विदेशी मुद्रा भंडार: अर्थ, संरचना, उद्येध्य और लाभ

Jun 8, 2020, 10:21 IST

विदेशी मुद्रा भंडार; विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों, सोना, विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) और आईएमएफ में आरक्षित स्थिति से मिलकर बनता है. भारतीय विदेशी मुद्रा भंडार का कुल आकार 29 मई 2020 को 493 बिलियन अमेरिकी डॉलर था.

Foreign Exchange Reserves:Meaning
Foreign Exchange Reserves:Meaning

विदेशी मुद्रा भंडार का क्या अर्थ है? (What is meaning of Foreign Exchange Reserves?)

विदेशी मुद्रा भंडार में विदेशी मुद्रा, गोल्ड रिजर्व, एसडीआर और आईएमएफ कोटा डिपाजिट, ट्रेज़री बिल, बॉन्ड और अन्य सरकारी प्रतिभूतियों शामिल होतीं हैं. यह रिज़र्व, सरकार की देनदारियों (जैसे केंद्रीय बैंक के पास सरकार या वित्तीय संस्थानों द्वारा जमा और सेंट्रल बैंक द्वारा जारी स्थानीय मुद्रा) को बैक उप सपोर्ट प्रदान करने के लिए रखा जाता है. RBI भारत में विदेशी मुद्रा भंडार का संरक्षक है.

वर्तमान में चीन के पास दुनिया में सबसे बड़ा विदेशी मुद्रा भंडार है. इसका विदेशी मुद्रा भंडार यूएस $ 3,091,459 मिलियन (यूएस $ 3 ट्रिलियन) था और इसके बाद जापान 1,368,567 मिलियन अमेरिकी डॉलर था. यह देखकर ख़ुशी होती है कि भारत का स्थान शीर्ष 5 देशों में है. नीचे दी गई तालिका देखें,

सबसे अधिक विदेशी मुद्रा भंडार रखने वाले देशों की सूची (List of countries with highest Foreign Exchange Reserve):-

रैंक

देश

विदेशी मुद्रा भंडार (millions of US$)

1.

चीन

3,091,459

2. 

जापान

1,368,567

3.

स्विट्जरलैंड

823,765

4.

रूस

562,900

5.

भारत

493,480

6.

ताइवान

481,782

7.

सऊदी अरब

474,171

8.

हॉगकॉग

441,200

9.

दक्षिण कोरिया

404,000

10.

ब्राजील 

339,317

विदेशी मुद्रा भंडार की संरचना (Composition of Foreign Exchange Reserves)

विदेशी मुद्रा भंडार की संरचना में विदेशी मुद्राएँ, सोना, विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) और आईएमएफ में आरक्षित रिज़र्व कोटा शामिल होते है. मई 2020 के अंत में भारतीय विदेशी मुद्रा भंडार 493 बिलियन अमेरिकी डॉलर था.

इस रिजर्व में सबसे बड़ा योगदान विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों का है जो कि US$455 बिलियन  है, इसके बाद स्वर्ण भंडार US$32 बिलियन, SDRs का आकार US$1.432 billion का और IMF में रिज़र्व पोजीशन के रूप में US$4.158 था.

INDIAN-FOREX-RESERVE-JUNE 2020

विदेशी मुद्रा रिजर्व का उद्देश्य और लाभ (Purpose and Benefits of the Foreign Exchange Reserve):-

1.विदेशी मुद्रा भंडार कई उद्देश्यों की पूर्ति करता है, लेकिन इसकी होल्डिंग के पीछे सबसे महत्वपूर्ण उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि एक केंद्रीय सरकारी एजेंसी (भारत में भारतीय रिजर्व बैंक) के पास इतना बैकअप फंड है कि यदि देश की मुद्रा का इतना अधिक अवमूल्यन/ह्रास हो जाता है, तो भी जिन लोगों के पास सरकार के बांड्स, भारतीय मुद्रा  इत्यादि हैं या किसी विदेशी संस्था को भुगतान करना है तो उनका भुगतान कर दिया जायेगा.

2.विदेशी मुद्रा भंडार का उपयोग मौद्रिक नीति को प्रभावित करने के लिए भी किया जाता है. यदि विदेशी मुद्रा की मांग में वृद्धि के कारण घरेलू मुद्रा का मूल्य घटता है तो भारत सरकार की तरफ से रिज़र्व बैंक, विदेशी मुद्रा की आपूर्ति उस बाजार में कर देती है ताकि घरेलू मुद्रा में मूल्य में बहुत अधिक गिरावट रोकी जा सके.

3. अधिक विदेशी मुद्रा भंडार वाले देश की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अच्छी छवि होती है क्योंकि व्यापारिक देश अपना भुगतान पाने के बारे में सुनिश्चित हो सकते हैं. भारत 1991 के वित्तीय संकट के दौरान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डिफॉल्टर घोषितहोने की कगार पर था.

4. अच्छा विदेशी मुद्रा आरक्षित रखने वाला देश विदेशी व्यापार का अच्छा हिस्सा आकर्षित करता है और व्यापारिक साझेदारों का विश्वास अर्जित करता है.

विदेशी मुद्रा भंडार के बारे में अन्य जानकारी: - (Other information about the Foreign Exchange reserve)

1.सबसे अधिक विदेशी मुद्रा भंडार अमेरिकी डॉलर में रखा जाता हैं क्योंकि यह दुनिया में सबसे अधिक कारोबार वाली और विश्वसनीय मुद्रा है.
चीन के पास दुनिया का सबसे अधिक यूएस $ 3.1 ट्रिलियन विदेशी मुद्रा भंडार है.

2. यह काफी आश्चर्यजनक है कि यूएसए के पास मार्च 2020 में सिर्फ US$ 129,264 मिलियन का विदेशी मुद्रा भंडार था.

3. भारत, दुनिया में सबसे अधिक विदेशी मुद्रा भंडार रखने वाला पांचवा है.

4. भारतीय विदेशी मुद्रा भंडार ने 29 मई, 2020 को 493 बिलियन अमेरिकी डॉलर के सर्वोच्च स्तर को छू लिया है.

विदेशी मुद्रा भंडार किसी अर्थव्यवस्था के स्वास्थ्य मीटर की तरह है. यदि किसी देश के पास विदेशी मुद्रा भंडार का अच्छा है, तो उसकी वित्तीय स्थिति को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बहुत ही अच्छा माना जाता है.

तो यह थी विदेशी मुद्रा भंडार के बारे में समग्र जानकारी. हम आशा करते हैं कि इस लेख को पढने के बाद आपको समझ आ गया होगा कि विदेशी मुद्रा भंडार क्या होता है और इसको क्यों इकठ्ठा किया जाता है?

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