जियोग्राफी, इंग्लिश और पॉलिटिकल साइंस विषयों के साथ ग्रेजुएशन कर रहा हूं। आइएएस की तैयारी करना चाहता हूं। कृपया मेरा मार्गदर्शन करें।
नवीन कुमार, वाराणसी
आइएएस का चयन सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से होता है, जिसका आयोजन हर साल संघ लोक सेवा आयोग करता है। सिविल सेवा परीक्षा में तीन चरण-प्रारंभिक, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार यानी व्यक्तित्व परीक्षण होता है। प्रारंभिक परीक्षा एक स्क्रीनिंग टेस्ट होता है, जिसमें सीसैट (सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट) और सामान्य अध्ययन का अनिवार्य प्रश्नपत्र होता है। इसे क्वालिफाई करने के बाद मुख्य परीक्षा में एंट्री मिलती है। इसमें दो ऐच्छिक विषय (अपनी पसंद के कोई भी विषय), सामान्य अध्ययन के दो प्रश्नपत्र, एक निबंध का प्रश्नपत्र और सामान्य अंग्रेजी व सामान्य हिन्दी के प्रश्नपत्र होते हैं। मुख्य परीक्षा क्वालिफाई करने वाले को इंटरव्यू के लिए कॉल किया जाता है। मुख्य परीक्षा व इंटरव्यू में प्राप्त अंकों के आधार पर अंतिम मेरिट लिस्ट बनाई जाती है। अगर आप आइएएस बनना चाहते हैं, तो सबसे पहले आयोग की सूची से अपनी रुचि के दो ऐच्छिक विषयों को चुनें। इन विषयों के सिलेबस और पिछले कुछ वषरें के प्रश्नपत्रों का गहन अवलोकन करते हुए तैयारी आरंभ कर दें। विषय को रटन की अपेक्षा उसके कॉन्सेप्ट के विभिन्न पहलुओं को समझने के साथ उसे प्रभावशाली ढंग से लिखने का अभ्यास करें।
मैंने इस साल इंटर की परीक्षा दी है। बीसीए करना चाहता हूं। इसमें किस तरह के अवसर हैं, कृपया बताएं।
विशाल सिंह
बैचलर ऑफ कम्प्यूटर एप्लीकेशन आईटी सेक्टर से जुडा एक डिमांडिंग कोर्स है। किसी अच्छे संस्थान से इस कोर्स को पूरा करने के बाद आइटी या बीपीओ कंपनियों में जॉब के अच्छे अवसर होते हैं। वैसे अगर आप बीसीए के बाद एमसीए भी कर लें, तो कंपनी और सैलरी दोनों में और ज्यादा फायदा हो सकता है। आप बारहवीं के बाद बीएससी करके सीधे एमसीए भी कर सकते हैं।
(कोर्स व कॅरियर से संबंधित अपने सवाल josh@jagran.com पर आप मेल कर सकते हैं।)
अरुण श्रीवास्तव
सभी प्रतियोगी परीक्षा के करेंट अफेयर्स की तैयारी हेतु जागरण जोश का करेंट अफेयर्स पढ़ें .
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