भारतीय स्टेट बैंक ने अपनी विभिन्न शाखाओं में परिवीक्षाधीन अधिकारियों के 2000 पदों पर भर्ती हेतु पात्र अभ्यर्थियों के लिए परीक्षा आयोजित करने के लिए अधिसूचना जारी की है. उपरोक्त पदों के लिए पात्र अभ्यर्थी सितंबर 2015 माह में संभावित इस परीक्षा के लिए 2 मई 2015 तक आवेदन कर सकते हैं.
जागरणजोश.कॉम अभ्यर्थियों के लिए एक आदर्श गंतव्य है, जहाँ अभ्यर्थी समस्त बैंकिंग परीक्षाओं के संबंध में पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, जैसे कि अधिसूचनाएँ, पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र, मॉडल अभ्यास सेट्स, ऑनलाइन टेस्ट्स, ई-बुक्स आदि। हमारी बैंकिंग टीम परीक्षा की जरूरतों को उचित रूप से समझने के बाद उपयुक्त घटक सम्मिलित करते हुए प्रत्येक प्रोडक्ट विकसित करती है। यहाँ एसबीआई पीओ परीक्षा 2014 के सभी चार खंडों के संबंध में कुछ टिप्स और रणनीतियाँ प्रस्तुत हैं.
परीक्षा का नाम | प्रश्नों की संख्या | अंक | अवधि |
अंग्रेजी भाषा | 30 | 30 | कुल समयावधि 1 Hour |
तर्कशक्ति परीक्षण | 35 | 35 | |
रीजनिंग एबिलिटी | 35 | 35 | |
कुल | 100 | 100 |
परीक्षा क्वालिफाई करने लिए अभ्यर्थियों को सभी खंडों में उत्तीर्ण-अंक (पासिंग मार्क्स) प्राप्त करने होंगे.
एसबीआई पीओ परीक्षा 2015: तर्क क्षमता - टिप्स और रणनीति
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने देश के सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में पीओ संवर्ग में भर्ती के लिए संयुक्त लिखित परीक्षा (सीडब्ल्यूई) के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं. सीडब्ल्यूई लिपिक परीक्षा के प्रश्नपत्र के 5 सेक्शन हैं, जिनमें संख्यात्मक योग्यता, बैंकिंग उद्योग के विशेष संदर्भ सहित सामान्य जागरूकता, तर्क-क्षमता, अंग्रेजी भाषा और कंप्यूटर-ज्ञान शामिल हैं। हर सेक्शन में 5 विकल्पों वाले 40 वस्तुनिष्ठ किस्म के प्रश्न हैं।
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जागरणजोश डॉट कॉम की विशेषज्ञ टीम के पास अभ्यर्थियों की तैयारी के लिए श्रेष्ठ संघटकों का सम्मिश्रण है. हमारे पास अभ्यर्थियों को परीक्षा के लिए सक्षम बनाने हेतु सेक्शनवाइज टिप्स और रणनीतियाँ हैं. तर्क-क्षमता वाले सेक्शन के लिए कुछ टिप्स और रणनीतियाँ नीचे प्रस्तुत हैं.
मानसिक सजगता
आईबीपीएस लिपिक परीक्षा के तर्क-क्षमता वाले सेक्शन को हल करने के लिए मानसिक सजगता और तार्किक कौशल अपेक्षित है, क्योंकि तर्क-क्षमता के प्रश्न हल करने के लिए ये अनिवार्य अपेक्षाएँ हैं. अभ्यर्थी को प्रश्न तार्किक रूप से हल करने की कोशिश करनी चाहिए. मानसिक सजगता बढ़ाने के लिए अभ्यर्थियों को प्रश्नों का अधिक अभ्यास करना चाहिए. ऑनलाइन टेस्टों का अधिकाधिक अभ्यास तथा मित्रों के साथ टॉपिक्स पर सामूहिक चर्चा करनी चाहिए और बड़ी संख्या में गणित की समस्याएँ तथा पहेलियाँ हल करने की कोशिश करनी चाहिए.
संकल्पनाएँ समझना
लिपिक की संयुक्त लिखित परीक्षा की तैयारी करने के लिए अभ्यर्थियों को तर्क-क्षमता की हरेक संकल्पना की उचित समझ रखना आवश्यक है. साथ ही, पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों से प्रश्नों का स्वरूप जानने की भी आवश्यकता है. इसके लिए अभ्यर्थियों को आईबीपीएस लिखित परीक्षा के लिए आदर्श रूप से तैयार की गई अच्छी अध्ययन-सामग्री का अध्ययन करना चाहिए.
समय-प्रबंधन कौशल
स्वयं को प्रश्न तेजी से हल करने के लिए तैयार करने हेतु अभ्यर्थी को समय-प्रबंधन के कौशल विकसित करने चाहिए. उसे न्यूनतम संभव समय में अधिकतम प्रश्न हल करने के हिसाब से समय समर्पित करना चाहिए. समय टॉपिक्स की तैयारी और अभ्यास के अनुसार दिया जाना चाहिए.
अभ्यास
गति बढ़ाने के लिए अभ्यर्थियों को पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों और मॉडल प्रश्नपत्रों का अधिकाधिक अभ्यास करना चाहिए, जो लिपिक परीक्षा में उन्हें अच्छे अंक दिलवाने में सहायक होगा. साथ ही, ऑनलाइन टेस्ट संख्यात्मक योग्यता वाले सेक्शन को हल करने में अपनी स्पीड परखने का अच्छा विकल्प होगा.
वस्तुनिष्ठ परीक्षा (200 अंक) और विवरणात्मक परीक्षा (50 अंक)
वस्तुनिष्ठ परीक्षा ऑनलाइन पद्धति से ली जाएगी.
वस्तुनिष्ठ परीक्षा में 200 अंकों के चार विभिन्न खंड होते हैं (प्रत्येक खंड में 50 अंक का) और उन्हें 02 घंटे की अवधि में पूरा किया जाना आवश्यक है.
(1) अंग्रेजी भाषा की विवरणात्मक परीक्षा (बोधगम्यता, लघु सार-लेखन (प्रेसी), पत्र-लेखन और निबंध) 50 अंकों की होती है, जिसे अभ्यर्थी को एक घंटे की अवधि में पूरा करना होता है. अभ्यर्थियों को बैंक द्वारा निर्धारित किए जाने वाले न्यूनतम उत्तीर्ण- अंक प्राप्त करने होंगे.
वस्तुनिष्ठ परीक्षा उत्तीर्ण करनेे वाले निर्दिष्ट अभ्यर्थियों के ही विवरणात्मक परीक्षा वाले प्रश्नपत्र जाँचे जाएँगे.
चरण- II: सामूहिक परिचर्चा (20 अंक) और साक्षात्कार (30 अंक)
वस्तुनिष्ठ और विवरणात्मक दोनों परीक्षाएँ उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थियों को सामूहिक परिचर्चा और साक्षात्कार के लिए बुलाया जाएगा। सामूहिक परिचर्चा और साक्षात्कार के लिए क्वालिफाइंग अंग बैंक द्वारा निश्चित किए जाएँगे।
अंग्रेजी भाषा (व्याकरण, शब्द-भंडार, बोधगम्यता आदि): टिप्स
अंग्रेजी भाषा को एसबीआई पीओ परीक्षा 2014 के रुचिकर खंडों में से एक माना जाता है, जिसके लिए अंग्रेजी भाषा में अच्छी दक्षता आवश्यक है। इसके लिए, अभ्यर्थियों को अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए अपनी शब्द-शक्ति मजबूत करनी जरूरी है। अभ्यर्थियों को अपना व्याकरणिक संकल्पनाओं का ज्ञान बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए। इस खंड में आम तौर पर लेखांश-आधारित प्रश्न, वाक्य में सामान्य गलतियाँ, रैपिड फिलर्स, क्लोज टेस्ट, विपरीतार्थक और समानार्थक शब्द आदि शामिल होते हैं।
आंकड़ा-विश्लेषण और निर्वचन: टिप्स
आँकड़ा-विश्लेषण और निर्वचन संबंधी प्रश्न हल करने के लिए अभ्यर्थियों को आधारभूत गणना और सन्निकटन (एप्रोक्सिमेशन) की संकल्पनाओं का ज्ञान होना चाहिए। आधारभूत संकल्पनाओं की जानकारी की स्पष्टता अभ्यर्थियों को सीधे सही विकल्प पर ले जाएगी। इसके अतिरिक्त, संख्यात्मक योग्यता वाले खंड के लिए गति सबसे प्रमुख अपेक्षा है। इस खंड में प्रश्न आम तौर पर सरलीकरण, लाभ और हानि अनुपात, बट्टा, औसत, आँकड़ा-निर्वाचन, समय और कार्य आदि के टॉपिक्स से होते हैं।
तार्किक कौशल (उच्चस्तरीय): टिप्स
तार्किक कौशल (रीजनिंग) वाले खंड की तैयारी के लिए व्यक्ति में मानसिक सजगता और तार्किक कौशल होने आवश्यक हैं। इस खंड में विशेषज्ञता हासिल करने के लिए अभ्यर्थियों को प्रश्नों का स्वरूप समझना चाहिए और इसके लिए मॉडल प्रश्नपत्रों तथा पिछले वर्षों की परीक्षाओं के प्रश्नपत्रों से इस तरह के प्रश्नों का अभ्यास करना चाहिए। इस खंड में प्रश्न शाब्दिक और गैर-शाब्दिक रीजनिंग के टॉपिक्स से रहते हैं, जिनमें साम्यता, इनपुट-आउटपुट, वर्गीकरण, निगमनिक तर्क (सिलोजिज्म), अनुमान आदि शामिल हैं।
सामान्य जागरूकता, विपणन और कंप्यूटर्स: टिप्स
यह आईबीपीएस एसबीआई पीओ स्कोरिंग खंडों में से एक है परीक्षा प्रश्नपत्र के। इस खंड की तैयारी के लिए अभ्यर्थियों को बैंकिंग उद्योग और अर्थव्यवस्था की नवीनतम घटनाओं पर नजर रखनी चाहिए। इसके लिए बैंकिंग सचेतता के साथ-साथ सामान्य जागरूकता का ज्ञान होना आवश्यक है। जीए खंड में सम्मिलित टॉपिक्स में भारत में बैंकिंग प्रणाली, मुद्रा, बजट-निर्माण, वित्तीय आयोजना, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संगठन आदि शामिल हैं।
कंप्यूटर्स संबंधी प्रश्नों के लिए कंप्यूटर, नेटवर्किंग, इंटरनेट, और संचार के आधारभूत ज्ञान के साथ इस क्षेत्र में होने वाले नए शोधों की जानकारी अपेक्षित है। इस खंड में कंप्यूटर-घटक, भाषाएँ, परिचालन, नेटवर्किंग आदि टॉपिक शामिल हैं।
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