे कठिन परीक्षा मानी जाती है क्योकि इसमें प्रतियोगिता बहुत ज्यादा होती है। UPPCS की परीक्षा में एक एक अंक महत्वपूर्ण होता है और सबसे जरुरी बात ये की सामान्य हिंदी प्रश्न पत्र के अंक भी अंतिम परिणाम में जुड़ते है।  इस प्रश्न पत्र में अभ्यर्थी काम मेहनत करके अच्छे अंक प्राप्त कर सकता है।  प्रतियोगियों की सहायता के लिए हम यहां UPPCS परीक्षा 2009 का सामान्य हिंदी प्रश्न प्रस्तुत कर रहे हैं।

                        उत्तर प्रदेश पी.सी.एस. (मुख्य) परीक्षा 2008
                                                         सामान्य हिन्दी
                                                             प्रश्न-पत्र

निर्धारित समय : तीन घंटे                                                                        पूर्णांक : 150

नोट : (i) सभी प्रश्न अनिवार्य हैं |
(ii) प्रत्येक प्रश्न के अंक प्रश्न के अंत में अंकित हैं |
(iii) पत्र अथवा प्रार्थना-पत्र के अंत में अपना नाम, ओता एवं अनुक्रमांक न लिखें | आवश्यक होने पर क, ख, ग अथवा X, Y, Z लिख सकते हैं |

1. संघर्ष की इस दुनिया में गृह ही वह स्थान है जहाँ मनुष्य अपने दुःख की घड़ियों में आश्वासन प्राप्त करता है | जहाँ उसकी असफलता, धिक्कार और उपेक्षा की जगह स्नेह और सहानुभूति की प्राप्ति होती है | हमारे तड़पते, अतृप्त आयर घायल हृदय यहाँ प्रेम की अँगुलियों से सहलाए जाते है | हमारा उत्ताप शीतलता से धुल जाता है | जीवन की लम्बी यात्रा में जहाँ मीलों तक चट्टानी मैदान है और जहाँ कर्म की धूप असहा सी लगती है थके प्यासे यात्री के लिए हमारे गृह, मरूभूमि में मिलने वाली हरियाली एवं जलस्त्रोत के समान है | इस चलने और चलने वाले जीवन में गृह हमारे विश्राम के स्थान हैं, जहाँ से जीवनपथ का पथिक अपनी अगली मंजिल के लिए शक्ति एवं स्फूर्ति ग्रहण करता है | घर हमारी शक्ति का उत्स है, हमारी कल्पना की निर्झरिणी है ; हमारे साहस का प्रतीक है | यह वह बोझ है जो अन्य बोझों को हल्का करता है | और जीवन की डगर पर हमारे पाँवो को फिसलने नहीं देता |

(क) उपर्युक्त गद्यांश का भावार्थ अपने शब्दों में लिखिए |     05

(ख) उपर्युक्त गद्यांश के आधार पर ‘मनुष्य के गृहस्थ जीवन के सौन्दर्य’ का विवेचन कीजिए |     05

(ग) उपर्युक्त गद्यांश के रेखांकित अंशों की व्यांख्या कीजिए |

2. हिन्दी के पक्षधर देश की प्रादेशिक भाषाओँ का बहुत आदर करते है | ये भाषाये हमारी व्यापक सस्कृति की वाणियाँ है | ये राष्ट्र की सुरक्षणीय सम्पत्ति है | देश की मामूली से मामूली बोली का कोई गीत मर्म को छू जाने वाल है तो वह भी संग्रहणीय निधि है | राष्ट्रभाषा के समर्थक चाहते हैं कि प्रत्येक बच्चे की प्रारंभिक शिक्षा उसकी मातृभाषा में और उच्चशिक्षा उसकी क्षेत्रीय भाषा में हो | प्रत्येक प्रदेश का शासनकार्य वहां की भाषा में होना चाहिए | देश की सभी भाषायें राष्ट्रीय भाषायें हैं, किन्तु हिन्दी सर्वसामान्य की भाषा है, संघ की भाषा है, सम्पूर्ण रष्टी की भाषा है | इसका किसी भारतीय भाषा से विरोध नहीं है |  हिंदीतर प्रान्तों में हिन्दी के प्रति पूरी आस्था है | तभी तो वहां के लोग लाखों की संख्या हिन्दी सीखते हैं |

(क) ऊपर लिखे गये गद्यांश का उचित शीर्षक लिखिए |     05

(ख) संक्षेपण, सारांश और भावार्थ में अंतर बताते हुए उपर्युक्त अवतरण का संक्षेपण एक तिहाई शब्दों में कीजिए |     25

3. (क) अर्द्ध शासकीय (डी.ओ) पत्र लिखने की शैली और आवश्यकता का परिचय देते हुए उसका शुद्ध प्रारूप प्रस्तुत कीजिए |     10

(ख) राज्य सरकार की ओर से एक ‘परिपत्र’ का प्रारूप प्रस्तुत कीजिए, जिसमे प्रदेश के विश्विधायालय एवं महाविद्यालयों मे स्नातक कक्षाओं में 25% अतिरिक्त स्थान की सूचना दी गयी हो |    10

4. (क) ‘कृदंत’ एवं ‘तध्दित’ प्रत्यय में क्या अंतर है ? उपर्युक्त उदहारण देते हुए अपना कथन स्पष्ट कीजिए |      05

(ख) उपसर्ग की परिभाषा देते हुए पाँच भिन्न-भिन्न उपसर्गों का प्रयोग करते हुए पांच शब्द बनाए |    05

(ग) निम्नांकित शब्दों के ‘विलोम’ शब्द लिखिए-     10
    विज्ञ, आगामी, ग्रस्त, प्रधान, महात्मा, विशेष, स्मरण, सन्धि सूक्ष्म, पंडित |  

(घ) निम्नलिखित शब्द समूहों के लिए एक-एक शब्द लिखिए –  10
    (i) जिसकी आशा ना की गई हो |
    (ii) जानने की इच्छा रखने वाला |
    (iii) पति के द्वारा छोड़ दी गई स्त्री |
    (iv) हाथी की तरह चलने वाला स्त्री |
    (v) जिसका शत्रु जन्मा ही ना हो |

(ड.) निम्नलिखित वाक्यों की अशुद्धियाँ ठीक कर अशुद्धि के प्रकार का भी उल्लेख करें –    5 + 5 = 10
    (i) मुझे नहीं मालूम था कि यह आपकी पैत्रिक सम्पत्ति है |
    (ii) उसने एक मोती का हार खरीदा |
    (iii) हमे अपना निजी काम करना चाहिये |
    (iv) निराशा की किरणें हुई हैं |
    (v) श्री राम सिंह मेरे अपने पिता हैं |

5. (क) मुहावरों एवं लोकोक्तियों का ‘अर्थ’ स्पष्ट करते हुए उदहारण सहित उनका उत्तर स्पष्ट कीजिए |     10

(ख) निम्नलिखित ‘मुहावरों’ एवं ‘लोकोक्तियों’ का अर्थ स्पष्ट करते हुए, उनका वाक्यों में प्रयोग कीजिए |     20
    (i) तू भी रानी मैं भी रानी, कौन भरेगा पानी |
    (ii) रस्सी जल गई पर ऐंठन न गई |
    (iii) श्रीगणेश करना |
    (iv) अंधे पीसे कुत्ते खांय |
    (v) नानी याद आना |
    (vi) ढाक के तीन पात |
    (vii) जले पर नमक छिड़कना |
    (viii) आँखों का पानी मरना |
    (ix) खुसामदी टट्टू होना |
    (x) टाँय-टाँय फ़ीस होना |

Jagran Josh
Jagran Josh

Education Desk

    Your career begins here! At Jagranjosh.com, our vision is to enable the youth to make informed life decisions, and our mission is to create credible and actionable content that answers questions or solves problems for India’s share of Next Billion Users. As India’s leading education and career guidance platform, we connect the dots for students, guiding them through every step of their journey—from excelling in school exams, board exams, and entrance tests to securing competitive jobs and building essential skills for their profession. With our deep expertise in exams and education, along with accurate information, expert insights, and interactive tools, we bridge the gap between education and opportunity, empowering students to confidently achieve their goals.

    ... Read More

    आप जागरण जोश पर सरकारी नौकरी, रिजल्ट, स्कूल, सीबीएसई और अन्य राज्य परीक्षा बोर्ड के सभी लेटेस्ट जानकारियों के लिए ऐप डाउनलोड करें।

    Trending

    Latest Education News