किस देश को कहा जाता है ‘नहरों का देश’, जानें नाम

Oct 30, 2025, 16:35 IST

नीदरलैंड को अपने विशाल और ऐतिहासिक जलमार्ग नेटवर्क की वजह से 'नहरों का देश' कहा जाता है। यह नेटवर्क परिवहन, पर्यटन और बाढ़ नियंत्रण में मदद करता है। आइए एम्स्टर्डम, यूट्रेक्ट और डेल्फ्ट जैसे शहरों के बारे में पढ़ें, जहां नहरें हैं।

नहरों का देश
नहरों का देश

नीदरलैंड, उत्तर-पश्चिमी यूरोप का एक खूबसूरत देश है। यह अपनी सुंदर और जटिल नहर प्रणालियों के लिए जाना जाता है, जो यहां के भूगोल, संस्कृति और वास्तुकला को आकार देती हैं। इसे दुनिया भर में "नहरों का देश" के नाम से जाना जाता है। यह इंसानी सोच और प्राकृतिक सुंदरता के बीच एक आदर्श तालमेल को दिखाता है।

इस देश का ज्यादातर हिस्सा समुद्र तल से नीचे है। सदियों पहले, डच लोगों ने बाढ़ को नियंत्रित करने, व्यापार को बढ़ावा देने और जमीन को रहने लायक बनाने के लिए नहरें बनाई थीं। समय के साथ, ये जलमार्ग देश की जीवन रेखा बन गए। इन्होंने यहां के शहरों, अर्थव्यवस्था और जीवनशैली को एक नया रूप दिया।

नीदरलैंड को नहरों का देश क्यों कहा जाता है?

नीदरलैंड को यह नाम आपस में जुड़े जलमार्गों के विशाल नेटवर्क के कारण मिला है, जो देश के लगभग हर हिस्से में फैला हुआ है। शुरू में इन नहरों को निचले इलाकों से अतिरिक्त पानी निकालने और बाढ़ रोकने के लिए बनाया गया था। लेकिन बाद में, ये नहरें परिवहन, व्यापार और खेती के लिए भी बहुत जरूरी हो गईं। डच लोगों ने इस मुश्किल भरे इलाके को दुनिया की सबसे कुशल जल प्रबंधन प्रणालियों में से एक में बदल दिया। इस तरह उन्होंने अपनी जरूरत को एक नए आविष्कार में बदल दिया।

नहरों ने डच सभ्यता को कैसे आकार दिया?

नहरें नीदरलैंड के इतिहास और शहरी विकास का केंद्र रही हैं। ये व्यापार के लिए एक आधार बनीं, जो देश के अंदरूनी शहरों को बंदरगाहों से जोड़ती थीं। इसी वजह से डच स्वर्ण युग के दौरान देश की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ी। समय के साथ, ये नहरें देश की वास्तुकला का हिस्सा बन गईं और इन्होंने कस्बों और शहरों की बनावट को प्रभावित किया। आज भी ये नहरें रोजमर्रा की जिंदगी, पर्यटन और पर्यावरण को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाती हैं।

नहरों की राजधानी

राजधानी एम्स्टर्डम को उसके आकर्षक नहर नेटवर्क के कारण अक्सर "उत्तर का वेनिस" कहा जाता है। इस शहर में 100 किलोमीटर से ज्यादा लंबी नहरें, 90 द्वीप और 1,500 पुल हैं। यहां 17वीं सदी में बना नहरों का एक घेरा है, जिसे Grachtengordel कहते हैं। इसे यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल का दर्जा दिया है। शुरू में इन नहरों को सुरक्षा और व्यापार के लिए बनाया गया था, लेकिन अब ये हर साल लाखों पर्यटकों को आकर्षित करती हैं। यहां लोग बोट टूर, नहर किनारे बने कैफे और शहर की ऐतिहासिक वास्तुकला के शानदार नजारों का आनंद लेते हैं।

यूट्रेक्ट – दो स्तरों वाला नहरों का शहर

यूट्रेक्ट की नहरें दुनिया की सबसे अनोखी नहरों में से एक हैं। इस शहर की दो-स्तरीय नहर प्रणाली की वजह से लोग पानी के स्तर पर टहल सकते हैं, खाना खा सकते हैं और खरीदारी कर सकते हैं, जबकि ट्रैफिक ऊपर की सड़कों पर चलता है। इस डिजाइन को मध्य युग में व्यापारियों के लिए बनाया गया था।

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Kishan Kumar
Kishan Kumar

Senior content writer

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