जैसा कि आप जानते हैं कि केंद्र व राज्य का सचिवालय प्रमुख तौर पर प्रशासनिक रूप से सरकार के निर्णयों को जारी करने और उनके इम्प्लीमेंटेशन में सहयोग करती है. केंद्र सरकार राज्य में प्रशासन की सुविधा के ख्याल से विभिन्न मंत्रालयों व विभागों में बंटा हुआ है यानि कि सरकार के सभी मंत्रालयों एवं विभागों को सम्मिलित रूप से केंद्रीय सचिवालय कहा जाता है. उसी प्रकार राज्य सरकार के सभी मंत्रालयों एवं विभागों को सम्मिलित रूप से राज्य सचिवालय कहा जाता है.
केंद्रीय सचिवालय
केन्द्रीय सचिवालय एवं राज्य सचिवालय में कार्यों के सुचारू संचालन के लिए विभिन्न पदों पर भर्ती की जाती है. केन्द्रीय सचिवालय एक स्टाफ एजेंसी है. इसका कार्य भारत सरकार को उसकी जिम्मेदारियों और कर्तव्योँ के निर्माण मेँ सहयोग एवं सहायता करना है. अब बात करते हैं पदों की- सचिवालय में उन पदों को श्रेष्ठ माना गया है जो अधिकारियोँ द्वारा बनाए गए नियमानुसार, राज्यों (कुछ केन्द्रीय सेवाओं में भी) से कुछ विशिष्ट समय के लिए आते हैँ तथा अपने कार्यकाल की समाप्ति पर संबद्ध राज्य या सेवाओं मेँ वापस चले जाते हैँ. सचिवालय में जॉब किसी भी व्यक्ति के जीवन का सबसे खूबसूरत सपना हो सकता है क्यूँकि इसमें हैण्डसम सैलरी के साथ ओहदा, रुतबा और पॉवर भी होता है.
जाने विभिन्न पदों को:
सरकारी शब्दावली में इसे कार्यकाल प्रणाली कहते हैं. इस प्रकार कार्यकाल प्रणाली के अंतर्गत प्रतिनियुक्त प्रत्येक कर्मचारी / अधिकारी केंद्रीय सचिवालय मेँ निर्धारित अवधि के लिए कार्य करता है, जिनका सचिवालय में अलग-अलग पदक्रम होता है. ये पद क्रम इस प्रकार हैं-
सेक्रेटरी और जॉइंट सेक्रेटरी - 5 वर्ष
डिप्टी सेक्रेटरी - 4 वर्ष
अंडर सेक्रेटरी - 3 वर्ष
उच्च अधिकारियों का क्रम
सचिवालय के उच्च अधिकारियों के क्रम -
सेक्रेटरी
एडिशनल सेक्रेटरी
जॉइंट सेक्रेटरी
डाइरेक्टर
डिप्टी सेक्रेटरी
डिप्टी सेक्रेटरी
अंडर सेक्रेटरी
उच्च श्रेणी के इन अधिकारियों की सैलरी दो लाख से शुरू होती है.कार्यकाल प्रणाली के अंतर्गत केंद्रीय सचिवालयी सेवा में आए अधिकारी अपने मूल विभागों या राज्य सरकारोँ में वापस नहीं जाते जिसका मुख्य कारण उच्च वेतन, राजधानी नगर की सुविधाएँ तथा केंद्र से निकटता तथा सचिवालय में तैनाती संबंधी लाभ हैं.
सचिवालय मेँ अधिकारी प्रवर्ग के अतिरिक्त कार्यालय कर्मचारियों का भी वर्ग है. सचिवालय के कार्यालय कर्मचारियों में निम्नलिखित कार्मिक शामिल हैं -
क्या होनी चाहिए योग्यता -
सेक्रेटरी वर्ग के अधिकारी आईएएस कैटेगरी से आते हैं. उसके लिए तथा उससे नीचे की पोस्ट्स के लिए न्यूनतम योग्यता स्नातक है. सचिवालय के अधिकारीयों / कर्मचारियों के पदक्रम तथा इनकी सैलरी इस प्रकार होती हैं –
पद और सैलरी:
सेक्शन ऑफिसर (सुप्रीटेंडेंट)
सैलरी -लगभग 1.87 लाख
असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर
सैलरी - 55 से 60 हज़ार के करीब
अपर डिवीजन क्लर्क
सैलरी - 30 से 35 हज़ार
न्यूनतम योग्यता – स्नातक
लोअर डिवीजन क्लर्क
सैलरी - 25 हज़ार
न्यूनतम योग्यता – स्नातक
स्टेनोग्राफर
सैलरी -35 से 42 हज़ार के करीब
योग्यता - न्यूनतम योग्यता स्नातक
टाइपिस्ट
सैलरी - 25 हज़ार से 30 हज़ार
न्यूनतम योग्यता – स्नातक
वर्क मैन
सैलरी - 20 से 25 हज़ार
न्यूनतम योग्यता -12 वीं पास
क्या होता है विभिन्न ग्रेड :
सचिवालय के कर्मचारी वर्ग के कार्मिक पदों के लिए निम्नलिखित सेवाओं के माध्यम से आया जा सकता है -
केंद्रीय सचिवालय स्टेनोग्राफर सर्विस जिसमेँ 5 ग्रेड है- सीनियर प्रिंसिपल प्राइवेट सेक्रेटरी का ग्रेड, निजी सचिव ग्रेड, ग्रेड ए+बी (आमेलित), ग्रेड सी, ग्रेड डी.
केंद्रीय सचिवालय लिपिकीय सेवा, जिसमेँ दो ग्रेड हैं- अपर डिवीजन (क्लर्क) ग्रेड, लोअर डिवीजन (क्लर्क) ग्रेड
कैसे मिलती है सचिवालय (केंद्र व राज्य) नौकरी -
इन दोनो सेवाओं के संवर्ग नियंत्रण या स्टाफ की नियुक्ति का प्रधिकार कार्मिक मंत्रालय के कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग के पास है.
वर्ष 1976 के कर्मचारी चयन आयोग अवर श्रेणी के लिपिकों की सीधी भर्ती के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं का आयोजन करता रहता है. इच्छुक अभ्यर्थियों को इन परीक्षाओं में पास करना आवश्यक है. उच्च श्रेणी लिपिक पदो को सीधी भर्ती द्वारा नहीँ भरा जाता है. इन अवर श्रेणी के लिपिकों के पद को प्रोन्नत करके भरा जाता है. अनुभाग अधिकारी तथा सहायक अनुभाग अधिकारी के पदों में से कुछ पदो को प्रतियोगी परीक्षा के आधार पर सीधी भर्ती द्वारा और कुछ को अधीनस्थ कार्मिको की प्रोन्नति द्वारा भरा जाता है.
केंद्रीय सचिवालय के कार्य प्रणाली की तरह हीं राज्य सचिवालय भी अधिकारीयों और कर्मचारियों की नियुक्तियाँ और सैलरी का समान प्रावधान रखता है.
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