कुत्तों को इंसानों को सबसे अच्छा और बेहतर दोस्त कहा गया है। यही वजह है कि हम आए दिए सोशल मीडिया पर कुत्तों और इंसानों के प्रेम को लेकर कई वीडियों देखते रहते हैं। भारत के विभिन्न राज्यों में रह रहे लोगों को कुत्तों से प्रेम है।
यही वजह है कि लोग इन्हें अपने घरों में देते हैं और अपने परिवार के सदस्य की तरह व्यवहार करते हैं। हालांकि, समय-समय पर हमारे सामने कुत्तों द्वारा इंसानों पर होने वाले हमले की घटनाएं भी सामने आती रहती हैं।
इस लेकर प्रशासन और कुत्तों प्रेमियों में हमेशा चिंता बनी रहती है। इस लेख के माध्यम से हम भारत में कुत्तों की उन 10 प्रजातियों के बारे में जानेंगे, जिनके पालने पर प्रतिबंध लगा हुआ है।
अमेरिकन बुलडॉग
यह नस्ल अंग्रेजी बुलडॉग की नस्ल है, जो कि दुबली और लंबी होती है। मांसपेशियों के साथ फिट दिखने वाली यह प्रजाति अधिक सक्रिय प्रकृति होने के साथ-साथ रक्षा और शिकार करने की क्षमता के लिए जानी जाती है। इस प्रजाति के कुत्तों को काफी आक्रामक माना जाता है।
बैनडॉग
बैनडॉग अमेरिकन पिट बुल टेरियर या अमेरिकन बुलडॉग और नीपोलिटन मास्टिफ या मास्टिफ के बीच का मिश्रण है।
सहज-स्वभाव के होने के साथ यह कुत्ते खेतों की रक्षा के लिए सबसे अच्छे रक्षक होते हैं, लेकिन ये उतने ही खतरनाक भी होते हैं। इन्हें शहरों में नहीं पाला जा सकता है।
नियपोलिटन मास्टिफ
ये कुत्ते काफी बड़े होते हैं, जिनमें नर का वजन 200 पाउंड तक होता है और मादाओं का वजन थोड़ा कम होता है।
आपको बता दें कि रोमानिया में नीपोलिटन मास्टिफ को अपने पालतू जानवर के रूप में रखने के लिए व्यक्ति को मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन से गुजरना पड़ता है।
बड़े होने पर ये आक्रामक हो जाते हैं और उन्हें बच्चों के साथ न रखने की सलाह दी जाती है।
वॉल्फ कुत्ता
कुत्तों की ये नस्ल सबसे विवादास्पद और चुनौतीपूर्ण नस्ल है। इसे अपना स्वभाव भेड़ियों और कुत्तों की आनुवंशिक संरचना से प्राप्त हुआ है।
ये कुत्ते अपने व्यवहार में काफी आक्रामक माने जाते हैं और इस वजह से लोग इन्हें नहीं पाला जाता है।
बोएरबोएल
इस नस्ल के कुत्ते दक्षिण अफ्रीका से संबंध रखते हैं। आपको बता दें कि इनके पिल्ले का उपयोग लकड़बग्घा, शेर और अन्य बड़ी बिल्लियों जैसे खतरनाक जानवरों से बचने के लिए किया जाता है।
इसमें कोई संदेह नहीं है कि अगर इन्हें ठीक से प्रशिक्षित न किया जाए, तो ये खतरनाक हो सकते हैं।
प्रेसा कैनारियो
कैनरी द्वीप, स्पेन से संबंध रखने वाले इन बड़े लड़ाकू कुत्तों का वजन लगभग 200 पाउंड तक होता है। व्यवहार में आक्रामक होने की वजह से इन्हें पाला नहीं जाता है।
फिला ब्रासीलिरो
इस नस्ल के कुत्ते काफी सक्रिय होते हैं। इसके साथ ही ये काफी आक्रामक भी होते हैं, जो कि किसी भी इंसान के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है। ऐसे में इनके पालने पर पाबंदी है।
तोसा इनु
इस प्रजाति के कुत्ते बड़े होते हैं, जिनका वजन लगभग 130 से 200 पाउंड तक होता है।
ये कुत्ते व्यवहार में काफी लड़ाकू होते हैं। ऐसे में इन कुत्तों पर कई देशों में कानूनी रूप से प्रतिबंध लगाया गया है।
पिटबुल
कई रिपोर्ट के अनुसार, कुत्ते के काटने के लगभग 45% मामले पिटबुल के हैं। सबसे ज्यादा खतरनाक समझी जाने वाली कुत्तों की यह नस्ल बेहद खतरनाक मानी जाती है।
इन नस्ल के कुत्तों को दुनिया भर के कई अन्य देशों के साथ-साथ भारत में भी प्रतिबंधित कर दिया गया है।
केन कोरो
मजबूत, सक्रिय और हिंसक केन कोरो दुनिया में पाए जाने वाले सबसे घातक कुत्तों की नस्लों में से एक है। यह नस्ल भारत सहित अधिकांश देशों में प्रतिबंधित है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस नस्ल की काटने की शक्ति इतनी मजबूत होती है कि हड्डियां आसानी से टूट जाती हैं।
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